दिल्ली में ओमिक्रॉन के 10 नए केस मिले
नई दिल्ली. तेलंगाना में आज ओमिक्रॉन के 2 नए मामलो की पुष्टि हुई। यहां ओमिक्रॉन के कुल 8 मामले हो गए हैं। वहीं, दिल्ली में आज ओमिक्रॉन के 10 नए केस दर्ज किए गए हैं। इसके बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 20 हो गई है। दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन ने नए मामलों की पुष्टि की है। देश में नए वैरिएंट के कुल मामले अब बढ़कर 99 हो गए हैं।
सिनोवैक बूस्टर डोज ओमिक्रॉन के खिलाफ 94 प्रतिशत प्रभावी
चीनी बायोटेक कंपनी सिनोवैक ने दावा किया कि उसकी कोरोना वैक्सीन की बूस्टर(तीसरी) डोज ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ 94 प्रतिशत प्रभावी है। कंपनी ने 2 ग्रुप्स पर स्टडी की। इस दौरान पहले ग्रुप में शामिल 20 लोगों को दो डोज लगाई गई। वहीं, दूसरे ग्रुप में शामिल 48 लोगों को तीसरी डोज दी गई। चीन के मुताबिक, पहले ग्रुप में 7 और दूसरे में 45 लोगों में ओमिक्रॉन के खिलाफ एंटीबॉडी मिली। स्टडी में पता चला कि वैक्सीन की 2 डोज ओमिक्रॉन के खिलाफ एंटीबॉडी डेवलप करने में असफल थी।
कोरोना के बढ़ते मामलों और वैक्सीनेशन ड्राइव में तेजी के बीच अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि अधिकतर अमेरिकियों को जॉनसन एंड जॉनसन की बजाय फाइजर और मॉर्डना की वैक्सीन लगाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन से बेहद कम, लेकिन गंभीर ब्लड क्लॉटिंग हो सकती है। सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के सलाहकारों ने कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन लगने के बाद हुई क्लॉटिंग के चलते अब तक अमेरिका में 9 मौतों की पुष्टि हुई है। फाइजर और मॉर्डना की वैक्सीन के साथ ऐसे रिस्क नहीं आते हैं और वे ज्यादा प्रभावी भी साबित हुई हैं।

