Newsमप्र छत्तीसगढ़

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर “प्राचीन भारतीय परंपरा में मानसिक स्वास्थ्य” विषय पर व्याख्यान का आयोजन”

ग्वालियर, – विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर के मनोविज्ञान विभाग एवं भारतीय ज्ञान परंपरा (नोडल) के संयुक्त तत्वावधान में “प्राचीन भारतीय परंपरा में मानसिक स्वास्थ्य” विषय पर एक प्रेरणादायी व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस आयोजन में ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी (Officer Training Academy) की भी प्रमुख भूमिका रही।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिथि कुलगुरु प्रो. राजकुमार आचार्य ने की l मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता डॉ रंजीत कुमार (मानसिक आरोग्यशाला, ग्वालियर) तथा संयोजक डॉ शान्तिदेव सिसोदिया रहे। कार्यक्रम का संचालन मनोविज्ञान विभाग की डॉ याशी जैन, डॉ सिल्की चौधरी एवं निशा कुशवाहा के मार्गदर्शन में किया गया।
कुलगुरु डॉ राजकुमार आचार्य ने अपने अध्यक्षयी उद्बोधन में कहा  “मानसिक स्वास्थ्य व्यक्ति के पारिवारिक जुड़ाव और संवाद पर आधारित है। परिवार के साथ नियमित वार्तालाप एवं सहभागिता मानसिक संतुलन बनाए रखने में अत्यंत सहायक होती है।”
मुख्य अतिथि डॉ रंजीत कुमार ने अपने विचार रखते हुए कहा “समस्याएँ जीवन का स्वाभाविक हिस्सा हैं, परंतु उनका परिणाम व्यक्ति की सोच पर निर्भर करता है। जैसे प्रकृति ने ‘सुख-दुख’ और ‘दिन-रात’ दो विकल्प दिए हैं, वैसे ही व्यक्ति को भी जीवन में वैकल्पिक सोच अपनानी चाहिए ताकि मानसिक दृढ़ता बनी रहे।”
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. शान्तिदेव सिसोदिया ने कहा  “संयुक्त परिवार व्यवस्था और ग्रामीण परिवेश व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाने में अत्यंत सहायक सिद्ध होते हैं। प्राचीन भारतीय जीवनशैली में मानसिक शांति और संतुलन के अनेक सूत्र निहित हैं जिन्हें आज पुनः अपनाने की आवश्यकता है।”मनोविज्ञान विभाग के विद्यार्थियों ने मानसिक स्वास्थ्य पर आधारित नुक्कड़ नाटक, पोस्टर, स्लोगन लेखन, कविता पाठ एवं संवेगों की अभिव्यक्ति कला के माध्यम से अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की।
प्रतियोगिताओं में विजेता
नुक्कड़ नाटक में विद्यार्थियों की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। पोस्टर प्रतियोगिता में रहनुमा खातून विजेता रहीं। भाषण प्रतियोगिता में आदित्य माहौर ने प्रथम स्थान हासिल किया। इसके अतिरिक्त मेघराज शर्मा, आनन्द मिश्रा, वन्दना, पूजा, गौरी, रीता शर्मा, निमिशा, दीक्षा, कुशल, सोनम, आरुषि, डाॅ. प्रियंक, प्रियंका सहित अनेक विद्यार्थियों ने अपनी उपस्थिति और सहभागिता से कार्यक्रम को सफल बनाया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *