राजनीति

Newsराजनीतिराज्य

स्मॉग की चपेट में दिल्ली-नोएड सहित पूरा NCR

नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और उत्तरप्रदेश सहित उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में बुधवार 13 नवम्बर की सुंबह इस मौसम में अभी तक का सबसे घना कोहरा देखने को मिला है। धुंध की वजह से विजिबिलटी यानी दृश्यता काफी कम हो गयी है। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुबह 6 बजे 100 मीटर विजिबिलटी रही है तो वहीं हिंडन एयरपोर्ट और पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर जीरों विजिबिलिटी दर्ज की गयी है। हालांकि दिन चढ़ने के साथ इसके छंटने का अनुमान है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत में अचानक बदले मौसम और घने कोहरे के पीछे कई पर्यावरणीय वजह और मौसमी गतिविधियां जिम्मेदार हो सकती है। दिल्ली-पंजाब-यूपी से लेकर असम तक सुबह-सुबह आसमान में धुंध नजर आ रही है और तापमान में भी गिरावट आने से लोगों को ठण्ड का अहसास होने लगा है।

Newsराजनीति

झारखंड में 43 सीटों मतदान शुरू, पूर्व सीएम चंपाई सहित 683 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर

नई दिल्ली. झारखंड में आज लोकतंत्र के महापर्व में होम देने की तैयारी शुरू हो गयी है। राज्य में 2 चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे जिसमें चरण मतदान सुबह 7 बजे शुरू हो गया है। मतदान शाम 6 बजे तक चलेगा। पहले चरण में आज यानी कि बुधवार का 43 सीटों पर मतदान चल रहा है। जबकि दूसरे चरण में 38 सीटों के लिये 20 नवम्बर को मतदान होगा। चुनाव परिणाम 23 नवम्बर को महाराष्ट्र के साथ ही आयेंगे। झारखंड में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को समाप्त हो रहा है। राज्य में 950 मतदान केन्द्र ऐसी भी है जहां मतदान का समय शाम 4 बजे तक ही रहेगा।
पहले चरण की 43 सीटों के लिये 15344 मतदान केन्द्र बनाये गये है। निष्पक्ष पारदर्शी और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिये केन्द्रीय अद्धसैनिक बलों की 200 कंपनियां तैनात की गयी है। निर्वाचनर आयोग के अनुसार झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 683 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है। जिसमें 73 महिला उम्मीदवार भी शामिल है। पहले चरण की 43 विधानसभा सीटों में से 17 सामान्य वर्ग से हैं जबकि 20 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिये और 6 सीटें अनुसूचित जाति के लिये आरक्षित है।

Newsमप्र छत्तीसगढ़राजनीतिराज्य

दो चोर मंदिर के ताले तोड़कर घूसे, दान पेटी तोड़कर नगदी, मोबाइल और लैपटॉप ले गये चोर, CCTV में कैद हुए चोर

