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एक ही झटके में किराना हिल्स का होगा खात्मा, अमेरिकी बंकर बस्तर से भी होगी खतरनाक मिसाइल, भारत बना रहा अग्नि-V 

नई दिल्ली. भारत ने अपनी रक्षा शक्ति को और मजबूत करने के लिये अग्नि-V मिसाइल के एक नये पारंपरिक (गैर परमाणु) वैरियेंट के विकास की शुरूआत की है। यह मिसाइल 7.5 टन के भारी वारहेड से लैस होगी। इसकी रेंज 2000-2500 किमी तक सीमित होगा। इस मिसाइल में 2 प्रकार के वारहेड विकसित किये जा रहे हे। एयरबर्स्ट वारहेड जो बड़े क्षेत्र में जमीनी ढांचों को नष्ट करेगा। दूसरा बंकर बस्टर वारहेड जो 80-100 मीटर गहरे भूमिगत ठिकानों को निशाना बनायेगा। यह विकास भारत की सामरिक ताकत को बढ़ायेगा और क्षेत्रीय देशों को खासकर पाकिस्तान और चीन पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ेगा।
अग्नि-V  के नये संस्करण में क्या खास
अग्नि-V  भारत की सबसे एडवांस्ड इंटरकॉन्टिनेल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है। जिसे DRDO ने विकसित किया है। इसका मौजूदा वैरियेंट परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। रेंज 7 हजार किमी से ज्यादा है जो इसे चीन पाकिस्तान और यहां तक कि यूरोप के कुछ हिस्सों तक पहुंचने में सक्षम बनाता है।
एयरबर्स्ट वारहेड
यह वारहेड हवा में फटता है बड़े क्षेत्र में जमीनी ढांचों जैसे हवाई अड्डों, रडार स्टेशनों और सैन्य ठिकानों को नष्ट करता है। इसका उपयोग हवाई अड्डों को निष्क्रिय करने विमानों को नष्ट करने और बड़े पैमाने पर सैन्य सुविधाओं को तवाह करने के लिये किया जा सकता है। यह बड़े क्षेत्र को प्रभावित करता है। जिससे दुश्मन की सैन्य ताकत को एक झटके में कमजौर किया जा सकता है।
बंकर-बस्टर वारहेड: यह वारहेड विशेष रूप से 80-100 मीटर गहरे भूमिगत ठिकानों को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसका उपयोग परमाणु हथियारों के भंडार, कमांड सेंटर और अन्य महत्वपूर्ण भूमिगत सुविधाओं को निशाना बनाने के लिए होगा. यह वारहेड कठोर कंक्रीट और स्टील की संरचनाओं को भेद सकता है, जो इसे अत्यधिक प्रभावी बनाता है।
रेंज और तकनीक
रेंज-इस नए संस्करण की रेंज 2000-2500 किलोमीटर तक सीमित होगी, जो मौजूदा अग्नि-V की 7000 किमी रेंज से कम है। यह रेंज कमी भारी 7.5 टन वारहेड के कारण है, क्योंकि भारी पेलोड के साथ मिसाइल की रेंज कम हो जाती है।
लॉन्च सिस्टम- यह मिसाइल कैनिस्टर-लॉन्च सिस्टम का उपयोग करती है, जिससे इसे सड़क या रेल के जरिए आसानी से ले जाया और तैनात किया जा सकता है. यह इसे हर मौसम और किसी भी इलाके में लॉन्च करने में सक्षम बनाता है.
नेविगेशन- अग्नि-V में रिंग लेजर गायरोस्कोप और नैविक/GPS आधारित नेविगेशन सिस्टम है, जो इसे 10 मीटर से कम की सटीकता (CEP) प्रदान करता है. यह सटीकता इसे अत्यधिक घातक बनाती है।
सामग्री- मिसाइल में हल्के कंपोजिट मटेरियल का उपयोग किया गया है, जो इसके वजन को 20% तक कम करता है. रेंज बढ़ाने में मदद करता है.
गति- यह मिसाइल मैक 24 (लगभग 29,400 किमी/घंटा) की रफ्तार से उड़ सकती है, जो इसे दुनिया की सबसे तेज मिसाइलों में से एक बनाती है।
विकास की स्थिति
यह मिसाइल अभी प्रारंभिक विकास चरण में है. DRDO ने डिज़ाइन और इंजीनियरिंग का काम शुरू कर दिया है, लेकिन इसका पहला परीक्षण अभी बाकी है। मिशन दिव्यास्त्र (मार्च 2024) में अग्नि-V के मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (MIRV) वैरिएंट का सफल परीक्षण किया गया था, जिसने भारत की तकनीकी क्षमता को साबित किया. इस नई तकनीक का उपयोग पारंपरिक संस्करण में भी हो सकता है।
क्षेत्रीय देशों पर प्रभाव
अग्नि-V का यह नया संस्करण भारत की सैन्य रणनीति में एक बड़ा बदलाव लाएगा और क्षेत्रीय देशों, विशेष रूप से पाकिस्तान और चीन पर इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा।
पाकिस्तान
रेंज और लक्ष्य: 2000-2500 किमी की रेंज के साथ, यह मिसाइल पूरे पाकिस्तान को अपने दायरे में ले सकती है. खासकर बंकर-बस्टर वारहेड पाकिस्तान के किराना हिल्स जैसे भूमिगत परमाणु ठिकानों को नष्ट करने में सक्षम होगा ।
सैन्य ठिकाने- एयरबर्स्ट वारहेड का उपयोग करके भारत पाकिस्तान के हवाई अड्डों, जैसे पेशावर, कराची या इस्लामाबाद के सैन्य हवाई अड्डों को निष्क्रिय कर सकता है, जिससे उसकी वायुसेना कमजोर होगी.
रणनीतिक संदेश- यह मिसाइल भारत की नो-फर्स्ट-यूज नीति को मजबूत करेगी, लेकिन साथ ही यह संदेश देगी कि भारत किसी भी हमले का जवाब देने के लिए तैयार है। X पर एक यूजर (@InsightGL) ने लिखा कि यह मिसाइल किराना हिल्स के प्रवेश द्वार को नष्ट करने से आगे बढ़कर पूर्ण विनाश कर सकती है।

