थोक महंगाई 20 महीने के निचले स्तर पर, खाने-पीने के सामान की कीमतों में कमी आई
नई दिल्ली. जून महीने के थोक महंगाई घटकर माइनस 0.13 प्रतिशत पर आ गई है। ये इसका 20 महीने का निचला स्तर था। इससे पहले अक्टूबर 2023 में ये माइनस 0.56 प्रतिशत पर थी। वहीं मई में ये 0.39 प्रतिशत और अप्रैल में 0.85 प्रतिशत पर थी। रोजाना की जरूरत के सामान और खाने-पीने की चीजों की कीमतों के घटने से महंगाई कम हुई है।
होलसेल प्राइस इंडेक्स का आम आदमी पर असर
थोक महंगाई के लंबे समय तक बढ़े रहने से ज्यादातर प्रोडक्टिव सेक्टर पर इसका बुरा असर पड़ता है। अगर थोक मूल्य बहुत ज्यादा समय तक ऊंचे स्तर पर रहता है तो प्रोड्यूसर इसका बोझ कंज्यूमर्स पर डाल देते हैं। सरकार केवल टैक्स के जरिए होलसेल प्राइस इंडेक्स को कंट्रोल कर सकती है। जैसे कच्चे तेल में तेज बढ़ोतरी की स्थिति में सरकार ने ईंधन पर एक्साइज ड्यूटी कटौती की थी। हालांकि सरकार टैक्स कटौती एक सीमा में ही कम कर सकती है। होलसेल प्राइस इंडेक्स में ज्यादा वेटेज मेटल, केमिकल, प्लास्टिक, रबर जैसे फैक्ट्री से जुड़े सामानों का होता है।