ग्वालियर. चोर गैंग ने एक मंदिर में चोरी की घटना को अंजाम दिया है। चोरों ने मंदिर से लैटटॉप, मोबाइल और दानपेटी के ताले तोड़कर उसमें रखा नगद कैश चुरा लिया। यह पूरी घटना मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमेरे में कैद हो गयी है। घटना ग्वालियर के पड़ाव थाना इलाके के फूलबाग चौराहे स्थित श्री मार्कण्डेश्वर महादेव मंदिर में मंगलवार की रात की है। सुबह जब पुजारी की मां जागी, तो मंदिर और दानपेटी के ताले टूटे हुए मिले। स्थिति को समझते ही पुलिस को खबर दी गयी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की। पुजारी की मांग की शिकायत पर मामला दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी गयी है।
यह है पूरा मामला
ग्वालियर के पड़ाव थाना क्षेत्र के फूलबाग चौराहे पर स्थित श्री मार्कण्डेश्वर महादेव मंदिर की देखरेख पंडित मनोज भार्गव करते हैं, जो अपनी पत्नी नीतू और मां के साथ मंदिर में रहते हैं। सोमवार को पुजारी मनोज भार्गव अपनी बुजुर्ग मां को मंदिर के घर में छोड़कर अपनी पत्नी नीतू के साथ आगरा किसी रिश्तेदार से मिलने गए थे। इसी दौरान, सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात करीब 2:45 बजे दो चोर मंदिर के पिछले दरवाजे का ताला तोड़कर अंदर घुस गए। उन्होंने कमरे में सो रही दादी के पास रखा मोबाइल, लैपटॉप, मंदिर में बजने वाले भजन का म्यूजिक सिस्टम और दानपेटी तोड़कर उसमें रखी नकदी चुरा ली।
चोरी की यह घटना मंदिर में लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई। सुबह जब पुजारी की मां जागी, तो दानपेटी टूटी पड़ी थी और अन्य सामान चोरी हो चुका था। यह देखते ही उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दी। पुजारी के रिश्तेदार दीपक तिवारी ने बताया कि सोमवार को पुजारी अपनी पत्नी के साथ आगरा गए थे, उस समय उनकी मां अकेली थीं। इसी दौरान, दो चोर मंदिर के पिछले दरवाजे का ताला तोड़कर अंदर घुस आए और दानपेटी तोड़कर उसमें रखी नकदी, मोबाइल और एक लैपटॉप चुरा ले गए।

Newsराजनीतिराज्य

दिनदहाडे प्रॉपर्टी व्यापारी पर ताबड़तोड़ गोलीबारी में मौत, सीने पर 4 और पीठ पर 2 गोलियां लगी

घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे।

ग्वालियर. दिनदहाडे एक प्रॉपर्टी व्यापारी की बदमाशों ने ताबडतोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गयी। प्रॉपर्टी व्यापारी सुनील गुर्जर के सीने पर 4 और में 2 गोलियां लगी है। हत्या का आरोप बदमाश पुष्पेन्द्र भदौरिया और उसके साथियों पर है। घटना के बाद वह फरार हो गये।
घटना सोमवार की शाम को शताब्दीपुर की है। सूचना मिलते ही महाराजपुरा थाना पुलिस, एसपी धर्मवीर सिंह घटनास्थल पर पहुंचे है। तत्काल फोरसिंक एक्सपर्ट को घटनास्थल पर बुलाया गया है। पुलिस ने जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया गया। मृतक के परिजन ने हमलावर समेत 8 लोगों नाम पुलिस को बताये है। मृतक और हमलावर कभी आपसे में साझेदारी में काम करते थे। दोनों पहले साथ में ही प्रॉपर्टी खरीदने और बेचते थे। विवाद के बाद वह अलग-अलग हो गये थे।

Newsराजनीतिराष्ट्रीय

38 वर्षे के बाद ग्वालियर को मिलेगा हार्ट सेंटर, संघ बनायेगा आरोग्यधाम हार्ट सेंटर, फर्स्ट फेज में 200 बिस्तर होंगे