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जुलाई में होने वाली बैठक में जीएसटी में लेकर होने जा रहा बदलाव

नई दिल्ली. 6 माह में अधिक के अंतराल के बाद संसद के मानसून सत्र से पूर्व जुलाई की शुरूआत में वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) काउंसिल की बैठक होने की उम्मीद जताई जा रही है। काउंसिल की बैठक पहले जून में होना तय थी। लेकिन अब इसके सामने बड़ा एजेंडा होने की वजह से जुलाई में यह बैठक होने की संभावना है। जीएसटी काउंसिल की बैठक की औपचारिक तारीख का ऐलान अभी नहीं गयी है। एजेंड़ा को भी बाद में अंतिम रूप दिये जाने की अनुमान है। हालांकि सूत्रों ने संकेत दिया है कि जीएसटी रेट्स में बदलाव के साथ-साथ कंपनसेशन सेस में भी बदलाव को लेकर चर्चा होगी। सेस को सरल बनाने की बढ़ती डिमांड के साथ, राज्य और केन्द्र के अधिकारियों का एक अलग टास्कफोर्स भी स्थापित किया जा सकता है।
सेस में अहम बदलाव किया जा सकता है
कंपनसेशन सेस पर चर्चा एक अहम मुद्दा होगा, क्योंकि यह मार्च 2026 में समाप्त होने वाला है। सेस को संभवतः टैक्स में बदला जा सकता है। कुछ राज्यों की चिंता है कि सेस सीधे केन्द्र के पास जायेगा। इसे एसा भी समझ सकते हैं कि कंपनसेशन सेस पर गठित मंत्रीसमूह ने सेस को जीएसटी रेट्स में विलय करने का भी समर्थन किया है। जो वर्तमान में सेस लगाने वाली वस्तुओ जैसे ऑटोमोबाइल, तम्बाकू और कोल्ड ड्रिक्स पर लागू होगा।
अब यह सेस भी लागू होंगे
ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स में मौजूदा सेस को हटाने पर सहमति बन चुकी है। अब इसकी जगह पर हेल्थ सेस और क्लीन एनर्जी सेस लगाने का प्रस्ताव है। हेल्थ सेस सिन गुड्स (सिन गुड्स) तम्बाकू जैसे उत्पादनों पर लगाया जायेगा। क्लीन एनर्जी सेस कोल और लग्जरी ऑटोमोबाइल्स पर लगाया जायेगा।

