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विकास कार्यों की समीक्षा -एलीवेटेड रोड़ के प्रथम चरण का काम हर हाल में 31 मार्च 2024 तक पूर्ण कराएँ – श्री सिंधिया

ग्वालियर एलीवेटेड कोरीडोर निर्वाध यातायात के साथ-साथ ग्वालियर शहर के महानगरीय स्वरूप में बदलाव और चहुँमुखी विकास में अहम भूमिका निभायेगा। इसलिए एलीवेटेड रोड़ के दोनों चरण के काम उच्च गुणवत्ता के साथ और तेजी से पूर्ण किए जाएँ। यह निर्देश केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर शहर के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा एलीवेटेड रोड़ के प्रथम चरण का काम हर हाल में 31 मार्च 2024 तक पूर्ण हो जाना चाहिए। इसमें से 80 प्रतिशत काम आगमी अक्टूबर माह तक पूरा करें।
रविवार को यहाँ कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुई बैठक में केन्द्रीय मंत्री ने एलीवेटेड रोड़, हजार बिस्तर अस्पताल, मुरार नदी का जीर्णोद्धार, रेलवे स्टेशन का निर्माण व सौंदर्यीकरण, डीआरडीई लैब महाराजपुरा व जीवाजी विश्वविद्यालय में प्रस्तावित मेडीकल कॉलेज सहित अन्य विकास कार्य एवं खेलो इंडिया यूथ गेम्स की तैयारी व कोविड-19 से बचाव के लिए एहतियात बतौर किए जा रहे उपायों की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में ऊर्जा मंत्री, सांसद विवेक शेजवलकर, लोक निर्माण राज्य मंत्री सुरेश धाकड़, लघु उद्योग विकास निगम की अध्यक्ष श्रीमती इमरती देवी व बीज एवं फार्म विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल भी मौजूद थे।
केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि निर्माणाधीन एलीवेटेड रोड़ की हर सप्ताह की प्रगति रिपोर्ट मय फोटोग्राफ के भेजें। उन्होंने हाल ही में लगभग 885 करोड़ रूपए की लागत से मंजूर हुए द्वितीय चरण की एलीवेटेड रोड़ की टेण्डर प्रक्रिया भी जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।
बैठक में जानकारी दी गई कि प्रथम चरण की एलीवेटेड रोड़ पर 17 व द्वितीय चरण की रोड़ पर 13 लूप प्रस्तावित हैं। ज्ञात हो प्रथम चरण में ट्रिपल आईटीएम से महारानी लक्ष्मीबाई प्रतिमा तक स्वर्ण रेखा पर लगभग 406 करोड़ रूपए की लागत से 6.50 किलोमीटर लम्बाई में फोर लेन एलीवेटेड कोरीडोर / फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है। द्वितीय चरण में महारानी लक्ष्मीबाई प्रतिमा से हनुमान बाँध होते हुए गिरवाई पुलिस चौकी एबी रोड़ तक स्वर्ण रेखा पर 7.42 किलोमीटर लम्बाई में एलीवेटेड रोड़ बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा 778 करोड़ 14 लाख रूपए की राशि मंजूर की गई है।
हजार बिस्तर अस्पताल के जनरल वार्ड भी होंगे वातानुकूलित और अंडरपास बनेगा
हजार बिस्तर अस्पताल की समीक्षा के दौरान अस्पताल के जनरल वार्ड को भी वानुकूलित करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि यह काम प्रमुखता से किया जाए, इसके लिये धन की कमी नहीं आने दी जायेगी। बैठक में जेएएच के पुराने परिसर और नवनिर्मित हजार बिस्तर अस्पताल को जोड़ने के लिये आधुनिक अंडरब्रिज बनाने पर सहमति बनी है। नवनिर्मित हजार बिस्तर अस्पताल में सफाई एवु सुरक्षा कर्मियों और मॉड्यूलर ऑपरेशन टेबल्स इत्यादि के लिये सरकार से बजट दिलायेंगे। जेएएच के डीन डॉ. अक्षय निगम ने हजार बिस्तर अस्पताल के संचालन के लिए कुल 474 सफाई व सुरक्षा कर्मियों की जरूरत बैठक में बताई। वर्तमान में 118 कर्मचारी काम कर रहे हैं। सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में विशेषज्ञ फैकल्टीज की पदस्थापना में मदद का भरोसा भी दिलाया। नवनिर्मित हजार बिस्तर अस्पताल में सभी जरूरी सुविधाएँ मुकम्मल हो जाने के बाद ही इसका उदघाटन कराया जायेगा।
