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इजरायल और गाजा के बीच खत्म होगी जंगी, आयेगी शांति, इजरायली पीएम बोले पीस प्लान के पहले चरण को करेंगे लागू

नई दिल्ली. पीएम बैंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने शनिवार की देर रात एक असाधारण बयान जारी कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की शांति योजना पर प्रतिक्रिया दी। इस बयान में कहा गया है कि इजरायल ट्रम्प की योजना के पहले चरण के तत्काल कार्यान्वयन के लिये तैयार है। जिसके तहत सभी बंधकों की रिहाई शामिल है।
बैंजामिन नेतन्याहू के कायर्ा्रलय ने यह भी कहा है कि इजरायल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी टीम के साथ मिलकर युद्ध समाप्त करने के लिये काम जारी रखेगा। ताकि यह इजरायल के सिद्धांतों और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की दृष्टि के अनुरूप हो। हालांकि बयान में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की उस अपील का कोई जिक्र नहीं किया है। जिसमें उन्होंने बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने के लिये गाजा पर हमले रोकने के लिये कहा था।
शांति के लिये हमास तैयार-ट्रम्प
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस दौरान, शुक्रवार को घोषणा की थी कि हमास स्थाई शांति के तैयार है। उन्होंने पहली बार सार्वजनकि रूप से इजरायल से तत्काल गाजा पर हमले बन्द करने का आव्हान किया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का यह संदेश हमास द्वारा उनके प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देने के कुछ ही समय बाद आया।
प्रस्ताव को हमास ने किया स्वीकार
हमास ने अपने बयान में प्रस्ताव के कुछ हिस्सों का स्वागत किया है। लेकिन कुछ प्रावधानों पर असहमति जताते हुए अतिरिक्त बातचीत की मांग रखी है। संगठन ने कहा है कि वह सभी 48 शेष बंधकों की रिहा करने के लिये तैयार है। योजना के अनुसार स्थाई युद्धविराम लागू होने के 72 घंटे के अन्दर बंधकों को रिहा किया जायेगा। बदले में 2 हजार से अधिक फिलिस्तीनी सुरक्षा बंदियों और मारे गये गाजावासियों के शवों को सौंपा जायेगा और साथ ही इजरायल गाजा से पहले चरण में वापिसी करेगा।

 

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नगर निगम में कार्यपालन यंत्री पवन सिंघल और सुरेश अहिरबार निलंबित, निगमायुक्त के प्रस्ताव पर हुए निलंबित

