आईजी, डीआईजी एवं ग्वालियर, भिण्ड़ व दतिया जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों की मौजूदगी में हुई बैठक
ई-दर्शन गाईड के माध्यम से श्रृद्धालु घर बैठे कर सकेंगे माता के दर्शन
ग्वालियर – हर परिस्थिति एवं पूर्व के अनुभवों को ध्यान में रखकर पुख्ता व पर्याप्त व्यवस्थायें करें, जिससे श्रद्धालु सुविधाजनक तरीके से माँ रतनगढ़ व कुँअर बाबा के दर्शन कर सकुशल अपने घर जा सकें। इस आशय के निर्देश संभागीय आयुक्त मनोज खत्री ने नवरात्रि एवं दीपावली दौज पर सुप्रसिद्ध रतनगढ़ माता मंदिर में आयोजित होने जा रहे विशाल मेले की तैयारियों को लेकर आयोजित हुई बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा मेले की प्रत्येक व्यवस्था को गंभीरता से लें और जरा सी भी ढ़िलाई न हो। इस अवसर पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रतनगढ़ माता मंदिर ई-दर्शन गाईड का विमोचन भी किया। ई-दर्शन गाईड पर प्रदर्शित क्यूआर कोड के माध्यम से श्रद्धालु रतनगढ़ माता मंदिर से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
समीक्षा बैठक में संभाग आयुक्त द्वारा मंदिर परिसर में निर्माणाधीन कोरीडोर, रिटेनिंग वॉल, मंदिर तक के पहुंच मार्गों, पार्किंग, विद्युत, पेयजल व शौचालय तथा अस्थायी अस्पतालों की तैयारियों की जानकारी ली। 18 सितम्बर तक मंदिर को जोड़ने वाली सभी सड़कों को पूरी तरह दुरूस्त कर लें। उन्होंने विद्युत वितरण कंपनी के महाप्रबंधक को खासतौर पर निर्देशित किया कि मेले के दौरान सुचारू विद्युत आपूर्ति के लिये पर्याप्त वैकल्पिक इंतजाम रहें। किसी भी स्थिति में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होना चाहिए।
संभाग आयुक्त ने कहा कि मेले को जोड़ने वाले सभी मार्गों पर श्रद्धालुओं के लिये पर्याप्त संख्या में पार्किंग बनाई जाएं। साथ ही हर पार्किंग पर पर्याप्त रोशनी, पेयजल, शौचालय इत्यादि की व्यवस्था की जाए। पार्किग के सांकेतिक चिन्ह जगह-जगह लगाये जाए ताकि श्रृद्धालुओं को पार्किग स्थल ढूडने में किसी समस्या का सामना ना करना पड़े। पार्किंग स्थल से मंदिर के नजदीक तक बुजुर्ग, महिलाओं एवं चलने में असमर्थ श्रद्धालुओं को पहुँचाने के लिये ई-रिक्शा की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने अनाउंसमेंट व कंट्रोल रूम का संचालन अनुभवी व्यक्तियों से कराने के निर्देश दिए। साथ कहा कि लाउड स्पीकर की आवाज मेले के प्रत्येक कोने तक स्पष्ट रूप से पहुंचे यह सुनिश्चित किया जाये।
गोताखारों की तैनाती स्नान घाट पर कराना सुनिश्चित करें। नवरात्रि के दौरान 20 तैराकों सहित एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की 3 टीमें व दीपावली दौज मेले के अवसर पर 50 तैराकों सहित 6 टीमें तैनात रहेंगीं। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मड़ीखेड़ा सहित अन्य बांधों के जल स्तर पर विशेष ध्यान रखें। यदि पानी निकालने की जरूरत हो तो वह मेले से पहले ही निकाल दिया जाए, जिससे रतनगढ़ मेले के दौरान नदी का जल स्तर बढ़ने से श्रद्धालुओं को असुविधा न हो। इस बात को पूरी गंभीरता से लें।