ग्वालियर. गोले के मंदिर के सामने मार्क और एस्कॉर्ट हॉस्पीटल के लिये दी गयी जमीन पर अस्पताल नहीं जाने के बाद अब यह मौका आरोग्यधाम सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर बनाने का रास्ता साफ होता दिखाई दे रहा है। इसका निर्माण पिछले 38 सालों से अस्पताल के लिये आरक्षित जमीन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंद्ध संस्था तराणेकर स्मृति सेवा न्यास करवायेगी। यह अस्पताल का विस्तार होगा। आरोग्यधाम प्रबंधन ने कुछ समय पूर्व राज्य सरकार को इसका प्रस्ताव भेजा था। जिसे प्रदेश की मोहन सरकार ने मंजूरी दे दी है। अब आरोग्यधाम प्रबंधन की विभागीय प्रक्रिया पूरी करनी है। प्रारंभिक तौर पर यहां 200 बिस्तर का अस्पताल तैया होगा और बाद में धीरे-धीरे इसकी बेड क्षमता बढ़ाई जायेगी।
संघ ने आरोग्यधाम हॉस्पिटल की शुरूआत तराणेकर स्मृति सेवा न्यास के तहत 2011 में एजी ऑफिस पुल के पास की थी। यहां अभी 200 बिस्तर का अस्पताल संचालित हो रहा है। साल 2025 मे ंसंघ का शताब्दी वर्ष होने की वजह संघ इस वर्ष में सेवा कार्यो के विस्तार पर जोर दे रहा है। ग्वालियर कलेक्टर रूचिका चौहान ने बताया है कि आरोग्यधाम के प्रस्ताव को शासन से स्वीकृति मिल चुकी है।
तीन राज्यों का होगा फायदा
इस अस्पताल के बनने के पर सिर्फ ग्वालियर और अंचल के दूसरे जिलों को ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई जिलों के लोगों को भी बेहतर उपचार की सुविधा मिल सकेगी।
मार्क हॉस्पिटल
मालनपुर में टीवी कलपुर्जे बनाने वाले हॉटलाईन इंडस्ट्रीज ग्रुप ने इस जमीन पर मार्क अस्पताल के नाम से अस्पताल बनाने का जिम्मा लिया था। जमीन के कुछ हिस्से पर स्ट्रक्चर भी खड़ा कर दिया गया। लेकिन ग्रुप के घाटे में जाने पर यह बन्द हो गया।
एस्कॉर्ट हॉस्पिटल
देश के हॉस्पिटल चेन ग्रुप एस्कॉर्ट के साथ 2002 में बातचीत शुरू हुई। लेकिन भाजपा सरकार ने ग्रुपन के साथ एमओयू में दिलचस्पी नहीं ली। इसके विपरीत सरकार विभागों को जमीन का आवंटन शुरू कर दिया। लेकिन हाईकोर्ट ने आवंटन निरस्त कर दिया।
इंदिरा गांधी अस्पताल
केन्द्र में मंत्री रहते माधवराव सिंधिया ने 1986 में गोला का मंदिर के नजदीक जमीन का आवंटन कराया था। 10 जून 1989 को तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी से इंदिरा गांधी चिकित्सालय के लिये शिलान्यास कराया। सऊदी अरब के सहयोग से तैयार होना था। इस अस्पताल का निर्माण कुवैत व इराक युद्ध की वजह से अटक गया।

Newsराजनीतिराज्य

26 वर्षो से बंद पड़ी है जेसी मिल्स, सीएम बोले जल्द समाधान होगा और श्रमिकों को जल्द बकाया पैसा भी मिलेगा

ग्वालियर. सोमवार की सुबह -सुबह मुख्यमंत्री 26 वर्षो से बंद पड़ी जेसी मिल को देखने के लिये पहुंचे। श्रमिक, श्रमिकों के परिवार से भी बातचीत की है। इसके बाद उन्होंने कहा है कि जेसी मिल के श्रमिकों की समस्याओं का जल्द समाधान होने वाला है। हुकुमचंद मिल की तरह जेसी मिल के 8 हजार श्रमिकों की समस्याओं का समाधान किया जायेगा। डॉ. मोहन यादव पहले सीएम है। जेसी मिल देखने के लिये पहुंचे है। यहां के 8 हजार श्रमिक और उनके परिवार के भुगतान के इंतजार में है। अभी तक किसी भी सीएम ने यहां आकर उनकी समस्याओं के समाधान के प्रयास नहीं किया है।