कुछ इस तरह धंसकी थी महल रोड, दूर तक नजर आ रही थी सुरंग। - Dainik Bhaskar

ग्वालियर. महल रोड (चेतकपुरी सड़क) बार-बार धंसकने के मामले में नगर निगम के 2 प्रभारी कार्यपालन यंत्री पवन सिंघल और सुरेश अहिरवार को शासन स्तर पर निलंबित कर दिया गया है। यह सड़क बर्षा के दौरान 10 दिन में 8 बार घंसकी थी। जिससे पूरे प्रदेश में ग्वालियर की बदनामी हुई थी। सड़क जबबन रही थी तो उसके कार्य को नहीं देखने की लापरवाही इन दोनों प्रभारी कार्यपालन यंत्री की मानी जा रही है। राज्य शासन के नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा कार्यपालन यंत्री पंवन सिंघल एवं सुरश अहिरवार को तत्काल प्रभाव से निलंबितम करने के अलग-अलग आदेश जारी किये गये है। यह कार्यवाही निगमायुक्त संघ प्रिय द्वारा नगरीय प्रशासन विभाग को लिखे गये पत्र के आधार पर की गयी है।
न्गरनिगम और स्मार्ट सिटी द्वारा मानसून सत्र से एक माह पूर्व बनायी गयी सड़कें पहली वर्षा में ही उखड़ या घंस गयी थी। 3 माह पहले मानसून की पहली वर्षा के बीच, रातभर वर्षा होने के बाद सुबह जब लोग महल रोड पर जीवाजी क्लब के सामने से निकले, तो सड़क की जगह सुरंग दिखाई दी। नयी बनी सड़क न केवल धंसी हुई थी बल्कि नीचे लम्बी सुरंग जैसी गहराई भी दिख रही थी। आपको बता दें कि केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के महल तक जाने वाली यह वीआईपी औरमहंगी, महल रोड इस घटना से पहले पिछले 10 दिनों में 8 बार घंसक चुकी थी।
एमआईसी एक बार बचा चुकी थीं
सबसे पहले सड़कां के बनाने के समय लापरवाही पर नगर निगम आयुक्त ने प्रभारी कार्यपालन यंत्री पवन सिंघल और सुरेश अहिरवार के निलम्बन के आदेश दिये थे। लेकिन एमआईसी ने इसे अनुमोदित (मंजूर) नहीं किया था। जिस वजह से दोनों बच गये थे। लेकिन निगमायुक्त ने प्रस्ताव शासन की ओर भेज दिया था। निगमायुक्त संघप्रिय के प्रस्ताव के आधार पर शासन स्तर से दोनों प्रभारी कार्यपालन यंत्री को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। दोनों के अलग-अलग से आदेश जारी किये गये है।
नगर निगम आयुक्त ने शासन को भेजा था प्रस्ताव
ग्वालियर नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय द्वारा मध्य प्रदेश शासन के नगरीय प्रशासन विभाग को पत्र के माध्यम से अवगत कराया था कि स्ट्रांम वाटर लाइन निर्माण कार्य किए जाने के कारण सड़क खुदाई हो जाने से चेतकपुरी चौराहे से ऑडिट भवन तक डामर रोड निर्माण का कार्य नगर निगम द्वारा अनुबंधित ठेकेदार से कराया गया। वर्षाकाल के प्रारम्भ में ही नव निर्मित रोड में जगह-जगह धंसाव हो गया और रोड क्षतिग्रस्त हो गई थी। नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय द्वारा प्रभारी कार्यपालन यंत्री पवन सिंघल एवं सुरेश अहिरवार, (मूल पद सहायक यन्त्री) के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए प्रस्ताव नगरीय प्रशासन विभाग मध्य प्रदेश शासन को भेजा था। इस आधार पर शासन द्वारा पवन सिंघल एवं सुरेश अहिरवार को निलंबित कर दिया गया है।

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स्मार्ट मीटर के विरोध में होगा जंगी प्रदर्शन, 200 यूनिट मुफ्त दें बिजली, कम रेट करने जैसी 11 मांग भी करेंगे

भोपाल. स्मार्ट मीटर के विरोध में 6 अक्टूबर को भोपाल में बड़ प्रदर्शन किया जायेगा। मध्यप्रदेश बिजली उपभोक्ता एसोसियेशन (एमईसीए) के बैनरतले प्रदेश भर से उपभोक्ता डॉ. अम्बेडकर पार्क में एकत्रित होंगे। वह 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने, बिजली के रेट कम करने जैसी 11 मांग भी सरकार से करेंगे। इसे लेकर शुक्रवार को संगठन की बैठक हुई और रणनीति तैयार की गयी।
एसोसियेशन की प्रदेश संयोजक रचना अग्रवाल और लोकेश शर्मा ने बताया कि राज्य भर समेत देशभर में बिजली उपभोक्ताओं द्वारा बिजली के प्री-पेड स्मार्ट मीटर का विरोध किया जा रहा है। यह विरोध कोई औपचारिकता या कोई निहित स्वाथ पर आधारित राजनीतिक विरोध नहीं है। बल्कि हमारी दैनिक आय और जीवनमरण के प्रश्न से जुड़ा है। हाल ही में इसक दुष्परिणाम भी सामने आये हैं। बैठक में मुद्रित भटनाकर, सतीश ओझा, आरती शर्मा आदि पदाधिकारी भी उपस्थित रहें।
प्रदेश में स्मार्ट मीटर की स्थिति ठीक नहीं
स्मार्ट मीटर से अत्यधिक बढ़े हुए बिजली बिलों की समस्या मध्यप्रदेश के सभी जिलों में है। भोपाल में ही उपभोक्ताओं ने बताया कि उनका बिल हर महीने भरने के बावजूद एक उपभोक्ता का 10 हजार, दूसरे का 20 हजार, तीसरे का 29 हजार रुपए आया है। ग्वालियर में उपभोक्ता जिसका एक कमरे का घर है, के बिल 5 हजार रुपए तक आ रहे हैं। ग्वालियर के 3 उपभोक्ताओं ने बताया कि महीने में दो बार बिल आ गया है। दोनों 6-6 हजार का है। गुना, सीहोर, विदिशा, सतना, इंदौर, देवास, दमोह, जबलपुर आदि जिलों में भी आम उपभोक्ता जिसके बिजली बिल 700-800 आते थे, वे हजारों में आ रहे हैं। गुना में एक किसान को 2 लाख से ज्यादा का बिजली बिल दिया गया। जहां-जहां स्मार्ट मीटर लगे हैं, उन सभी जिलों में उपभोक्ता बिजली बिलों से पीड़ित है। लोग अपने गहने और बर्तन बेचकर बिल भर रहे हैं।
सरकार से यह मांगें

