VISM में खेल दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, हुआ वाॅलीबाॅल प्रतियोगिता का आयोजन
ग्वालियर। VISM ग्रुप ऑफ स्ट्डीज़ में राष्ट्रीय खेल दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर काॅलेज लेवल वाॅली-बाॅल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डाॅ. वीपीएस जादौन, प्राचार्य साइंस काॅलेज, विशिष्ट अतिथि डाॅ. रोजेन्द्र सिंह, पूर्व डायरेक्टर, फिजिकल एज्युकेशन, जीवाजी विश्वविद्यालय उपस्थित रहें एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के चेयरमैन डाॅ. सुनील राठौर ने की। प्रतियोगिता में नर्सिंग, पैरामेडीकल एवं फार्मेसी महाविद्यालयों की दो -दो टीमों ने भागीदारी की। जिसमें कड़े मुकाबलो के बाद नर्सिंग महाविद्यालय की दोनो टीमें फाईनल में पहुची। फाईनल मैच नर्सिंग टीम ए कप्तान हितेश सिंह राणा एवं नर्सिंग टीम बी कप्तान दुष्यन्त तिवारी के बीच खेला गया। जिसमें नर्सिंग टीम ए कप्तान हितेश सिंह राणा ने विजय प्राप्त कर गोल्ड मेडल हासिल किया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि डाॅ. वीपीएस जादौन ने कहा खेल हमेशा खेल भावना के साथ खेले जो टीम हारी है वह हारने के बाद अपने खेल को और बेहतर बनाने की कोशिश करें। तत्पश्चात् विशिष्ट अतिथि डाॅ. रोजेन्द्र सिंह ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को बताया कि मेजर ध्यानचंद्र जी ने अपना परचम देश के साथ -साथ बिदेशों में भी लहराया था। उन्होंने यह भी कहा कि मनुष्य को जीवन में एक घंटे प्रतिदिन खेल खेलना चाहिए जो मनुष्य अपनी दिनचर्या में खेल को शामिल करता है वह कम बीमार होता है और बह शारीरिक रूप के साथ -साथ मानसिक रूप से भी मजबूत होता है। जीवन में धन दौलत के साथ-साथ स्वास्थ्य भी एक बहुत बड़ी पूंजी है। अगर आपको स्वस्थ रहना है तो खेल एवं एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करना होगा। अंत में संस्थान के चेयरमैन डाॅ. सुनील राठौर ने अपने उदबोधन में कहा कि धयानचंद्र का नाम ध्यानच्रदं इसलिये पड़ा क्योकि उन्होंने चादनी रात में मेहनत करके भारत को 1928, 1932 एवं 1936 के ओलमपिक में भारत को स्वर्ण पदक जीता कर अन्तराष्ट्रीय स्तर पर हाॅकी के क्षेत्र में भारत का नाम रोशन किया। ऐसे ही आप सभी छात्र-छात्राऐं मेहनत करके अपने- अपने क्षेत्र में अपने माता-पिता एवं संस्थान के साथ-साथ देश का नाम रोशन करें। इस मौके पर संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर, ग्रुप निदेशक डाॅ. प्रज्ञा सिंह सहित समस्त स्टाॅफ व छात्र-छात्राऐं मौजूद रहें।