हैरीटेज स्वरूप बरकरार रखते हुए करें रेलवे स्टेशन का निर्माण व सौंदर्यीकरण
रेलवे के अधिकारियों को बैठक में निर्देश दिए कि नए रेलवे स्टेशन का निर्माण व सौंदर्यीकरण पुराने स्टेशन के हैरीटेज स्वरूप को बरकरार रखते हुए करें। बैठक में बताया गया कि ग्वालियर रेलवे स्टेशन के निर्माण व सौंदर्यीकरण के लिए लगभग 463 करोड़ रूपए की राशि भारत सरकार द्वारा मंजूर की गई है। रेलवे स्टेशन बजरिया की दुकानों को प्रसतावित आईएसबीटी परिसर जैसे स्थानों पर शिफ्ट करें, जिससे दुकानदारों का कारोबार अच्छे ढंग से चल सके।
प्लेटफार्म नं.-4 की ओर तानसेन रोड़ के चौड़ीकरण के लिए रेलवे की बाउण्ड्रीवॉल को पीछे खिसकाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि रेलवे के सहयोग से इस रोड़ को फोरलेन बनाया जा सकता है। रेलवे के अधिकारियों को इस कार्य को प्रमुखता से अंजाम देने के निर्देश दिए। नए रेलवे स्टेशन के लिये फूलबाग पर बनने जा रहे विद्युत उप केन्द्र से बिजली की आपूर्ति दिलाने की बात कही।
मुरार नदी के जीर्णोद्धार के साथ रमौआ व जड़ेरूआ बांध को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करें
रमौआ डैम से जड़ेरूआ बाँध तक मुरार नदी के जीर्णोद्धार के लिए एक बार में डीपीआर तैयार करने के निर्देश केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि रमौआ व जड़ेरूआ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना तैयार कर उस पर अमल करें। प्रथम चरण में लगभग 2.72 किलोमीटर लम्बाई में मुरार नदी के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू हो चुका है। पहले चरण में पाँच जगहों पर सौंदर्यीकरण सहित अन्य कार्य कराए जायेंगे। उन्होंने शेष लगभग 9 किलोमीटर लम्बाई में मुरार नदी के जीर्णोद्धार के लिये एक ही डीपीआर तैयार करने को कहा। ज्ञात हो मुरार नदी के जीर्णोद्धार के लिए प्रथम चरण में 39 करोड़ रूपए से अधिक धनराशि मंजूर हुई है।
जेएएच के ट्रामा सेंटर का होगा विस्तार
संभाग के सबसे बड़े अस्पताल जेएएच के ट्रामा सेंटर के विस्तार व आधुनिकीकरण के लिए वे अपनी निधि से मदद देने को तैयार हैं, इसका प्रस्ताव बनाएँ। बैठक में मौजूद ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ट्रामा सेंटर के विस्तार की ओर ध्यान आकर्षित किया था।
अगली बैठक का एजेण्डा भी बताया
जल्द ही फिर से ग्वालियर शहर के विकास कार्यों की समीक्षा की जायेगी। उन्होंने अगली बैठक के एजेंडे में महाराज बाड़ा सौंदर्यीकरण, पट्टा वितरण, टूरिस्ट प्लान, शहर की पेयजल योजना के तीनों भाग, शासकीय मुद्रणालय, शहर के चारों प्रवेश द्वार, शहर में प्रस्तावित हैरीटेज रेल और स्वच्छता को शामिल किया है।
लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष श्रीमती इमरती देवी द्वारा डबरा की शुगर मिल की जमीन पर काबिज अनुसूचित जनजाति के परिवारों को आवासीय पट्टे दिलाने एवं सामुदायिक अस्पताल में चिकित्सकों की कमी और बिजली व्यवस्था को और बेहतर बनाने की ओर ध्यान आकर्षित किया।

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