कफ सिरप से हुई मौत को लेकर विधानसभा में बहस
भोपाल. मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन छिंदवा़ा में कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत का माला उठा। इन्दौर के एमवाय अस्पताल में बच्चों को चूहों के कुतरने पर भी कांग्रेस ने सवाल उठाये। वहीं, एसआईआर में गड़बड़ी और काम के दबाव मे ंबीएलओ की मौत का मुद्दा उठाया। संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि कफ सिरप और इन्दौर चूहा कांड को कार्यवाही से विलोपित करें।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा है कि मैं सिर्फ बच्चो की मृत्यु पर शोक व्यक्त कर रहा हूं। यह इंसानियत पर प्रश्नचिन्ह है। नेता प्रतिपक्ष ने 8 बीएलाअे की मौतों का जिक्र किया तो सारंग ने फिर आपत्ति की। कहा-नेता प्रतिपक्ष गरिमा का ध्यान रखें।
भोपाल की हुजूर विधानसभा के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने भावांतर को लेकरअपनी ही सरकार पर सवाल उठाये। उन्होंने कहा है कि हम भावांतर के सही रेट नहीं बता पा रहे हैं। यह हमारी गलती है। हमारे अधिकारियों के साथ-साथ हम भी किसानों को सही जानकारी नहीं दे पा रहे है। स्पीकर नरेन्द्र तोमर ने कहा है कि शोक प्रस्ताव का समय ऐसा होता है कि जिसमें श्रद्धासुमन अप्रित क रने तक सीमित रहना चाहिये। आगे इसका ध्यान रखें। सिंघार बोले-मैने कोई आरोप प्रत्यारोप नहीं किया है। विधानसभा सत्र 5 दिसम्बर तक चलेगा। इस बीच 4 दिन ही विधानसभा की बैठकें होगी । 3 दिसम्बर को भोपाल गैस त्रासदी की बरसी पर स्थानीय अवकाश की वजह से विधानसभा की भी छुट्टी रहेगी।

