चलित प्रयोगशाला से छात्रों ने सीखी मिलावट पकड़ने की आसान तकनीकें खाद्य प्रतिष्ठानों पर निरीक्षण

ग्वालियर – खाद्य पदार्थों में मिलावट की पहचान के प्रति स्कूली छात्र-छात्राओं को जागरूक करने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को ग्रामीण अंचल स्थित शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, घाटीगांव में विभाग की चलित प्रयोगशाला के माध्यम से जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। शिविर में शिक्षकगण और छात्रों को खाद्य तेल, मसाले, दूध, मावा, पनीर, घी आदि में मिलावट पहचानने के सरल और वैज्ञानिक तरीकों का प्रशिक्षण दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि यदि मावा, दूध, दही, पनीर या मिठाई में आयोडीन अथवा टिंचर आयोडीन की बूंदें डालने पर रंग नीला या बैंगनी हो जाए, तो उसे मिलावटी समझा जाना चाहिए। विद्यार्थियों को इस जानकारी को अपने परिवार और समाज में साझा करने के लिए प्रेरित किया गया।
घाटीगांव और डबरा में खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण, नमूने भेजे प्रयोगशाला
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमों द्वारा घाटीगांव और डबरा में डेयरी एवं खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण भी किया गया। निरीक्षण के दौरान विभिन्न खाद्य पदार्थों के नमूने लिए गए।
घाटीगांव में इन दुकानों से लिए नमूने
खाद्य सुरक्षा अधिकारी लोकेन्द्र सिंह ने -गुरु किराना एंड जनरल स्टोर, एबीरोड से दाल, पोहा, बेसन और चावल के नमूने लिए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी निरूपमा शर्मा ने बाबूलाल किराना स्टोर से दाल, मसाले और सरसों तेल के नमूने लिए।
डबरा में इन प्रतिष्ठानों से लिए नमूने
खाद्य सुरक्षा अधिकारी बृजेश कुमार शिरोमणि ने जैन दूध डेयरी एवं स्वीट सेंटर, जवाहरगंज से मावा और मिल्क क्रीम के नमूने लिए। निरीक्षण के दौरान वहीं खड़े दूध कलेक्शन टैंकर (एमपी 07 जीए 7170) से ड्राइवर प्रदीप शर्मा द्वारा मिल रही जानकारी के आधार पर दूध का नमूना लिया गया।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी गोविन्द नारायण सरगैयां ने आयुषी दूध डेयरी, गाड़ीअड्डा रोड से दूध एवं घी के नमूने लिए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी बृजेश कुमार शिरोमणि ने कन्हैया स्वीट्स से बेसन बर्फी व मलाई बर्फी के नमूने लिए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी सतीश धाकड़ ने हरि डेयरी से दूध और दही के नमूने लिए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी सतीश कुमार शर्मा ने शिव दूध डेयरी, पुराना बिजलीघर रोड से दूध एवं पनीर के नमूने लिए।
सभी नमूनों को जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, भोपाल भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