बिजली जैसे आवश्यक सेवा क्षेत्र के निजीकरण की नीति रद्द की जाए।
बिजली संशोधन विधेयक 2022 को पूरी तरह रद्द किया जाए किसी भी नाम पर लागू न किया जाए।
स्मार्ट मीटर लगाने की नीति को रद्द किया जाए।
बिजली के बिल हार्ड कॉपी के रूप में और पोस्टपेड ही दिया जाए।
स्मार्ट मीटर जो लगाए गए हैं, उन्हें हटाकर पुराना डिजिटल मीटर ही लगाया जाए।
स्मार्ट मीटर के विरोध की प्रक्रिया में विभिन्न बिजली उपभोक्ताओं पर जो एफआईआर दर्ज की गई है, केस बनाए गए हैं, उन्हें निरस्त किया जाए।
आम उपभोक्ताओं के अनुचित रूप से बढे़ हुए बिलों को (स्मार्ट मीटर और डिजिटल दोनों ही मीटरों द्वारा दिए बिलों को) रद्द किए जाए।
भविष्य में भी उपभोक्ताओं को उचित व तार्किक बिल ही दिए जाए।
बिजली के रेट कम से कम होने चाहिए जिससे गरीब उपभोक्ता भी बिल भर सके।
अगर कोई बिजली का बिल नहीं भर सका है, उसे तीन माह का समय दिया जाए। उनका बिजली कनेक्शन ना काटा जाए।
200 यूनिट बिजली सभी उपभोक्ताओं को निशुल्क दी जाए। बिजली क्षेत्र का पूरा इन्फ्रास्ट्रक्चर आम उपभोक्ता के टैक्स के पैसे से खड़ा है। उपभोक्ता का यह अधिकार है।

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पत्नी के साथ नहीं भेजने से नाराज होकर दामाद ने सास की स्कूटी को लगाई आग, सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा

ग्वालियर. पत्नी को साथ नहीं भेजने से नाराज दामाद ने सास की स्कूटी में पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। घटना 20 सितम्बर की है। इस पर से पुलिस ने शिकायती आवेदन पर जांच करने के बाद गुरूवार की रात को दामाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। अब आरोपी की तलाश की जा रही है। पुलिस को एक दिन पूर्व ही घटना के सीसीटीवी फुटेज मिले हैं। झांसी रोड थाना इलाके की आदिवासी मोहल्ला गली नम्बर 5 निवासी जानकी आदिवासी पत्नी अमरसिंह ने शिकायत की थी कि कुछ महिने पहले उसने अपनी बेटी पूजा की शादी हरिशंकरपुरम निवासी रवि आदिवासी से की थीं 2-3 महीने के बाद ही रवि अपनी पत्नी पूजा के साथ मारपीट करने लगा तो नाराज होकर पूजा अपने मायके आ गयी।
कुछ दिन पहले रवि उनके घर आया और पूजा को ले जाने की जिद करने लगा। पूजा गर्भवती है और रवि द्वारा मारपीट करने की वजह से उन्होंने भेजने से इंकार कर दिया। इस पर रवि ने झगड़ा कियां उस वक्त तो वह चला गया। लेकिन अगले ही दिन सुबह 4 बजे आया और जानकी के घर के बाहर खड़ी स्कूटी एमपी 07एसजे 3990 को आग के हवाले कर दिया, स्कूटी पूरी तरह से जलकर राख हो गयी।
CCTV कैमरे के फुटेज से हुआ खुलासा
घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामला जांच में लिया। उस समय CCTV कैमरे चेक नहीं हो पाए थे। एक दिन पहले जब पुलिस ने आसपास लगे CCTV खंगाले तो पता चला कि घटना से पहले वहां पर जानकी का दामाद रवि आता और जाता नजर आया है। इसका पता चलते ही पुलिस ने गुरुवार को आरोपी दामाद पर FIR दर्ज की है।

 

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समीक्षा बैठक से रूठे विधायक को सिंधिया साथ लेकर आये, विधायक सतीश सिकरबार को वीआईपी गेट पर रोका, सिंधिया बोले -बैठक सार्थक रहीं