सीएम ने जेसी मिल परिसर में घूमकर यहां के श्रमिक, श्रमिक परिवार के सदस्यों से बातचीत कर समस्याओं को समझा और उनके निराकरण का आश्वासन दिया।
जेसी मिल के श्रमिकों का समाधान हो अधिकारियों को लगाया है
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मैंने अधिकारियों को जेसी मिल के समाधान के लिये लगाया है। स्वयं ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के साथ मैंने मिल का निरीक्षण किया है। मैं ऐसा आश्वासन देता हूं कि जल्द ही जेसी मिल के 8 हजार श्रमिकों की समस्याओं का समाधान हो जायेगा।
मोहन यादव बोले- आईटी क्षेत्र में बहुत संभावना है
सीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ऐसी जमीनों का उपयोग उद्योग और अन्य विकास कार्यों में किया जाएगा। ग्वालियर में आईटी के क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं। यहां के युवा बाहर जाकर काम कर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि ग्वालियर में ही उनको यह मौका मिले। इसलिए इस पर भी आगे कई संभावनाओं पर काम किया जाएगा।
अचानक सीएम पहुंचे जेसी मिल
सीएम मोहन यादव रविवार की सुबह अचनाक जेसी मिल का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां से श्योपुर के विजयपुर में उपचुनाव में प्रचार करने के बाद देर रात को ग्वालियर लौटे थे। रात अधिक होने की वजह से भोपाल नहीं जा पाये। मुरार के वीवीआईपी सर्किट हाउस में उन्होंने रात्रि विश्राम किया था। यहां विश्राम करने के बाद सोमवार की सुबह वह बिना तय कार्यक्रम के ग्वालियर के हजीरा बन्द पड़ी, जेसी मिल पहुंच गये। उनके साथ प्रदेश सरकार के ऊर्जामंत्री, जिलाध्यक्ष अभय चौधरी उपस्थित रहें। यहां सीएम ने जेसी मिल परिसर में घूमकर यहां के श्रमिक, श्रमिक परिवार के सदस्यों से बातचीत कर समस्याओं को समझा और उनके समाधान का आश्वासन दिया। सीएम ने श्रमिक संघ के नेताओं से भी मुलाकात की है।
1923 में शुरू हुई थी मिल
24 फरवरी 1921 को सिंधिया स्टेट के महाराज जीवाजी राव सिंधिया ने घनश्याम दास बिरला को ‘बिरल्ला ब्रदर्स’ के नाम पर 700 बीघा से अधिक जमीन पर मिल खोलने के लिए दी थी। उसके बाद सन 1923 में इस मिल में कपड़ा उत्पादन के लिए मशीनें लगाई गई और उसके बाद यह मिल शुरू हो गया। जिसमें करीब 16000 मजदूर काम करने लगे थे। प्रतिदिन यहां करीब एक लाख गज सादा कपड़े का उत्पादन होने लगा। उसके बाद आजादी के समय इस मिल का नाम ‘जेसी मिल’ मतलब’ जीवाजी राव कॉटन मिल्स लिमिटेड’ के रूप में कन्वर्ट कर दिया गया। कुछ समय बाद इस मिल में फैंसी और जकाट लूम लगाए गए। उसके बाद कपड़े के साथ पलंग की निवाड़ और गर्म कपड़ों के लिए उनका उत्पादन भी शुरू हो गया। इसके बाद धीरे-धीरे यह जेसी मिल का पतन शुरू हुआ।28 अप्रैल 1992 में मध्य प्रदेश की तत्कालीन सुंदरलाल पटवा सरकार द्वारा बिजली बिल न भरने का नोटिस दिया। सरकार द्वारा यह बताया गया कि जेसी मिल पर बिजली का बिल लगभग 4 से 5 करोड़ है और पेनेल्टी मिलाकर कुल 55 करोड़ से अधिक हो गया है। उसके बाद बिजली का बिल का भुगतान न किए जाने का बहाना लेकर बिजली विभाग ने जेसी मिल की बिजली को काट दी। उसके बाद यह जेसी मिल पूरी तरह बंद हो गई, जिससे इस मिल में काम करने वाले 8 हजार से अधिक मजदूर बेरोजगार हो गए।

