4 शहरों में ब्लास्ट की योजना हुई फेल, आतंकियों के बीच पैसों का विवाद बना
नई दिल्ली. दिल्ली ब्लास्ट को लेकर जांच एजेंसियों एनआईए ने गुरुवार को खुलासा किया कि लगभग 8 आतंकवादी भारत के 4 प्रमुख शहरों में सिलसिलेवार धमाके करने की बड़ी साजिश रच रहे थे। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है कि आतंकवादी दो-दो के समूहों में बंटकर अलग-अलग शहरों में जाने वाले थे, और प्रत्येक ग्रुप के पास कई आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) होने की योजना थी। सूत्रों के अनुसार, लगभग आठ संदिग्धों ने चार स्थानों पर सिलसिलेवार धमाका करने की योजना बनाई थी। वे दो-दो के समूहों में चार शहरों में जाने वाले थे। प्रत्येक समूह के पास कई आईईडी होने वाले थे।
फंडिंग के पैसों से खरीदा सामान
जांच में सामने आया है कि मुख्य संदिग्ध डॉ. मुजम्मिल, डॉ. अदील, उमर और शाहीन ने मिलकर करीब 20 लाख रुपये नकद जुटाए थे, जो दिल्ली धमाके से पहले उमर को सौंपे गए। इन पैसों से गुरुग्राम, नूह और आसपास के इलाकों से आईईडी बनाने के लिए 20 क्विंटल से अधिक एनपीके उर्वरक मात्र 3 लाख रुपये में खरीदा गया।
उमर और मुजम्मिल में पैसों को लेकर विवाद
सूत्रों ने बताया, उन्होंने बाद में गुरुग्राम, नूह और आसपास के इलाकों से आईईडी तैयारी के लिए 20 क्विंटल से अधिक एनपीके उर्वरक 3 लाख रुपये में खरीदा था। इसके अलावा, उमर और डॉ. मुजम्मिल के बीच पैसों को लेकर विवाद भी हुआ था। उमर ने सिग्नल ऐप पर 2-4 सदस्यों का एक ग्रुप बनाया था, जहां साजिश की चर्चा होती थी।
दो पुरानी गाड़ियां कर रहे थे तैयार
एजेंसियां यह भी जांच रही हैं कि धमाकों के लिए संदिग्ध दो और पुरानी गाड़ियां तैयार करने की योजना बना रहे थे, जिनमें विस्फोटक भरकर बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने की मंशा थी।