ग्वालियर कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक करते हुए केन्द्रीय मंत्री सिंधिया। - Dainik Bhaskar

समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते डॉ. सिकरवार।
ग्वालियर. शुक्रवार की प्रातः 11 बजे बुलाई गयी विकास कार्यो की समीक्षा बैठक से पूर्व हाईवोल्टेज सियासी ड्राम देखने को मिला। कांग्रेस विधायक डॉ. सतीश सिकरबार अपने घर के लिये लौटने लगे तो बैठक ले रहे केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की नजर उन पड़ी तो वह स्वयं कांग्रेस विधायक को लेकर बैठक में पहुंचे। सिंधिया की समीक्षा बैठक में ग्वालियर के सांसद व विधानसभा अध्यक्ष के गुट के भारतसिंह कुशवाह बैठक से नदारद रहे। गुना-शिवपुरी सांसद और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बैठक ले रहे थें जबकि ग्वालियर सांसद भारतसिंह कुशवाह ने शिवपुरी के चूना खो में कार्यकर्त्ताओं की बैठक बुलाई थी।
इन प्रोजेक्टों की सिंधिया लगातार कर रहें हैं मॉनीटरिंग
शहर के विकास को लेकर बुलाई गयी बैठक में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कलेक्ट्रेट के सभागार में 11 प्रमुख विकास योजनाओं पर चर्चा की। जिनमें एलिवेटेड रोड़, रेलवे स्टेशन का नवीनीकरण, आगरा एक्सप्रेस वे, वेस्टर्न बायपास और चम्बल नदी से पानी की आपूर्ति जैसे प्रोजेक्ट शामिल है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि सभी कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरे हों। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा की। बैठक में प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर, मंत्री नारायण सिंह कुशवाह, पूर्व सांसद विवेक शेजवलकर और कुछ कांग्रेस पार्षद मौजूद रहे।

