भाजपा ने दिल्ली भेजे पार्षद, पार्षदों की हो रहे घेराबंदी

ग्वालियर. नगर सरकार जल्दी ही आकार लेने वाली है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में सभापित को लेकर अंतिम दौर की जोड़तोड़ शुरू हो गयी है। बाड़ाबंदी से बचने के लिये बीजेपी ने अपने 24 पार्षद दिल्ली भेज दिये हैं। मंगलवार की सुबह यह बस के जरिये दिल्ली के लिये रवाना हो गये हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रदेशााध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ उनकी बैठक है। मुरैना में 2 पार्षदों के लघुशंका के लिये उतरकर गायब होने की चर्चा भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई, लेकिन वह सिर्फ अफवाह निकली है।
शहर की नई नगर सरकार जल्द ही आकार लेगी। 5 अगस्त को नगर निगम के पहले सम्मेलन में सभापति का चुनाव होगा और इसके एक सप्ताह के अंदर यानि 12 अगस्त तक महापौर को मेयर इन काउंसिल (MIC) का गठन करना होगा। एमआईसी कम से कम 5 और अधिकतम दस सदस्यों की हो सकती है। खास बात यह है कि इस बार MIC में अधिकांश चेहरे नए रहेंगे। निकाय चुनाव के इतिहास में 57 साल बाद कांग्रेस की महापौर बनी हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल का गठन डॉ. शोभा सिकरवार ही करेंगी। कांग्रेस के 25 पार्षद चुनाव जीते हैं, 3 निर्दलीय उनके साथ आ गए हैं। इनमें से सिर्फ 2 पुराने चेहरे हैं, शेष सभी पहली बार के पार्षद हैं। ऐसे में एमआईसी में 60 फीसदी चेहरे नए ही रहेंगे। पर इस सबसे पह ले अपना सभापति बनाना दोनों दलों के लिए चुनौती और तनाव भरा रहेगा।
दरअसल बात यह है कि अब यह पार्षद परिषद के पहले सम्मेलन 5 अगस्त को सभापति के चुनने के लिये मतदान के समय पर ही वापिस लौटेंगे। इधर, कांग्रेस के भी अधिकतर पार्षद अण्डरग्राउण्ड हो गये हैं। निर्दलीय भी किसी की पकड़ में नहीं आ रहे हैं। भाजपा-कांग्रेस दोनों अपने-अपने सभापति और परिषद बनाने का दावा कर रही है। ऐसे में 5 अगस्त से पहले यह अंतिम 3 दिन जोड़तोड़ बाड़ाबंदी के लिये अहम महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
समर्थन देने वालों के लिए रहेगा ‘ऑफर’
महापौर का चुनाव जीतने से उत्साहित कांग्रेस के नेता अब परिषद पर भी अपना कब्जा करने की तैयारी में हैं। ऐसे में वे सभापति के चुनाव में भी पूरी दम से दावेदारी करेंगे। सभापति के लिए पार्टी पुराने पार्षद विनोद यादव, अवधेश कौरव या उपासना यादव पर दांव लगा सकती है। इसके साथ ही समर्थन देने वाले निर्दलीय या भाजपा के किसी पार्षद पर भी दांव खेल सकते हैं। अब कौन किस करवट बैठेगा, यह तो 5 अगस्त को ही पता चलेगा।