Newsराजनीतिराज्य

मुरार नदी में साफ पानी दोनों पेड़ों से तैयार होगा मॉर्निंग वॉक ट्रैक

ग्वालियर. मुरार नदी में साफ बहने से नदी जिन्दा हो उठी है। उसका 40 वर्ष पुराना वैभव एक किमी के दायरे में दिखाई देने लगा है। यह सब 2 माह पहले शहरवासियों के श्रमदान के चलते दिखाई दे रहा है। मुरार नदी का काम ठीक ढंग से किया जा सके। इसके लिये पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल अपनी टीम के साथ मौके पर खड़े दिखाई देते है। एक किलोमीटर के एरिया में नदी के दोनों ओर मिट्टी की कच्ची सड़क बनाई गयी है। नदी दोनों तरफ के किनारों पर एक हजार पौधे लगाये है। आने वाले समय में सिरोल की ओर अधिक से अधिक पौधरोपण किया जाये। मैली मुरार नदी की सफाई के लिये पूर्व विधायक की पहल पर चलाये गये श्रमदान कार्यक्रम में हर वर्ग के लोगों ने चढ़चढकर भागीदार की है। उनका कहना है कि सिरोल रोड की पुलिया पर दोनों तरफ लगाई गयी है। इससे पॉथीलिन आदि को रोका जा रहा है। नदी को सुरक्षित बनाये रखने के लिये तार फैंसिग कर गेट लगाया है।

साफ पानी रमौआ बांध की ओर से आ रहा है
रमौआ बांध से साफ पानी नदी में बहता आ रहा है। यहां अधिक बसाहट नहीं होने से मर्सी होम तक पानी साफ रहता है। सिरोल के आसपास कॉलोनी का पानी इसमें मिल जाता है। उसे रोकने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। यहां के बाद नदी अपने स्वरूप में श्रमदान करने वालों की वजह से दिखाई दे रहे है। अब तो लोग नदी को देखने के लिये भी आ रहे हैं।
नदी को जानें- कहां से निकली है और कहां जाती है
मुरार नदी वैशाली की सहायक नदी कही जाती है। इसका उद्गगम सातऊं की पहाड़ियों से होता है। ये मुरार छावनी के उत्तर ​पश्चिम दिशा में बहती है। नदी पर 3 बांध हैं। पहला कछाई नौनेरा गांव की सीमा पर, दूसरा जडे़रूआ गांव में और तीसरा बांध गुठीना गांव में है।
नमामि गंगे प्रोजेक्ट से जुड़ा
केंद्र सरकार के नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत मुरार नदी में जीर्णोद्वार का काम शुरू हुआ है। यह इस प्रोजेक्ट का हिस्सा है। रमौआ और जड़ेरूआ बांध तक नदी के दोनों तरफ सड़क, घाट, दीवार आदि बनाए जाएंगे। इस पर 26 करोड़ रुपए की राशि खर्च हो रही है।
हमारा प्रयास है ग्रीन कॉरिडोर बने
पूर्व विधायक ने कहा है कि सरकारी जमीन पर रखे पत्थर और कचरे को हटा कर दोनों ओर पेड़ लगाये गये है। पहले जलस्तर 8 से 10 फीट था अब नदी के आसपास महज 1 से 2 फीट तक है। अगले साल तक नदी के दोनों मॉर्निंग वॉक ट्रैक बनकर तैयार हो जायेगां और पेड भी बड़े हों जायेंगे। सरकारी जमीन लगभग 18सौ मीटर के आसपास है।
मुन्नालाल गोयल, पूर्व विधायक

 

Newsराजनीतिराज्य

विक्की फैक्ट्री तिराहे पर चैकिंग प्वॉइंट लगाकर की गई दुग्ध वाहनों की जाँच

चलित खाद्य प्रयोगशाला से कराई जांच और राज्य खाद्य प्रयोगशाला में जाँच कराने नमूने लिए
ग्वालियर – खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिये चलाई जा रही मुहिम दीपावली त्यौहार के बाद भी उसी गति से जारी है। इस क्रम में खाद्य सुरक्षा प्रशासन की टीम ने विक्की फैक्ट्री तिराहा पर चैकिंग प्वॉइंट लगाकर दूध व दूध से बने पदार्थों का परिवहन कर रहे वाहनों की चैकिंग की। साथ ही चलित खाद्य प्रयोगशाला के माध्यम से दूध की गुणवत्ता, फैट्स व एस एन एफ मानकों की बारीकी से जाँच कराई।
विक्की फैक्ट्री तिराहे पर लगाए गए चैकिंग प्वॉइंट से गुजर रहे दुग्ध वाहन जाँच के लिये रोके गए। जाँच के दौरान पुष्पेंन्द्र बघेल निवासी खेरवाया, शिवसिंह लोधी निवासी ग्राम बस्तरी, विनोद भान निवासी सिकरौदा, योगेश बघेल निवासी ग्राम रूबर एवं धर्मवीर यादव निवासी बस्तरी के दुग्ध वाहन का दूध एस एन एफ मानक के अनुरूप न पाए जाने पर दूध के नमूने लिए गए। इन नमूनों को जाँच के लिये खाद्य सुरक्षा विभाग की राज्य स्तरीय प्रयोगशाला में भेजा जायेगा।
चैकिंग प्वॉइंट पर कार्रवाई के लिये तैनात रही टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी लोकेन्द्र सिंह, राजेश गुप्ता, बृजेश शिरोमणि, गोविन्द नारायण, सतीश धाकड, दिनेश सिंह निम व सतीश शर्मा एवं पुलिस बल शामिल रहा।

Newsराजनीतिराज्य

रेप के आरोपी का एनकाउंटर में पैर में लगी गोली, आरोपी गिरफ्तार, 10 वर्षीय से किया था दुष्कर्म

गुना. म्याना इलाके में 10 वर्षीय बच्ची से रेप का आरोपी पुलिस एनकाउंटर में घायल हो गया। उसके पैर में गोली लगी है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। केदारनाथ के जंगल में रविवार की शाम लगभग 7 बजे एनकाउंटर हुआ है। आरोपी का नाम मुकेश 40, पिता नंदा जाटव है। वह बमोरी थाना क्षेत्र के गढ़ला उजारी गांव का रहने वाला है। एनकाउंटर के बाद पुलिस आरोपी को अस्पताल ले गयी। जहां उसका मेडीकल करवाया गया।
आपको बता दें कि बुधवार की रात म्याना थाना क्षेत्र में नाबालिग से रेप की वारदात हुई थी। बच्ची जंगल में बेसुध मिली थी और उसके शरीर पर कपड़ा भी नहीं था।
शॉर्ट एनकाउंटर में आरोपी के पैर में लगी गोली
संजीव सिन्हा ने बताया कि 7.30 बजे एनकाउंटर हुआ है। आरोपी ने पुलिस पर 2 राउंड फायर किये थे और इसके बाद पुलिस ने आत्म सुरक्षा के लिये फायर किया तो आरोपी के घुटने में चोट आयी है। इसको तत्काल मेडीकल इमरजेंसी में हॉस्पिटल में लाया गया। फिलहाल वह भर्ती है। जिस समय 6 नवम्बर को घटना घटित हुई थी। उस वक्त इसका फोटोग्राफ निकलवाया गया। हमारे पास कई अन्य संदेहियों के भी फोटोग्राफ्स थे। इन्हीं मे ंइसकी पहचान हो गयी। इसे पकड़ने के लिये आईजी ने 25 हजार रूपये के इनाम की घोषणा की गयी थी। रविवार की शाम को हुई मुठभेड में पुलिस की दो टीमें थी। हर टीम में लगभग 7-7 सदस्य शामिल थे।

