लद्दाख में पीछे हटने लगीं भारत-चीन की सेनाएं
नई दिल्ली. भारत और चीन की सेनाएं पूर्वी लद्दाख सीमा से पीछे हटना शुरू हो गई है। डेमचोक और देपसांग पॉइंट में दोनो सेनाओं ने अपने अस्थायी टेंट और शेड हटा लिए है। 28 और 29 अक्टूबर तक सेनाएं पूरी तरह से हट जाएंगी। पेट्रोलिंग के लिए सैनिकों की सीमित संख्या तय की गई है। ये संख्या कितनी है इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है। दोनों सेनाएं 2020 से पहली की स्थिति में वापस लौटेंगी साथ ही उन्हीं क्षेत्रों में गश्त करेंग जहां अप्रैल 2020 से पहले किया करत थीं। इसके अलावा कमांडर लेवल मीटिंग होती रहेगी।
भारत-चीन के बीच पेट्रोलिंग समझौता हुआ
2020 में भारत-चीन के सैनिकों के बीच गलवान झड़प के बाद से देपसांग और डेमचोक में तनाव बना हुआ था। करीब 4 साल बाद 21 अक्टूबर को दोनों देशों के बीच नया पेट्रोलिंग समझौता हुआ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया था कि इसका मकसद लद्दाख में गलवान जैसी झड़प रोकना और पहले जैसे हालात बनाना है।

