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अनुशासन और दृढ़ संकल्प ही सफलता की सीढ़ी है: कुलगुरु

अपनी कमजोरियों को चिन्हित कर दूर करने का प्रयास करें: डॉ. सिसोदिया
जेयू में एमपी पीएससी से चयनित छात्र छात्राओं का किया सम्मान
ग्वालियर। अनुशासन और दृढ़ संकल्प ही सफलता की सीढ़ी है। जब व्यक्ति अपना लक्ष्य निर्धारित कर लेता है, और उसे पाने के लिए दृढ़ संकल्प लेकर लगन व ईमानदारी से मेहनत करता है, तो उसे सफलता मिलना निश्चित हो जाती है। इसलिए अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित करें और समय का प्रबंधन करते हुए तैयारी करें। यह कहना है जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. राजकुमार आचार्य का। वे शनिवार को जीवाजी विश्वविद्यालय के जनजातीय अध्ययन एवं विकास केंद्र और प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व अध्ययनशाला में मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग में चयनित छात्र छात्राओं को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. शांतिदेव सिसोदिया ने की। शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन कर किया। कुलगुरु का स्वागत डॉ. शांतिदेव सिसोदिया ने किया।
मुख्य अतिथि डॉ. आचार्य ने कहा, माता पिता और गुरु जीवित देवता हैं, इसलिए उनका सम्मान करें और उनके मार्गदर्शन को अपनी शक्ति बनाएं। फिर देखिए आप जीवन के लक्ष्य को कैसे प्राप्त करते हैं। विभागाध्यक्ष डॉ. शांतिदेव सिसोदिया ने कहा, आप अपनी कमजोरियों को भी चिन्हित कर उन्हें दूर करने का प्रयास करें। इस मौके पर एमपी पीएससी से प्रशासनिक एवं सहायक प्राध्यापक पदों पर चयनित प्रतिभागी निलेश मौर्य (जनपद सीईओ), रचना पाल, दीप्ति जादौन, अभिषेक शर्मा, भगवत धाकड़, शालू दुबे, बुद्धप्रिया सम्राट, आलोक शर्मा एवं गंधर्व राजपूत (सभी सहायक आचार्य) का सम्मान किया। इस अवसर पर डॉ. कृतिका प्रधान, प्रिया सुमन, राहुल बरैया, सामिन ख़ान, सूरज दीक्षित आदि उपस्थित रहे।

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