Chandrayaan-3 -कछुए की रफ्तार से करेगा लैंडिंग चन्द्रयान-3, रूस की गलती से लिया सबक
नई दिल्ली Chandrayaan-3 आज यानी कि 23 अगस्त 2023 की शाम 5.30 बजे से लेकर 6.30 बजे के बीच चांद पर कदम रखेगा। लैंडिंग दक्षिणी ध्रुव के पास होगी। इसरो न जो लॉन्गीट्यूड और लैटीट्यूड बताया है वह मैनिंजस क्रेटर की ओर इशारा करता है। इसलिये शायद उसके आसपास की लैंडिंग हो। पहले जो Chandrayaan-3 अंतरिक्ष में 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रहा था। अब वह लैंडिंग कछुए की गति से भी कम रफ्तार में करेगा। औसत कछुए 4 से 5 मीटर प्रति सेकेण्ड के गति से तैरते हैं। 1 से 2 मीटर प्रति सेकेण्ड की रफ्तार से जमीन पर चलते हैं। कछुए के नये बच्चे तो 30 घंटे में 10 किमी की यात्रा पूरी करते हैं। मादा कछुए अपने बच्चों या नर कछुओं से अधिक रफ्तार से तैरती या चलती है। ताकि वह अपने बच्चों को शिकारियों से बचा सके। खैर चन्द्रयान-3 की लैंडिंग 1 से 2 मीटर प्रति सेकेण्ड की गति से होगी।
इसरो का एक सेंटर गुजरात के अहमदाबाद में है। इसका नाम स्पेस एप्लीकेशन सेंटर और इसके डायरेक्टर नीलेश एम देसाई ने बताया कि 23 अगस्त का लैंडिंग से 2 घंटे पहले इसरो के प्रमुख वैज्ञानिक यह फैसला लेंगे कि लैंडिंग कराई जाये या नहीं।
देसाई ने बताया कि इसमें हम देखेंगे कि हमें सही जगह लैंडिंग के लिये मिली या नहीं। लैंडर की सेहत कैसी है और साथ ही चन्द्रमा के वायुमण्डल और सतह की स्थिति कैसी है। क्या वह लैंडिग के लिये उपयुक्त है। अगर किसी तरह की गड़बड़ी दिखाई देती है या आशंका पैदा होती है तो Chandrayaan-3की लैंडिंग 27 अगस्त को कराई जायेगी। किसी तरह की समस्या नहीं हुई तो 23 अगस्त को लैंडिंग कराई जायेगी।