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3 हजार रूपये में एक साल के लिये होगा फास्टैग, निजी गाडि़यां 200 बार टोल क्रॉस कर पायेगी

नई दिल्ली. केन्द्र सरकार ने घोषणा की है कि अब फॉस्टैज के लिये वार्षिक पास का ऑप्शन भी मिलेगा। इसकी कीमत 3 हजार रूपये होगी। 15 अगस्त से यह पास मिलने लगेगा। अभी केवल मंथली पास और जरूरत के हिसाब से रीचार्ज की सुविधा मिलती है। केन्द्र सरकार का दावा है कि इससे देशभर के नेशनल हाइवे के टोल पर भीड़ कम होगी और पेमेंट करना भी आसान हो जायेगा। यह पास नॉन कॉमर्शियल प्रायवेट व्हीक्लस जैसे कार, जीप, वैन के लिये है और एक वर्ष तक या 200 ट्रिप्स तक चलेगा।
क्या है फॉस्टैग
फॉस्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक स्टिकर है। इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) चिप लगी होती है। इसे गाड़ी के विंडस्क्रीन पर चिपकाया जाता है। यह वाहन चालक के बैंक खाते या फॉस्टैगे वॉलेट से अटैच्ड रहता है। फॉस्टैग की मदद से टोल प्लाजा पर बना रूके टोल शुल्क का भुगतान किया जाता है। इससे समय और फ्यूल की बचत होती है।
सवाल 1: FASTag तो पहले से है, फिर ये पास क्यों?
जवाब: FASTag से हर बार टोल क्रॉस करने पर पैसे कटते हैं। लेकिन इस वार्षिक पास के साथ आप एक फिक्स्ड अमाउंट (₹3,000) में सालभर या 200 ट्रिप्स तक टोल फ्री घूम सकेंगे। ये उन लोगों के लिए किफायती है जो नेशनल हाईवे पर बार-बार ट्रैवल करते हैं। साथ ही, ये पास टोल सिस्टम को और ऑर्गनाइज्ड बनाएगा, जिससे सबको फायदा होगा।
सवाल 2: ये पास कैसे ले सकते हैं?
जवाब: पास लेना बहुत आसान होगा। NHAI यानी नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया और मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे जल्द ही हाईवे ट्रैवल एप और अपनी ऑफिशियल वेबसाइट्स पर एक अलग लिंक शुरू करेंगे। वहां से आप पास के लिए अप्लाई कर सकेंगे।
सवाल 3: 60 किलोमीटर वाला रूल क्या है?
जवाब: कई लोग शिकायत करते थे कि अगर उनके घर के 60 किलोमीटर के दायरे में टोल प्लाजा है, तो बार-बार टोल देना पड़ता है। खासकर जो लोग डेली या हफ्ते में कई बार उसी रास्ते से गुजरते हैं। ये सालाना पास इस प्रॉब्लम को सॉल्व करेगा। अब हर बार टोल देने की जरूरत नहीं।
सवाल 4: क्या ये पास हर टोल प्लाजा पर काम करेगा?
जवाब: ये पास देशभर के नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा पर काम करेगा। आप दिल्ली से मुंबई जा रहे हैं या चेन्नई से बेंगलुरु, हर जगह ये पास स्कैन होगा और पेमेंट हो जाएगा। लेकिन ध्यान दें, ये सिर्फ नेशनल हाईवे के टोल के लिए है, स्टेट हाईवे या लोकल टोल के लिए नहीं।
सवाल 5: इस पास से सरकार का क्या मकसद है?
जवाब: सरकार और NHAI का मकसद है टोल सिस्टम को और बेहतर करना। सरकार चाहती हैं-
टोल प्लाजा पर गाड़ियों की लाइन कम हो।
लोग डिजिटल पेमेंट को और ज्यादा यूज करें।
टोल कर्मी और ड्राइवर्स के बीच झगड़े खत्म हों।
60 किलोमीटर के दायरे में रहने वालों की प्रॉब्लम सॉल्व हो।
ओवरऑल, हाईवे ट्रैवल तेज, आसान, और स्ट्रेस-फ्री हो।

