2 कुलपतियों सहित 17 प्रोफेसरों पर FIR, अरूण शर्मा बोले EOW कार्यालय के कई चक्कर काटी तब हुई एफआईआर
ग्वालियर. मुरैना के सबलगढ़ के झुंडपुरा में फर्जी शिवशक्ति कॉलेज के संचालन के मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने सोमवार को जीवाजी विश्वविद्यालय (जेयू) के कुलगुरू प्रो. अविनाश तिवारी और राजस्थान के बांसवाड़ा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केएस ठाकुर समेत 17 प्रोफेसरों पर एफआईआर दर्ज की है। मौके पर शिवशक्ति कॉलेज का कोई अस्तित्व नहीं था। इसके बावजूद प्रोफसर फर्जी कॉलेज का निरीक्षण कर संबंद्धता की अनुशंसा करते रहे।
इन पर धारा 420, 409ए, 467ए, 468 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। कॉलेज में 2012 से कागजों पर चल रहा था। इसे हर साल संबद्धता दी जा रही थी। ईओडब्ल्यू महानिदेशक उपेन्द्र जैन ने जांच में पाया है कि शिवशक्ति कॉलेज का मौके पर कोई अस्तित्व नहीं है। इस मामले मे ंजेयू के कुपति ने कोई जवाब नहीं दिया और वहीं बासवांड़ा विश्वविद्यालय के कुलपति बोले -नो कमेंट्स।
कैसे हुआ खुलासा
शिकायतकर्ता डॉ. अरूण शर्मा ने बताया है कि कैसे खुली परतें, मुझे शिवशक्ति कॉलेज का प्राचार्य ने बताया है कि शिकायत की तो जेयू से नौकरी गयी, अब बेरोजगार हूं और जान जाने का भी खतरा बना हुआ है।
मई 2023 में मुझे सबलगढ़ के शिवशक्ति कॉलेज में प्राचार्य का पद पर नियुक्त होना बताया गया। यह कॉलेज कभी झुंडपुरा तो कभी सबलगढ़ में दर्शाया गया। मैं उस वक्त आर्यांश कॉलेज मुरार में प्राचार्य और जेयू में मानसेवी शिक्षक पद पर था। मैंने पहली शिकायत तात्कालीन रजिस्ट्रार से की। दूसरी शिकायत 6 जून 2023 को की गयी। अभी तक 15 शिकायतें जेयू कुलपति समेत अन्य अधिकारियों से कर चुका हूं। लेकिन जेयू ने कोई कार्यवाही नहीं। उल्टा मुझे जेयू से मानसेवी शिक्षक की नौकरी से हटा दिया। आर्यांश कॉले से भी मुझे बाहर कर दिया गया। शिवशक्ति कॉलेज के संचालक ने जान से मारने की धमकी दी और फिर भी हार नहीं मानी। एसपी से लिखित शिकायत की। लेकिन अभी तक पुलिस सुरक्षा नहीं मिली।
ईओडब्ल्यू कार्यालय के कई चक्कर काटने के बाद हुई FIR
मैंने ठान लिया था कि न्याय के लिये लडूंगा, क्योंकि जो कॉलेज कहीं है ही नहीं। उसमें मुझे प्राचार्य कैसे दर्शाया जा रहा है। इतनी शिकायत के बाद भी जेयू ने 8 जनवरी को ऐसे कॉलेजों की सूची जारी की है। जिसे सेंट्रल गवर्नमेंट के शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के पोर्टल पर एआईएसएचई के यिले वर्ष 2023-24 का डेटा अपलोड नहीं कर रहे है। ऐसे कॉलेजों की संख्या 158 हैं इस सूची में 143 पर शिवशक्ति कॉलेज झुंडपुरा मुरैना का नाम दर्ज किया गया है। जबकि जेयू के अधिकारियों ने भलीभांति पता है यह कॉलेज झुंडपुरा में नहीं चल रहा है।