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खुशखबरी – वैज्ञानिकों ने खोजा कैंसर से लड़ने का नया हथियार, GRP आधारित वैक्सीन बन सकती है गेम चेंजर

नई दिल्ली. आज के समय में कैंसर एक बडी चुनौती बन चुना है। दुनियाभर में वैज्ञानिक लगातार इसकी दवा और वैक्सीन पर काम कर रहे है। इसी कडी में हाल के वर्षों में जीआरपी आधारित वैक्सीन पर रिसर्च ने सबका ध्यान खींचा है। माना जा रहा है कि ये वैक्सीन कैंसर के इलाज और रोकथाम में बडी भूमिका निभा सकती है।
जीआरपी कैसे काम करते है
जीआरपी हमारे शरीर में मौजूद एक खास प्रकार के प्रोटीन होते है। ये कोशिकाओं को तनाव से बचाते है और प्रोटीन को सही आकार देने में मदद करते है लेकिन इरकी सबसे खास बात यह है कि ये हमारे इम्यून सिस्टम को सक्रिय करते है। जीआरपी शरीर की प्रतिरोधक कोशिकाओं को कैंसर की पहचान करने और उसे नष्ट करने की क्षमता देते है। खासकर जीआरपी 94/जीपी 96 और जीआरपी 170 को वैज्ञानिक कैंसर वैक्सीन बनाने के लिए सबसे कारगर मानते है।
जीआरपी 170 सबसे ज्यादा असरदार
वैज्ञानिकों का मानना है कि जीआरपी 170 बाकी सभी जीआरपीएस से ज्यादा असरदार है। इसकी सबसे बडी खासियत यह है कि यह शरीर को पूरे कैंसर एंटीजेन की जानकारी देता है जिससे हमारी इम्यून कोशिकाएं कैंसर की पहचान करके उस पर तेजी से हमला कर सकती है। यही वजह है कि जीआरपी 170 को भविष्य की कैंसर वैक्सीन के लिए सबसे बडा गेम चेंजर माना जा रहा है।
रिसर्च से क्या पता चला
अब तक हुए प्री-क्लिनिकल ट्रायल्स में जीआरपी आधारित वैक्सीन ने चूहों पर अच्छे नतीजे दिखाए हैं। इस वैक्सीन ने कैंसर की शुरुआत को रोका। ट्यूमर के फैलाव को कम किया। और सबसे अहम बात लंबे समय तक इम्यूनिटी (प्रतिरोधक क्षमता) बनी रही।

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