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हरियाणवी मॉडल की गला दबाकर हत्या, लाश फेंकी नहर में, टैंटू हुई शिनाख्त

हरियाणवी मॉडल शीतल उर्फ सिम्मी चौधरी की फाइल फोटो। - Dainik Bhaskar

सोनीपत. हरियाणा के सोनीपत के खरखोदा में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री में कार्यरत शीतल नाम की मॉडल की बदमाशों ने गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी है। मॉडल का शव गांव खांडा के नजदीक रिलायंस नहर से बरामद हुआ है। फिलहाल सूचना पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिया है और बदमाशों की तलाश शुरू कर दी गयी है।
शीतल की बहन नेहा ने कहा कि शनिवार, 14 जून को उसने वीडियो कॉल की थी। जिसमें उसने कहा कि उसका बॉयफ्रेंड उसे पीट रहा है। वह उसे जबरन साथ ले जाने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद कॉल कट गई। अब उसकी लाश मिली है। इससे पहले शीतल के बॉयफ्रेंड की कार भी रविवार सुबह पानीपत में दिल्ली पैरलल नहर में पड़ी मिली थी। जिसमें से उसे लोगों ने निकाल लिया। हालांकि शीतल उस कार में नहीं थी।
2 दिन पहले शूटिंग के लिए गई थी मॉडल
नेहा ने बताया कि शीतल उसके ही साथ रहती थी। वह हरियाणवी एल्बम में बतौर मॉडल का काम करती थी। 14 जून को गांव अहर में शूटिंग के लिए गई थी। जहां से वह वापस नहीं आई। इसके बारे में पता किया, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया।

मॉडल की PHOTOS

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पुणे नदी पर बना पुल टूटा, 30 पर्यटकों के डूबने की संभावना

पुणे में कुंदमाला टूरिस्ट स्पॉट पर इंद्रायणी नदी पर बना पुल टूटा है। यह स्पॉट पुणे से 30 किलोमीटर दूर है। - Dainik Bhaskar

पुणे. महाराष्ट्र के पुणे जिले के मावल तालुका में नदी पर बना पुल ढह गया है। 25-30 पर्यटकों केी बहने की संभावना हे। पर्यटक स्पॉट कुंदमाला में इंद्रायणी नदी पर बना पुराना टूट गया है। पुल पर काफी संख्या में पर्यटक मौजूद थे। लगभग 25-30 लोग पुल के साथ ही नदी में बह गये हैं।
गुजरात के रबी में ब्रिज टूटने से 135 मौतें हुई थी
30 अक्टूबर 2022 को एक सस्पेंशन ब्रिज गिर गया था। हादसे में 135 लोगों की मौत हो गई थी।गुजरात के मोरबी में 30 अक्टूबर 2022 को एक सस्पेंशन ब्रिज गिर गया था। हादसे में 135 लोगों की मौत हो गई थी। ब्रिज की क्षमता करीब 100 लोगों की थी, लेकिन रविवार को छुट्टी होने के चलते इस पर करीब 500 लोग जमा थे। यही हादसे की वजह बना। ब्रिज टूटने से जहां लोग गिरे, वहां 15 फीट तक पानी था। कुछ लोग तैरकर बाहर निकल आए थे। लेकिन बाकी लोग बच नहीं सके थे।