बाद में बैठक में बुलाए गए कांग्रेस विधायक डॉ. सिकरवार।
रूठे विधायक को सिंधिया अपने साथ लेकर आये
समीक्षा बैठक में शामिल होने के आये कांग्रेस विधायक सतीश सिकरबार जब कलेक्ट्रेट पहुंचे तो तहसीलदार कुलदीप दुबे ने उन्हें वीआईपी गेट पर रोक लिया था। तहसीलदार ने उन्हें मुख्य गेट से नहीं बल्कि दूसरे गेट से अन्दर जाने के लिये कहा। तहसीलदार के इस व्यवहार पर विधायक सिकरबार नाराज हुए और गाड़ी में बैठकर लौटने निकल पड़े। इसी बीच रास्ते में उनकी मुलाकात केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से हो गयी। सिंधिया ने मामले को समझते हुए कांग्रेस विधायक से बात की और मनाकर स्वयं अपने साथ लेकर बैठक में पहुंचे।
भाजपा राज्य में अलग-अलग गेट बनाये जाते है-सिकरबार
इस मामले में कांग्रेस विधायक डॉ. सतीश सिकरबार का कहना है कि बीजेपी के शासन में भाजपा विधायक व कांग्रेस विधायक के लिये अलग-अलग गेट बनाये थे। यह सही नहीं हैं। ऐसी व्यवस्था न मैं मानता हूं न ही चलने दूंगा।
सिंधिया बोले-समीक्षा बैठक सार्थक रही
समीक्षा बैठक के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया बोले कि यह बैठक बहुत ही सार्थक रही है। इससे शहर में चल रहे सभी विकास कार्यो पर बातचीत हुई है। सड़कों पर हमारी खुलकर बातचीत हुई है। 234 सड़के ऐसी है जिन पर काम होना है। इसके अलावा एलिवेटेड रोडद्व रेलवे स्टेशन और चम्बल से पानी लाने के प्रोजेक्ट पर भी सार्थक बातचीत हुई है।
समीक्षा बैठक लेते केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया।
1–60 वार्डों के उपभोक्ताओं को संतुष्ट और असंतुष्ट श्रेणियों में बांटकर असंतुष्ट क्षेत्रों के लिए नए प्रोजेक्ट बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि इन वार्डों में स्रोत से नई पाइपलाइन कनेक्शन डाले जाएं और 61–66 वार्डों में घर-घर तक नई पाइपलाइन पहुंचाई जाए।
केंद्रीय मंत्री ने ग्वालियर की सबसे बड़ी परियोजनाओं में शामिल एलीवेटेड रोड–I एवं II की भी समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने विशेष रूप से फेज–II के अंतर्गत स्वर्णरेखा रिवर फ्लाइओवर के कार्य की प्रगति पर जानकारी ली।
केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि यह परियोजनाएं ग्वालियर के ट्रैफिक प्रबंधन और शहर की सुंदरता दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं, इसलिए इनके काम में किसी भी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि परियोजना का 50 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
बैठक में केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर की जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना हम सबकी जिम्मेदारी है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अत्यधिक वाहन भार वाले रास्तों पर स्थानीय व्यापारियों के साथ मिलकर प्लान तैयार किया जाएगा जिससे सड़कों पर भार कम हो सके।
समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिए गए
शहर की कुल 359 सड़कों को चिन्हित किया गया और उन्हें तीन श्रेणियों में बांटा गया: ग्रीन रोड (अच्छी सड़क), येलो रोड (संतोषजनक) और रेड रोड (खस्ताहाल)। समीक्षा में 125 सड़कें ग्रीन रोड, 63 सड़कें येलो रोड और 171 सड़कें रेड रोड के अंतर्गत पाई गईं।
मंत्री ने बताया कि येलो और रेड कैटेगरी की कुल 234 सड़कों के लिए पर्याप्त फंड उपलब्ध है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़क निर्माण कार्य शुरू करने से पहले गति शक्ति पोर्टल, अधोसंरचना, मानचित्र, ऊर्जा और टेलीकॉम के तार जैसे सभी पहलुओं का ध्यान रखा जाए।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों को पहले से सूचित करने, सभी तरह की तारों को एक ही पाइपलाइन में व्यवस्थित करने, ट्रंक लाइन की सफाई हर वर्ष करने और हर सड़क पर एक सर्टिफाइड इंजीनियर नियुक्त करने के निर्देश दिए।
सिंधिया ने सीवर और नाली व्यवस्था पर विचार-विमर्श किया। बैठक में सीवर व्यवस्था को दुरुस्त करने हेतु चार पार्टियों को ठेके देने का निर्णय लिया गया। अधिकारियों ने आवश्यकता अनुसार 1 सुपर सकर, 14 जेटिंग एवं सक्शन मशीन, और 13 डिस्टिल मशीन की मांग रखी, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 24 करोड़ रुपए आंकी गई।
सिंधिया ने ड्रेनेज सिस्टम अलग न होने और सीवेज पर अधिक लोड की चुनौती को गंभीरता से लेते हुए कहा कि सीवर सुधार के लिए 100 करोड़ रुपए आवंटित करने का निर्णय लिया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि नए फंड का उपयोग तभी किया जाए जब पहले से स्वीकृत सभी कार्य पूरे हो जाएं।
वर्तमान में प्रति व्यक्ति पानी की मांग 135 लीटर प्रतिदिन है, जबकि आपूर्ति 20 एमएलडी हैंडपंप और 60 एमएलडी नलकूपों से की जा रही है। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि इलाके की जल आपूर्ति के लिए 2332 करोड़ रुपए की योजना बनाई गई थी जिसमें से 813 करोड़ रुपए स्वीकृत हो चुके थे।
इसमें से 460 करोड़ रुपए की चंबल जल परियोजना की प्रगति पर लगाए जा रहे हैं जिसकी इस बैठक में समीक्षा की गई, बचे 350 करोड़ रुपए के खर्च के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ चर्चा कर योजना बनाई जाएगी।

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महावीरनगर में बेच रहे तस्कर से अवैध शराब की जप्त

तस्कर से सफेद देषी शराब के कुल 700 क्वाटर एवं 72 बोल्ट कम्पनी की बीयर की कैन  कीमती करीबन 56 हजार रूपये मय एक्टिवा गाडी क्रंमाक एमपी-07-जेडएच-4894 कीमती करीबन 44 हजार रुपये कुल माल मशरुका करीबन 01 लाख रुपये का जप्त किया गया।
ग्वालियर 2 अक्टूबर को थाना महाराजपुरा पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि शैलू नाम का व्यक्ति महावीर नगर में अपने घर के बगल से खाली प्लॉट में एक्टिवा गाड़ी पर अवैध शराब की पेटी रखकर शराब बेच रहा है।
पुलिस टीम को महावीर नगर में एक खाली प्लॉट में मुखबिर के बताये हुलिआ का एक व्यक्ति एक्टिवा पर रखकर एवं पास ही बगल से पेटियों में से शराब बेचता हुआ दिखाई दिया, जिसने पुलिस टीम को देखकर भागने का प्रयास किया, परन्तु पुलिस टीम द्वारा उसे घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। पूछताछ में उसने अपना नाम शैलू उर्फ शैलेन्द्र पाल पुत्र नरोत्तम पाल उम्र 27 साल निवासी महावीर नगर शताब्दीपुरम का होना बताया। पुलिस टीम द्वारा मौके पर खड़ी एक्टिवा क्र. एमपी-07-जेडएच-4894 के बीच में एक प्लास्टिक की बोरी रखी मिली, जिसे खोलकर चेक किया तो उसमें सफेद देशी शराब के 150 क्वाटर रखे मिले तथा एक्टिवा के पास में 08 पेटी सफेद देशी शराब की रखी मिली। वहीं पर दो बोरी और रखी मिली जिन्हे खोलकर देखने पर एक बोरी में सफेद देशी शराब के 150 क्वाटर तथा दूसरी बोरी में बोल्ट कम्पनी की 48 बीयर की कैन व एक पेटी में बोल्ट कम्पनी की 24 बीयर की कैन रखी थी।
जप्त शराब
सफेद मदिरा शराब के कुल 700 क्वाटर एवं 72 बोल्ट कम्पनी की बीयर की कैन  कीमती करीबन 56 हजार रूपये मय एक्टिवा गाडी क्रंमाक एमपी-07-जेडएच-4894 कीमती करीबन 44 हजार रुपये कुल माल मशरुका करीबन 01 लाख रुपये का जप्त किया गया।
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हजारों लोगों के बीच दशहरे के मौके पर बुराई पर सत्य की जीत, मंच से श्रीराम ने छोड़ा बाण वैसे ही बुराई का प्रतीक रावण हुआ धुआं-धुआं

ग्वालियर. बुराई चाहे कितनी भी ऊची क्यों न हो, लेकिन विजय सत्य और धर्म की जीत तय है। दशहरे का त्यौहार हमें यही संदेश देता है। यदि मन में सत्य की लौ जलती है ता बुराई धुआं-धुआं हो जाती है। दशहरा पर शहर के चारों ओर उत्सव और रोमांच से भरपूर माहोल था। मानो ऐसा लग रहा था। शहर के सभी रास्ते फूलबाग की ओर मुड़ गये हो। लगभग 10.30 बजे फूलबाग मैदान में राम बारात पहुंचे ही रामलीला के मंच से श्रीराम ने जैसे ही बाण छोड़ा वैसे ही 65-़65 ऊंचे रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतल धधक उठे। इस बीच पटाखों की गड़गड़ाहट और जयश्री राम के नारे चारों ओर गूंज रहे। हजारों लोगों ने इस पल को अपने मोबाइल में कैद किया। वहीं, दूसरी ओर थाठीपुर में 51 फीट के ऊंचे पुतलों का भी दहन किया गया।
शहर के दूसरे दीनदयाल नगर में रावण के 70 फीट ऊंचे पुतलादहन किया गया। आयोजकों ने दावा कि यह शहर का सबसे बड़ा और ऊंचा पुतला है। बच्चे आतिशबाजी देख झूम उठे, महिलायें और बुजुर्ग भी उत्सव में शामिल रहे। पुलिस और प्रशासन ने चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की है। चोरों यही संदेश रहा है।
शहर में 3 जगह रावण का हुआ दहन
डीडीनगर मेें शहर के सबसे ऊंचे 70 फीट के रावण के पुतले का दहन
फूलबाग में 64 फीट के रावण के पुतले का दहन
थाटीपुर में 51 फीट के पुतले का रावण दहन किया।

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MP- खंडवा में ट्रैक्टर ट्रॉली तालाब में गिरने से 11 की मौत, 8 बच्चियों और मृतकों की उम्र 7 से 25 साल, 3 हालत नाजुक, दुर्गा विसर्जन के बीच हुआ हादसा

खंडवा. मध्यप्रदेश के खंडवा में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के बीच ट्रैक्टर ट्रॉली तालाब में गिर गयी। घटना में 8 बच्चियों सहित 11 लोगों की मौत हो गयी। इनमें 7 वर्षीय बालक से लेकर 25 साल तक के युवा है। 3 की हालत नाजुक है इनका उपचार खंडवा के जिला अस्पताल में चल रहा है। ट्रैक्टर सवार 35-40 आदिवासी बच्चे -युवा और महिला-पुरूष पानी में डूबे थे। इनमें से लगभग 10 लोग तैरकर बाहर आ गये जबकि बाकी को ग्रामीण और रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला। ट्रैक्टर चालक दीपक किराड़ फरार है।
घटना खंडवा में पंधाना के जामली गांव में घटी। गुरूवार की शाम लगभग 3.30 बजे राजगढ़ गांव के पाडला फाटा फलिया से लोग देवी प्रतिमा विसर्जन के लिये ट्रैक्टर-ट्रॉली अर्दला तालाब लेकर पहुंचे थे। ट्रैक्टर तालाब किनारे पहुंचते ही पलट गया। उसमें सवार सभी लोग पानी में जा गिरे। उन्हेंबचाने के लियेे 10-15 लोगों ने तालाब में छलांग लगा दी। शाम लगभग 5.30 बजे पुलिस प्रशासन की टीम ने जेसीबी से रेस्क्यू शुरू किया।
खंडवा कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन रात साढ़े आठ बजे तक चला। पंधाना के सिविल सर्जन अनिरुद्ध कौशल ने बताया कि खंडवा से डॉक्टरों की टीम बुलाकर सभी शवों का रात में ही पीएम भी किया गया। प्रत्यक्षदर्शी प्रदीप जगधन्ने ने बताया कि ट्रैक्टर-ट्रॉली जहां गिरी, वहां करीब 50 फीट पानी होगा। हादसे के बाद 9 लोगों को हम लोगों ने बाहर निकाला। इनको पंधाना अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने 3 खंडवा रैफर कर दिया।अब तक 11 शव निकाले जा चुके हैं और कई घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों के नाम आरती (18), दिनेश (13), उर्मिला (16), शर्मिला (15), गणेश (20), किरण (16), पाटलीब (25), रेवसिंह (13), आयुष (9), संगीता (16) है. एक बच्ची लापता बताई जा रही है।
तलाब में डूबने से 10 लोगों की दर्दनाक मौत
इस घटना पर कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि करीब तीन घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी 11 शव बाहर निकाल लिए गए हैं. गांव के कोटवार लोकेन्द्र ने कहा कि उन्होंने ट्रैक्टर चालक को रपटे से वाहन निकालने से रोका था, लेकिन उसने बात नहीं मानी और वाहन ले गया. इसके तुरंत बाद हादसा हो गया. कोटवार का कहना है कि ट्रैक्टर चालक शराब के नशे में लग रहा था. दुर्घटना के बाद वह मौके से भाग गया.

 

हादसे के बाद की 11 तस्वीरें…

हादसे के वक्त मौजूद युवकों ने लोगों को बचाने के लिए तालाब में छलांग लगा दी।
हादसे के वक्त मौजूद युवकों ने लोगों को बचाने के लिए तालाब में छलांग लगा दी।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने महिला का शव बाहर निकाला।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने महिला का शव बाहर निकाला।
जेसीबी की मदद से ट्रैक्टर ट्रॉली को तालाब से बाहर निकाला गया।
जेसीबी की मदद से ट्रैक्टर ट्रॉली को तालाब से बाहर निकाला गया।
हादसे की जानकारी मिलते ही तालाब के पास लोगों की भीड़ जमा हो गई।
हादसे की जानकारी मिलते ही तालाब के पास लोगों की भीड़ जमा हो गई।
शाम 8 बजे तक 11 लोगों के शव निकाल लिए गए थे। इनमें 8 बच्चियों के हैं।
शाम 8 बजे तक 11 लोगों के शव निकाल लिए गए थे। इनमें 8 बच्चियों के हैं।
शव और घायलों को अस्पताल ले जाया गया तो चीख-पुकार मच गई।
शव और घायलों को अस्पताल ले जाया गया तो चीख-पुकार मच गई।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां उनके परिजन भी पहुंचे हैं।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां उनके परिजन भी पहुंचे हैं।
पंधाना सिविल अस्पताल में शवों को एक कतार में रखा गया।
पंधाना सिविल अस्पताल में शवों को एक कतार में रखा गया।
पुलिस-प्रशासन की टीम तालाब में लोगों की सर्चिंग कर रही है।
पुलिस-प्रशासन की टीम तालाब में लोगों की सर्चिंग कर रही है।
रात 9 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हुआ। आखिरी शव चंदा नाम की बच्ची का निकाला गया।
रात 9 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हुआ। आखिरी शव चंदा नाम की बच्ची का निकाला गया।
हादसा इस ट्रैक्टर-ट्रॉली से हुआ। जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया।
हादसा इस ट्रैक्टर-ट्रॉली से हुआ। जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया।
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महात्मा गांधी की जयंती पर केन्द्रीय जेल 7 कैदी आजाद किये गये, अच्छे व्यवहार के चलते हुई रिहाई उम्रकैद की सजा काट रहे थे

