CDS जनरल बिपिन रावत 3 महीने पहले ग्वालियर आए थे
ग्वालियर. देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का तीन महीने पहले ग्वालियर आना भी हुआ है। वैसे तो उनका ग्वालियर में रुकने का कार्यक्रम नहीं था। यहां से विमान बदलकर दतिया पीतांबरा माई के दर्शन कर विशेष अनुष्ठान में भाग लेना था, लेकिन एक इत्तेफाक खराब मौसम के कारण कई घंटे उन्हें ग्वालियर एयरबेस पर ही गुजारने पड़े। इस दौरान की यादें यहां सेना के अफसरों के पास है। CDS बिपिन रावत ने यहां अफसरों से चर्चा की थी। चर्चा में वह एक सैनिक के हौसले पर बात करते रहे। साथ ही, बॉर्डर से लेकर अंदर सेना के बेस कैंप तक के हालातों पर बात की थी इसके बाद 14 सितंबर को वह सुबह साढ़े सात बजे दतिया पहुंचे। यहां 7 घंटे तक उन्होंने विशेष अनुष्ठान किया। बुधवार दोपहर कुन्नूर में CDS बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है। इसमें CDS, उनकी पत्नी मधुलिका समेत 14 लोग सवार थे। इसमें सभी की मौत हो गई है।
विशेष विमान से ग्वालियर एयरबेस पर पहुंचे थे
देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल विपिन रावत का ग्वालियर में एक मात्र दौरा तीन महीने पहले हुआ था। 13 सितंबर की दोपहर वह सेना के विशेष विमान से ग्वालियर एयरबेस पर पहुंचे थे। यहां से उनको विमान बदलकर झांसी जाना था। वहां से लौटकर 14 सितंबर को उन्हें दतिया में पीतांबरा पीठ के दर्शन कर विशेष पूजा अर्चना करनी थी। अचानक मौसम खराब होने के कारण विमान नहीं उड़ सकता था। जिस कारण उन्होंने काफी समय ग्वालियर एयरबेस पर ही गुजारा था साथ में उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी थीं। इसके बाद उन्होंने सेना के अफसरों के साथ मुलाकात की और यहां उनका हौसला भी बढ़ाया।