महाराष्ट्र में रविवार को पुणे जिले में नदी पर बना पुल ढह गया है। 25-30 पर्यटकों के बहने की आशंका है। स्थानीय विधायक सुनील शेलके ने बताया कि अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। जिनके शव भी बरामद कर लिए गए हैं। बताया जा रहा है कि टूरिस्ट स्पॉट कुंदमाला में नारायणी नदी पर बने पुल पर काफी संख्या में पर्यटक मौजूद थे। अचानक यह पुल टूट गया। मौके पर SDRF-NDRF की टीमें मौजूद हैं।

पुणे हादसे की तस्वीरें…

अपडेट कर रहे हैं…

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कांग्रेेस से जोड़ो दिविजय सिंह जाये भाड़ में, अचानक सकते में आ गये कार्यकर्त्ता

ग्वालियर. पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह शनिवार को ग्वालियर अल्पप्रवास आये। जहां उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं से मुलाकात की। इस बीच अचानक बोले -‘‘कांग्रेस से जोड़ो, दिग्विजय सिंह जाये भाड़ में’’। दरअसल, कांग्रेस का एक सीनियर कार्यकर्त्ता अपने बेटो को दिग्विजय सिंह से मिलाने लाया था। उसी वक्त दिग्विजय सिंह ने उनसे कहा कि युवाओं को कांग्रेस से जोड़ो।
दिग्विजय सिंह से कुछ कार्यकर्त्ताओं ने अलग से बात भी की। उनकी बात सुनने के बाद दिग्विजय सिंह ने कहा और कोई है कान फूंकने वाला, हालांकि वहां खड़े कइ्र लोग इस टिप्पणी को नहीं समझ पाये।
हम विचारधारा से जुड़े हैं, आखिरी सांस तक लड़ेंगेपूर्व सीएम ने कहा कि वे व्यक्ति नहीं, पार्टी की विचारधारा से जुड़े हैं। उन्होंने साफ कहा- ‘हमारी लड़ाई विचारधारा की है। आखिरी दम तक लड़ेंगे, चाहे सामने कोई भी हो।’
पांच साल पूरे कर चुके जिला अध्यक्षों को बदला जाए
जिला कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि पार्टी को अध्यक्ष खड़गे और राहुल गांधी द्वारा तय गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा–’जिन जिला अध्यक्षों का कार्यकाल 5 साल पूरा हो चुका है, उन्हें बदला जाना चाहिए।दिग्विजय सिंह ने दो टूक कहा कि पार्टी में जिला अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी उन नेताओं को सौंपी जानी चाहिए जो पिछले पांच वर्षों से पार्टी में सक्रिय हैं। उन्होंने यह भी कहा किया कि मैं किसी का नाम नहीं लूंगा और न ही किसी की सिफारिश करूंगा। मैं इस मामले में पार्टी नहीं बनूंगा।

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नीट यूजी में राजस्थान के महेश ने की पहली रैंक हासिल, परीक्षा में 12.36 लाख से अधिक हुए क्वालीफाई

