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पुलिस सेवा से रिटायर होने के बाद गणतंत्र दिवस पर ASI ने मांगी इच्छामृत्यु

ग्वालियर. पूरी जिन्दगी पुलिस में लोगों की सेवा की और पुलिस सेवा से 2 साल पहले सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) के पद से रिटायर हुए कर्मचारी ने निराश होकर राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी को इच्छामृत्यु की स्वीकृति की मांग की है। एएसआई ने यह पत्र सेवानिवृत्ति के बाद 2 सालों तक ग्रेच्युटी का भुगतान नहीं किये जाने, एक इंक्रीमेंट व वेतनमान का लाभ नहीं दिये जाने की वजह से दुःखी होने का कारण लिखा है। एएसआई श्रवणकुमार दीक्षित ने प्रशासन द्वारा सुनवाई नहीं करने का भी गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने प्लॉट पर कब्जा हटाने की कार्यवाही की कई आवेदन दिये। लेकिन कार्यवाही नहीं होने पर निराश होकर इच्छामृत्यु की मंजूरी के लिये पत्र लिखा है। पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हुए एएसआई श्रवणकुमार ने 26 जनवरी ग्वालियर या भोपाल में आत्मदाह किये जाने की मंजूरी के लिये पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने उल्लेख किया है कि वह शासकीय आवास भी खाली कर चुका है। इसके बाद भी ग्रेच्युटी, इंक्रीमेंट, वेतनमान का लाभ नहीं दिये जाने पेंशन भी कम मिल रही है।
शासकीय आवास व पैनल रेंट के कारण रुकी ग्रेच्युटी
इस संबंध में शाखा के प्रभारी नरेंद्र दुनिया का कहना है कि ग्रेच्युटी का भुगतान शासकीय आवास में न छोड़े जाने के कारण रुका था। प्रावधान अनुसार शासकीय आवास का उपयोग किए जाने व पैनल रेंट भुगतान न किए जाने पर ग्रेच्युटी का भुगतान नहीं होता।पैनल रेंट के भुगतान न होने पर ही ट्रेजरी से ग्रेच्युटी का भुगतान नहीं हो रहा है।प्लॉट विवाद के संबंध में बताया गया है कि प्लॉट की सीमांकन को लेकर प्लॉट मालिक के बेटों से विवाद है, जो राजस्व विभाग का मामला है।
बेटी के लिए खरीदे प्लॉट पर हुआ कब्जा
श्रवण कुमार ने अपनी बेटी के नाम से एक प्लॉट शंकरपुर में खरीदा था। प्लॉट को रजिस्ट्री कराया जाने के बाद भी उनके प्लॉट पर शंकरपुर के ही एक व्यक्ति ने कब्जा कर लिया है। अपने प्लॉट पर हुए कब्जे और दूसरे कारणों का वह प्रशासन व पुलिस से कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।

 

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