द्रौपदी मुर्मू देश की 15वं राष्ट्रपति बनेगी, पीएम मोदी और यशवंत सिंहा ने दी बधाई
नई दिल्ली. भारत का 15वां राष्ट्रपति कौन होगा इसका अंतिम फैसला हो गया है। एनडीए की उम्मीउदवार द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को भारी अंतर से हराकर जीत हासिल की है। देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली द्रौपदी मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं और आदिवासी समाज जश्न मना रहा है।
द्रौपदी के पैतृक गांव में जश्न
द्रौपदी मुर्मू की निश्चित जीत को देखते हुए उनके पैतृक गांव उड़ीसा के रायरंगपुर में सुबह से ही जश्न की तैयारियां शुरू हो गयी थी। सुबह से ही लड्डू बनना शुरू हो गये थे। वहां लगभग 20 हजार लड्डू तैयार किये गये। उनके गांव के अलावा देश के सभी आदिवासी समाज में आज खुशी की लहर है। आदिवासी समाज से जुड़े लोक कलाकार दिल्ली में जश्न मना रहे हैं।
पीएम मोदी और यशवंत सिन्हा ने दी बधाई
भाजपा और उसके सहयोगी संगठन द्रौपदी मुर्मू की जीत की खुशी मना रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत देश के तमाम बड़े नेताओं ने महामहिम बनने पर द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी है। चुनाव परिणामों के अधिकारिक ऐलान के बाद उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने भी द्रौपदी मूर्मु को 15वीं राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी है।
ओडिशा के मयूरभंज में जन्मी हैं द्रौपदी मुर्मू
20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के छोटे से गांव में जन्मी द्रौपदी मुर्मू संथाल आदिवासी समुदाय से आती है। उनके पिता का नाम बिरंचि नारायण टुडू था। वह किसान थे, द्रौपदी मुर्मू की शुरूआती शिक्षा गांव के स्कूल में हुई थी। 1969 से 1973 तक आदिवासी आवासीय विद्यालय में पढ़ी और उसके बाद ग्रेजुएशन के लिये भुवनेश्वर के रामा देवी बुमंस कॉलेज में एडमिशन लिया। द्रौपदी अपने गांव की पहली लड़की थी जो पढ़ने के लिये भुवनेश्वर गयी थी।