नई दिल्ली. नीट यूजी 2025 का परिणाम जारी कर दिया गया है। इस वर्ष 2,09,113 उम्मीदवारों ने अंडर ग्रेजुएट मेडीकल कोर्स में एडमिशन के लिये नीट यूजी की परीक्षा दी थी। उम्मीदवार अब एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना स्कोरकार्ड चेक और डाउनलोड कर सकते हैं। कुल 2209318 उम्मीदवारों ने नीट यूजी 2025 की परीक्षा दी थीं जिनमें से 1236531 क्कवालीफाई हुए हैं। इनमें कुल उम्मीदवारों 1271896 लड़कियों ने नीट यूजी की परीक्षा और 722462 क्वालीफाई हुई है। वहीं 937411 लड़कों में से 514063 क्वालीफाई हुए हैं। जबकि थर्ड जेंडर के 11 उम्मीदवारों में से 06 क्वालीफाई हुए हैं।
नीट यूजी 2025 टॉपर्स
नीट यूजी 2025 परीक्षा में 99.9999547 परसेंटाइल लाकर राजस्थान के महेश कुमार ने नीट यूजी में पहली रैंक हासिल की है। पूरे देश में टॉप किया है। इसके बाद मध्यप्रदेश के उत्कर्ष अवधिया ने 99.999095 के साथ सेकेण्ड रैंक हासिल की है। महाराष्ट्र के कृषांग जोशी ने 99.9998189 पर्सेटाइल के साथ नीयू यूजी 2025 में एआईआर 3 हासिल की है।
How to check NEET UG 2025 Result: यहां देखें तरीका
स्टेप 1: आधिकारिक वेबसाइट neet.nta.nic.in पर जाएं.
स्टेप 2: होमपेज पर, ‘Candidate Activity’ में ‘NEET(UG)-2025 Result’ लिंक पर क्लिक करें.
स्टेप 3: यहां, ‘NEET 2025 scorecard download link’ पर क्लिक करें.
स्टेप 4: नया पेज खुल जाएगा, जहां अपना एप्लीकेशन नंबर और जन्म तिथि दर्ज करके सबमिट करें.
स्टेप 5: आपका नीट यूजी स्कोरकार्ड स्क्रीन पर खुल जाएगा, इसे चेक करें.
स्टेप 6: आगे के लिए नीट यूजी स्कोरकार्ड डाउनलोड करें और प्रिंटआउट ले लें.

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तत्काल टिकट-सिम कार्ड से लेकर तत्काल टिकट तक के लिये ऑथेंटिकेशन है जरूरी

नई दिल्ली. आधार नम्बर ज्यादातर भारतीयों के लिये जारी कर दिया गया है। इसका मतलब है कि आधार कार्ड होल्डर्स के लिये एक अलग से यूनिक आईडेंटी नम्बर जारी किया जा चुका है। इस आईडी की मदद से उस भारतीय शख्स की पहचाना आसान है। इसी का लाभ उठाते हुए कई सरकारी विभाग और बैंक आधार ऑथेंटिकेशन का लाभ उठा रहे हैं।
डुप्लीकेसी और अन्य फर्जीवाड़े से बचाव के लिये कई सरकारी विभाग, बैंक और यहां तक की टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां भी अब आधार ऑथेंटिकेशन के माध्यम सिम कार्ड जारी करती है। यहां तक कि अव नये नियम के तहत रेलवे का तत्काल टिकट कराने के लिये भी आईआरसीटीसी अकाउंट को आधार नम्बर से वेरीफाई करना होगा और इसके लिये 1 जुलाई से नया नियम लागू होने वाला है।
अब सवाल आता है कि आधार ऑथेंटिकेशन क्या है
दरअसल, में आधार नम्बर जारी करने वाली भारत सरकार की अथॉरिटी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की ओर से हर एक शख्स के आधार नम्बर के साथ डेमोग्राफिक इंफोर्मेशन (जिसमें नाम, डेट ऑफ बर्थ आदि) या बायोमेट्रिक्स इंफोर्मेशन (फिंगर प्रिंट या आयरिश) को सीआईडीआर में सब्मिट किया जाता है। जो यूआईडीएआई की यूनिट है।
ऐसे काम करता ऑथेंटिकेशन का पूरा प्रोसस
आधार ऑथेंटिकेशन सिस्टम को डिटेलस् में बताते हैं। इसमें एक ऑथेंटिकेशन एजेंसी या फिर सर्विस प्रोवाइडर होत हैं। जो ऑथेंटिकेशन रिक्वेंट को इनिशिएट करते है। इसमें शख्स का आधार नम्बर और उससे संबंधित डेटा को सब्मिट किया जाता है। जिसमें डेमोग्रफिक्स डेटा सब्मिट करना होता है। रिक्वेंस्ट यूआईडीएआई की डीआईडीआर के पास जाता है।
आधार ऑथेंटिकेशन के कई तरीके
आधार ऑथेंटिकेशन के 2-3 तरीके हैं। इसमें आप फेस ऑथेंटिकेशन, फिंगर प्रिंट स्कैनर और ओटीपी ऑथेंटिकेशन शामिल है। जहां बायोमेट्रिक प्रोसेस में यूजर्स को फिंगर या फेस को स्कैन कराना होता है। वहीं ओटीपी के जरिये भी ऑथेंटिकेट कर सकते हैं। जिसमें आधार कार्ड होल्डर्स के रजिस्टर्ड नम्बर पर ओटीपी जाता है।
आधार वेरीफिकेशन के लाभ
आधार ऑथेंटिकेशन, एक इंस्टेंट मैकेनिज्म है और वह आपकी आईडेंटी को ऑनलाइन तरीके से साबित करता है। इसके लिये आपको सिर्फ आधार नम्बर को लेकर आना होता है। उसके अलावा किसी अन्य डॉक्टूमेंट्स की आवश्यकता नहीं होती है।

