LCA Mk2 फायटर जेट को मिली सरकार की हरी झंडी, फायटर से बढ़ेगी देश की ताकत
नई दिल्ली. सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) ने 1 सितम्बर 2022 का एलसीए मार्क-2 फायटर जेट (LCA Mk2 Fighter Jet) के विकास का हर झंडी दे दी है। एयरोनॉटिकल डवलपमेंट एजेंसी के प्रमुख गिरीश देवरधरे ने बताया है कि का एलसीए मार्क-2 के डवलपमेंट प्रोजेक्ट को अनुमति मिल गयी है। यह ए क अत्याधुनिक 17.5 टन का सिंगल इंजन वाला सुपरसोनिक एयरक्राफ्ट है। वायुसेना में इसके आने से पुराने मिराज 2000(Mirage 2000) जगुआर (Jaguar) और मिग (MiG-29) कॉम्बैट एयरक्राफ्ट को हटाने में मदद मिलेगी।
गिरीश देवरधरे ने बताया है कि इस फायटर जेट की पहली उड़ान वर्ष 2024 में संभव है। हालांकि इसे पूरी तरह से विकसित होकर तैयार होने में 5 वर्ष साल और लगेंगे। वर्ष 2027 से उसका पूरा उत्पादन शुरू हो जायेगा। इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिलने का मतलब है कि एलसीए मार्क-1ए (LCA Mk 1a Fighter Jet) प्रोग्राम को भी बढ़ावा मिलेगा और साथ ही 5वीं पीढ़ी के अत्याधुनिक मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट प्रोजेक्ट को डवलप करने में मदद मिलेगी।
गिरीश देवरधरे ने बताया है कि एलसीए मार्क2 फायटर जेट (LCA Mk2 Fighter Jet) के प्रोटोटाइप का विकास एक साल में हो जायेगा। उसकी उड़ान भी साल या 2 साल में संभव है। 2027 तक डवलपमेंट प्रोजेक्ट पूरा हो जायेगा। इसी बची हम इसके ट्रायल्स और अन्य विकासात्मक कार्य पूरा कर लेंगे।
DRDO को लगता है कि अगर एवियोनिक्स और अन्य क्षमताओं की बात करें तो इसे राफेल क्लास एयरक्राफ्ट की श्रेणी में रखा जा सकता है। जबकि इसका वजन कम है। भारत सरकार ने यह भी कहा है कि इस विमान का इंजन भी भारत में ही बनना चाहिये। लेकिन प्राथमिक प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद। DRDO फिलहाल एलसीए मार्क2 फायटर जेट LCA Mk2 Fighter Jet के GE-404s का एडवांस वर्जन होगा। यह इंजन फिलहाल 83 LCA-1a में लगे हुए हैं। अगले दो वर्षो के भीतर ही मार्क 1ए को भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया जायेगा। फिलहाल भारतीय वायुसेना के 30 LCA तेजस विमान मौजूद है। 2 विमानों का उपयोग HAL कर रहा है। ताकि वह LCA-1a डवलपमेंट कर सके।
आइए अब जानते हैं कि एलसीए मार्क 2 फायटर जेट (LCA Mk2 Fighter Jet) की खासियत क्या-क्या होगी। एलसीए मार्क 2 फायटर जेट LCA Mk2 Fighter Jet) में एक या दो क्रू बैठ सकेंगे। लम्बाई 47.11 फीट होगी। विंगस्पैन 27.11 फीट और ऊंचाई 15.11 फीट होगी। अधिकतम टेक ऑफ वजन 17500 किलोग्राम होगा। यह अपने साथ 6500 किलोग्राम वजन के हथियार उठाकर उड़ सकेगा।
LCA Mark 2 फाइटर जेट की सबसे बड़ी ताकत होगी उसकी गति. यह अधिकतम 2385 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ेगा. यानी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फाइटर जेट्स की गति को टक्कर देगा. इसके उड़ान की कुल रेंज 2500 किलोमीटर है जबकि कॉम्बैट रेंज 1500 किलोमीटर होगी. यह अधिकतम 56,758 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकेगा. इसमें 13 हार्ड प्वाइंट्स होंगे यानी 13 अलग-अलग प्रकार के हथियार या फिर उनका मिश्रण लगाया जा सकता है.
LCA Mark 2 फाइटर जेट में हवा से हवा में मार करने वाली MICA, ASRAAM, Meteor, Astra, NG-CCM, हवा से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस-NG ALCM, LRLACM, स्टॉर्म शैडो, क्रिस्टल मेज लगाने की योजना है. इसके अलावा एंटी-रेडिएशन मिसाइल रुद्रम 1/2/3 लगाया जाएगा. इसके अलावा इसमें प्रेसिशन गाइडेड म्यूनिशन यानी बम भी लगाए जाएंगे.
इन प्रेसिशन गाइडेड म्यूनिशन में शामिल हैं स्पाइस, HSLD-100/250/450/500, DRDO Glide Bombs, DRDO SAAW. लेजर गाइडेड बमों में सुदर्शन बम लगाया जाएगा. इसके अलावा क्लस्टर म्यूनिशन, लॉयटरिंग म्यूनिशन कैट्स अल्फा और अनगाइडेड बम लगाए जा सकते हैं.
LCA Mark 2 फाइटर जेट में जो एवियोनिक्स लगे हैं वो उसे दुश्मन का पता लगाने. हमलों से बचने में मदद करेंगे. इसमें LRDE Uttam AESA Radar, DARE Unified Electronic Warfare Suite (UEWS), DARE Dual Colour Missile Approach Warning System (DCMAWS) और DARE Targeting pod लगे होंगे.