विधायकों के वेतन में बढ़ोत्तरी, वेतन 1 लाख 60 रूपये होगा वेतन, विधेयक 1 दिसम्बर को लाया जायेगा
भोपाल. मध्यप्रदेश के विधायकों का वेतन बढ़ाने की तैयार कर ली है। विधायकों के वेतन में 60 हजार रूपयों की बढ़ोत्तरी होगी। अब उन्हें 1 लाख 70 हजार रूपये वेतन मिलेगा। वहीं, पूर्व विधायकों का पेंशन भत्ता 58 हजार रूपये करने पर सहमति बनी है। वहीं मुख्यमंत्री, मंत्री और राज्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष-उपाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के वेतन भी 18 से 30 प्रतिशत बढ़ाई जायेगी।
स्ंसदीय कार्य विभाग ने गुरूवार को इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसे सैद्धांतिक सहमति के लिये मुख्यमंत्री के पास भेजा जा रहा है। सरकार की कोशिश है कि विधायकों के वेतन-भत्तों में बढ़ोत्तरी से संबंधित विधेयक 1 दिसम्बर से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन स़त्र में लाया जायेगा। आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में 9 साल के बाद विधायक और मंत्रियों के वेतन में बढ़ोत्तरी होगी। प़ड़ोसी राज्य राजस्थान और छत्तीसगढ़ पहले ही विधायकों के वेतन में बढ़ोत्तरी कर चुके है। इसमें खास बात यह है कि विधायकों वेतन में बढ़ोत्तरी होने पर राज्य सरकार पर कितना बोझ पड़ेगा इसका उल्लेख नहीं किया गया है।
विधानसभा में अध्यक्ष ने की थी घोषणा
दरअसल, इसी साल बजट सत्र के दौरान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार व अन्य विधायकों ने सदन में वेतन-भत्ते बढ़ाने की मांग की थी। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने आसंदी से कहा कि यदि सरकार विधायकों के वेतन भत्ते बढ़ाने पर विचार करने के लिए समिति का गठन करें तो विधानसभा अपनी सिफारिश भेज सकती है। इस पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सहमति जताई। इसके बाद 27 अक्टूबर को तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया। इस कमेटी में डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा के अलावा बीजेपी विधायक अजय विश्नोई और खरगोन जिले के कसरावद से विधायक सचिन यादव को सदस्य के रूप में शामिल किया गया। संसदीय कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुपम राजन को सदस्य सचिव बनाया गया।