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कॉन्फिगरेशन एरर बन गयी भारत के सबसे बड़े विमान हादसे की वजह, अहमदाबाद प्लेन क्रैश

अहमदाबाद. 12 जून 2025 की दोपहर 1.38 बजे अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट एआई171-8 बोइंग 787-8, वीटी एएनबी के हादसे ने यह समझने का मौका दिया है कि टेक ऑफ के दौरान किसी छोटी सी तकनीकी या ऑपरेशन से जुड़ी गलती (कॅन्फिगरेशन एरर) कैसे एक बड़े विमान हादसे में बदल सकती है। वह भी तब जब दोनों पायलट (कैप्टन सुमीत सभरवाल) और फस्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर अनुभवी थे और मौसम बिलकुल साफ था तापमान 43 सेल्सियस था कोई खराब मौसम नहीं था।
कॉन्फिगरेशन एरर क्या होती है?
टेकऑफ के समय कॉन्फिगरेशन एरर का मतलब होता है विमान की उन सेटिंग्स में गलती, जो उसे सही ढंग से उड़ान भरने से रोक देती हैं. इसमें फ्लैप्स की गलत सेटिंग, कम थ्रस्ट, समय से पहले टेकऑफ (रोटेशन), या लैंडिंग गियर न उठाना जैसी गलतियां शामिल होती हैं. ये सभी चीजें विमान के उठने और ऊंचाई पकड़ने की क्षमता पर असर डालती हैं, जिससे विमान स्टॉल कर सकता है या नियंत्रण खो सकता है.

 

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प्लेन डॉक्टर के हॉस्टल की 4 बिल्डिंग से टकराया, एक्सीडेंट के समय 56-60 इंटर्न डॉक्टर मोजूद थे, 6 शव मिले

अहमदाबाद. एयरइंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन सिविल अस्पताल के छात्रावास की 4 बिडिंग से टकराया था। जिनमें रेजीडेंट डॉक्टर निवास करते है। घटना के दौरान हॉस्टल में 50-60 इंटर्न डॉक्टर्स मौजूद थे। वह सभी लंच कर रहे थे। धमाके का असर इतना था कि अंदर मौजूद डॉक्टरों के शव भी टुकड़ों में बिखर गये। घटनास्थल मीडिया टीम से पता चला है कि यहां से 6 शव निकाले जा चुके हैं। विमान में आग लगने से उठे धुएं से छात्रावास की बिल्डिंग पूरी तरह से काली पड़ गयी है। हर ओर सिर्फ मलबा पड़ा था। छात्रावास खण्डर जैसा हो गया है।