जंगल में बेसुध मिली थी 10 साल की बच्ची

बच्ची के पिता ने बताया कि उसकी 10 वर्षीय बेटी अपनी मां के साथ मक्का बेचने और गेहूं पिसवाने के लिए बाजार गई थी। फसल बेचने के बाद एक दुकान से उसने गेहूं पिसवाए। इसके बाद दोनों अपने घर वापस लौट रहीं थी। इसी दौरान बीच रास्ते में उसे एक अज्ञात व्यक्ति मिला। उसने बच्ची की मां से कहा कि दुकानदार ने तुम्हें 100 रुपए कम लौटाए हैं। इसमें 100 रुपए कम हैं, तो तुम चलो या बच्ची को भेज दो, पैसे दिलवा देता हूं।अज्ञात व्यक्ति की बातों में आकर बच्ची की मां ने उसके साथ अपनी बच्ची को पैसे लाने भेज दिया। वह व्यक्ति बाइक से बच्ची को ले गया। बाजार में दुकान पर न रोककर वह बच्ची को जंगल में ले गया। वहां इसके साथ रेप किया। जब वह काफी देर तक वापस नहीं लौटा, तो पिता ने अपने कुछ परिचितों को बुलाया और बच्ची की तलाश की। लगभग दो घंटे तलाश करने के बाद बच्ची उमरी क्षेत्र में जंगल में बेसुध हालत में मिली। उसके शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था।मौके से पुलिस को सूचना दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को तत्काल इलाज के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। SDOP विवेक अष्ठाना ने बताया कि रात करीब 9:30 बजे सिरसी थाना प्रभारी को सूचना मिली थी कि एक नाबालिग के साथ में दुष्कर्म की घटना हुई है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। घटनास्थल म्याना थाना इलाके का निकला, तो म्याना पुलिस को भी सूचना दी गई। बच्ची को डायल 100 के माध्यम से जिला चिकित्सालय लाया गया। बच्ची को भोपाल रेफर कर दिया गया था, जहां बच्ची का ऑपरेशन भी हुआ।

9 दिन पहले भी दूसरी बच्ची से की थी रेप की कोशिश

आरोपी मुकेश ने इससे पहले एक नवंबर को 10 साल की ही एक दूसरी बच्ची से रेप की कोशिश की थी। ये घटना सिरसी इलाके में हुई थी। इस मामले में वह फरार चल रहा था। इस बीच उसने बुधवार को म्याना इलाके में 10 साल की बच्ची से दुष्कर्म की वारदात कर डाली।

Newsराजनीतिराज्य

लोकायुक्त पुलिस ने 5 हजार रूपये रिश्वत लेते हुए एसआई सुरेन्द्र यादव किया गिरफ्तार

मुरैना. लोकायुक्त पुलिस ने मुरैना की कोतवाली थाने में पदस्थ एक सब इंस्पेक्टर सुरेन्द्रसिंह यादव को 5 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए रविवार को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। सब इंस्पेक्टर पर आरोप है कि उसने संदीप गुर्जर नामक एक युवक के नाना तथा मामा के खिलाफ एक केस में 20 हजार रूपये की रिश्वत मांगी थी। बाद में 5 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए रविवार की दोपहर रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
संदीप गुर्जर नाम के एक युवक के नाना और मां के खिलाफ एक अपराध मुरैना की कोतवाली थाने में चल रही थी। इस मामले में उनकी गिरफ्तारी होनी थी। मामला एक जगह की फर्जी रजिस्ट्री को लेकर था। उसमें नामान्तरण भी निरस्त हो चुका था। संदीप गुर्जर ने बताया है कि इस मामले में तहसीलदार सुन नहीं रहे थे। उनके द्वारा मामा तथा चाचा के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज कर दिया गया था। पुलिस चाचा को पकड़़ कर ले आयी थी। उन्हीं को छोड़ने के एवज में ढाई हजार रूपये एसआई सुरेन्द्रसिंह यादव ने लिये थे तथा उसके बाद उसे छोड़ दिया था।
लोकायुक्त पुलिस बोली
लोकायुक्त डीएसपी विनोदसिंह कुशवाह ने कहा है कि संदीप गुर्जर ने 8 नवम्बर को लोकायुक्त कार्यालय में आकर पूरी बात बताई थी। उसके आधार पर एसआई सुरेन्द्रसिंह यादव को 5 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।