ग्वालियर. महात्मा गांधी की जयन्ती के मौके पर प्रदेशों की जेलों से 111 बंदियों को आजाद किया गया। इसी कड़ी में ग्वालियर की केन्द्रीज जेल से भी 7 बंदियों को उनके अच्छे व्यवहार के चलते आजाद किया गया है। राज्य सरकार के निर्देश पर दइन बंदियों के परिजनों को उनकी रिहाई की सूचना पहले से दे ही गयी थी। जेल प्रशासन ने आजाद किये गये बंदियों को फूलमाला, श्रीफल और जेल में किये गये काम के मेहनताने के चेक देकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गयी । इन बंदियों का आगे का जीवन जेल की 4 दीवारी के बाहर अपने परिजनों के साथ बीतेगा।
वर्ष में 2 बार जेल से आजाद किये जाते हैं कैदी
पहले बंदियों को केवल स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) और गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर रिहा किया जाता था। पिछले दो साल से 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) और 14 अप्रैल (संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती) पर भी बंदियों को रिहाई दी जा रही है। ग्वालियर जेल अधीक्षक विदित सरवरिया ने बताया कि अच्छे आचरण के आधार पर सात बंदियों को रिहा किया गया। रिहाई के लिए ऐसे बंदियों का चयन किया गया था, जो केवल एक अपराध में आरोपी थे। 12 से 14 साल की सजा काट चुके थे और जिनका जेल में आचरण अच्छा था। दुष्कर्म, लूट, डकैती या अन्य बड़े अपराधों में शामिल बंदियों को इस रिहाई में शामिल नहीं किया गया।

 

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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पारंपरिक शमी पूजन किया, शमी वृक्ष से तलवार लगाते ही सरदारों ने लूटा सोना

ग्वालियर. विजयादशमी के मौके पर गुरूवार को सिंधिया राजघराने ने अपनी सदियों पुरानी परंपरा के साथ दशहरा उत्सव मनाया। राजघराने के मुखिया एवं केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्यसिंधिया ने अपने पुत्र महानआर्यमन के साथ पारंपरिक राजसी वेशभूषा में दशहरा और शमी वृक्ष का पूजन किया।
सुबह ज्योतिरादित्य सिंधिया पिता-पुत्र गोरखी स्थित देवघर पहुंचे और वहां राजसी चिन्हों का पूजन किया। इसके बाद मांढरे की माता मंदिर के सामने परिसर में आयोजित शमी पूजन में शामिल हुए। राज पुरोहित ने विधि-विधान के साथ शमी वृक्ष की पूजा संपन्न कराई।


शमी की पत्तियों को मराठा सरदारों ने लूटा
पूजन के दौरान जैसे ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शमी वृक्ष के पास पहुंचकर अपनी तलवार से प्रहार किया तो टूटकर गिरी शमी की पत्तियों को (सोनी की पत्तियां कहते हैं) को मराठा सरदारों ने परंपरा मुताबिक लूटा। यह नजारा वहां मौजूद श्रद्धालुओं और राजपरिवार समर्थकों के लिये अद्भुत क्षण रहा है। दरअसल, विजयादशमी के मौके पर शमी वृक्ष पूजन का विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि महाभारतकाल में पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान अपने शस्त्र इसी वृक्ष में छिपाये थे। युद्ध के समय इन्हीं शस्त्रों से विजय प्राप्त की थी। तभी से दशहरे पर शमी पूजन और शस्त्र पूजन की परंपरा चली आ रही है।


प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं
सिंधिया राजघराने की इस परंपरा का उद्देश्य राज परिवार ही नहीं बल्कि पूरे समाज और प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना करना है। इस अवसर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर सहित प्रदेशवासियों को विजया दशमी की शुभकामनाएं दीं।