10-12th के ऑफलाइन एग्जाम नहीं हो पाते हैं तो आंतरिक मूल्यांकन से बनेगा रिजल्ट
भोपाल. कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्यों में ओमिक्रॉन के केस भी मिल चुके हैं। ऐसे में माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश की 10वीं और 12वीं बोर्ड के फरवरी में होने वाले एग्जाम के टलने की भी आशंका बढ़ने लगी है। बोर्ड का पूरा प्रयास ऑफलाइन परीक्षा कराने पर है, लेकिन एग्जाम के न होने की स्थिति में एक और प्लान तैयार कर लिया गया है। परीक्षा नहीं होने की स्थिति में इस बार फॉर्मूला रिजल्ट की जगह आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाएगा। इस संबंध में MP बोर्ड के सचिव उमेश कुमार ने बातचीत में मंडल की तैयारियों के बारे में बताया।
साल भर के मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाएगा
सचिव उमेश कुमार ने बताया कि साल की शुरुआत में ही मध्यप्रदेश बोर्ड के सरकारी और प्राइवेट स्कूल में आंतरिक मूल्यांकन की पूरी व्यवस्था करने के निर्देश दे दिए गए थे। हालांकि, हमारा प्रयास ऑफलाइन परीक्षा लिए जाने पर है, लेकिन अगर ऐसी स्थिति बनती है, जिससे परीक्षा नहीं होने की स्थिति बनती है तो तिमाही, अर्द्धवार्षिक और साल भर के मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाएगा।
इस तरह होंगी परीक्षा
10वीं और 12वीं क्लास की परीक्षा 12 फरवरी से शुरू होकर 20 मार्च तक चलेंगी।
इसके साथ ही 12 फरवरी से 31 मार्च तक प्रायोगिक परीक्षा ली जाएंगी।