ग्वालियर. 42.80 करोड की लागत से बन रहे विवेकानंद नीडम ROB के निर्माण के अंतिम चरण में रेलवे ट्रैक के पास की मिट्टी की भार वहन क्षमता कम निकलने से इसके 2 पियर्स (कॉलम) की जमीन से गहराई पांच की जगह अब 7 मीटर की जा रही है। गार्डर लॉचिंग के बाद रेलवे ने डेढ महीने पहले PWD की ब्रिज शाखा को काम की अनुमति दी थी। PWD ने ट्रैक से लगे तो पियर्स के गड्डे खोदकर मिट्टी की भार वहन क्षमता की जांच कराई। उसके बाद एक्सपर्ट सलाह पर 2 पियर्स की गहराई 5 के स्थान 7 मीटर करने का निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि 967 मीटर लंबे और 18 मीटर चौडे इस रेलवे ओवर ब्रिज कुल 76 पियर्स है, इनमें से केवल देा की गहराई 7 मीटर होगी। जबकि पहले तैयार हो चुके सभी पियर्स 5 मीटर गहरे है। इस फ्लाईओवर को 30 जून को शुरू करने के लक्ष्य है।
2 साल पहले शुरू नहीं हो पाया था पियर्स का काम
जिन दो पियर्स का निर्माण किया जा रहा है वह तो दो साल पहले ही बनकर तैयार हो जाते लेकिन लोक निर्माण विभाग (PWD) की ब्रिज शाखा ने पियर्स के निर्माण की तैयारियां शुरू की तो रेलवे अफसरों ने यह कहते हुए काम शुरू नहीं करने दिया कि पियर्स बनने से रेलवे पटरियों के ऊपर अपने हिस्से काम नहीं कर पाएगा। ऐसे में ब्रिज शाखा ने काम शुरू नहीं किया। रेलवे का काम लेट हो गया। ऐसे में अब ब्रिज शाखा ने पियर्स का काम शुरू किया है। अब यहां काम तेजी से चल रहा है। अफसरों का कहना है कि पियर्स का काम जल्द से जलद खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके बाद न्यू कलेक्टोरेट वाले छोर पर काम पूरा करेंगे।
2 साल लेट है निर्माण
लोक निर्माण विभाग की ब्रिज शाखा ने विवेकानंद नीडम रेलवे ओवर ब्रिज के लिए रेलवे ट्रैक के पास एक पियर का निर्माण चल रहा है। जल्द ही दूसरे पियर का काम भी शुरू होगा, इसके बाद छत डालने का काम किया जाएगा। राजस्व भवन की ओर वाले हिस्से में पियर्स पहले ही बनाए जा चुके है। अब यह पियर्स बनने से आरओबी रेलवे ट्रैक के ऊपर जुड जाएगा।
राजस्व भवन के छोर पर काम पूरा
राजस्व भवन की ओर ROB के छोर का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। अब न्यू कलेक्ट्रेट की ओर वाले छोर पर काम शेष है। यहां काम पूरा होने के बाद आरओबी का निर्माण फाइनल हो जाएगा। वर्तमान में पुल के ऊपर छत डालने के बाद अंतिम लेयर डालने का काम चल रहा है।
पियर्स की गहराई बढाई गई है
पटरियों के पार्स जो दो पियर बनाए जा रहे है उनकी गहराई पहले 5 मीटर थी लेकिन भार वहन क्षमता के कम होने के कारण गहराई बढा कर 7 मीटर कर दी गई है। भू-अर्जन की अनुमति के लिए फाइल कलेक्ट्रेट में है। जैसे ही अनुमति मिलेगी भू-अर्जन का काम शुरू कर पुल की रिटेनिंग वॉल व छोर का बचा हुआ काम पूरा कर लिया जाएगा।
जोगेन्द्र सिंह यादव, कार्यपालन यंत्री, ब्रिज शाखा, पीडब्ल्यूडी
शुरू हो गया है निर्माण
विवेकानद नीडम रेलवे ओवर ब्रिज के लिए ट्रैक के पास पियर्स बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। पियर्स बनने के बाद छत डालेंगे। ट्रैक के दूसरी ओर पियर्स पहले ही डाले जा चुके है।
संजय कुमार जैन, प्रोजेक्ट इंजीनियर, ब्रिज शाखा, लोक निर्माण विभाग