देखें हॉस्टल की 20 फोटोज…

अहमदाबाद प्लेन क्रैश साइट पर CISF रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। CISF ने X पर यह तस्वीर पोस्ट की है।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश साइट पर CISF रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। CISF ने X पर यह तस्वीर पोस्ट की है।
प्लेन हॉस्टल बिल्डिंग से टकराया, प्लेन का एक हिस्सा वहां अटक गया।
प्लेन हॉस्टल बिल्डिंग से टकराया, प्लेन का एक हिस्सा वहां अटक गया।
क्रैश के बाद प्लेन के व्हील हॉस्टल बिल्डिंग पर गिरे।
क्रैश के बाद प्लेन के व्हील हॉस्टल बिल्डिंग पर गिरे।
हॉस्टल मैस की वो दीवार जिससे प्लेन टकराया। इसमें प्लेन का बड़ा हिस्सा नजर आ रहा है।
हॉस्टल मैस की वो दीवार जिससे प्लेन टकराया। इसमें प्लेन का बड़ा हिस्सा नजर आ रहा है।
हॉस्टल की मैस की तस्वीर। जब प्लेन बिल्डिंग से टकराया तब वहां लंच चल रहा था।
हॉस्टल की मैस की तस्वीर। जब प्लेन बिल्डिंग से टकराया तब वहां लंच चल रहा था।
मैस की कैंटिन जहां प्लेन टकराने के सामान बिखर गया। बाहर की तरफ आग लग गई थी।
मैस की कैंटिन जहां प्लेन टकराने के सामान बिखर गया। बाहर की तरफ आग लग गई थी।
हादसे के बाद रेस्क्यू में जुटीं बचाव टीमें।
हादसे के बाद रेस्क्यू में जुटीं बचाव टीमें।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के हॉस्टल की वो 4 बिल्डिंग जो प्लेन क्रैश की जद में आईं।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के हॉस्टल की वो 4 बिल्डिंग जो प्लेन क्रैश की जद में आईं।
प्लेन क्रैश के बाद बिल्डिंग में लगी आग के बाद अफरा-तफरी मच गई।
प्लेन क्रैश के बाद बिल्डिंग में लगी आग के बाद अफरा-तफरी मच गई।
हॉस्टल बिल्डिंग के बाहर मलवा हटाती निगम की टीमें।
हॉस्टल बिल्डिंग के बाहर मलवा हटाती निगम की टीमें।
इस फोटो में प्लेन का अगला हिस्सा दिख रहा है, जो बिल्डिंग से टकराने के बाद आगे की तरफ निकल गया।
इस फोटो में प्लेन का अगला हिस्सा दिख रहा है, जो बिल्डिंग से टकराने के बाद आगे की तरफ निकल गया।
हादसे के बाद घटनास्थल पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई, जिसे सुरक्षाकर्मियों ने हटाया।
हादसे के बाद घटनास्थल पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई, जिसे सुरक्षाकर्मियों ने हटाया।
सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग के पास खड़ी कई गाड़ियों में भी आग लग गई।
सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग के पास खड़ी कई गाड़ियों में भी आग लग गई।
जिस बिल्डिंग से फ्लाइट टकराई, वहां सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। कई डॉक्टर्स भी हादसे में घायल हैं।
जिस बिल्डिंग से फ्लाइट टकराई, वहां सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। कई डॉक्टर्स भी हादसे में घायल हैं।
घटनास्थल पर विमान का मलबा पड़ा है। इसमें से कई लोगों के शव निकाले गए हैं।
घटनास्थल पर विमान का मलबा पड़ा है। इसमें से कई लोगों के शव निकाले गए हैं।
सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग में रेस्क्यू जारी है। इसी से प्लेन टकराया था।
सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग में रेस्क्यू जारी है। इसी से प्लेन टकराया था।
सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग जलकर खाक हो गई हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग जलकर खाक हो गई हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
घटनास्थल पर एअर इंडिया की फ्लाइट का एक पहिया मिला है। पूरी फ्लाइट का सिर्फ मलबा बचा है।
घटनास्थल पर एअर इंडिया की फ्लाइट का एक पहिया मिला है। पूरी फ्लाइट का सिर्फ मलबा बचा है।
CISF ने बताया कि एअर इंडिया की फ्लाइट AI 171 क्रैश होने के बाद राहत-बचाव काम जारी है।
CISF ने बताया कि एअर इंडिया की फ्लाइट AI 171 क्रैश होने के बाद राहत-बचाव काम जारी है।
फोटो में सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग दिख रही है। इसी से टकराकर प्लेन क्रैश हुआ था।
फोटो में सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग दिख रही है। इसी से टकराकर प्लेन क्रैश हुआ था।