सरकार का डबल तोहफा, 2100 से ज्यादा कर्मचारियों की हो गई मौज, 618 का प्रमोशन
नई दिल्ली. दिल्ली सरकार ने राजधानी की स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। इसके तहत लंबे समय से संविदा पर काम कर रहीं करीब 1500 नर्सों को परमानेंट कर दिया गया है। रेखा सरकार की घोषणा के मुताबिक दिल्ली के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में तैनात करीब 1500 नर्सों को स्थायी नियुक्ति दी जाएगी। इसके अलावा स्टेनो कैडर के अंतर्गत आने वाले 618 कर्मचारियों को पदोन्नति का लाभ भी मिलेगा।
विज्ञान भवन में सौंपे जाएंगे स्थायी नियुक्ति पत्र
दिल्ली की रेखा सरकार की घोषणा के अनुसार, विभिन्न अस्पतालों में 1500 नर्सों को छह जुलाई को स्थायी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे। सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि इन सभी नर्सों ने वर्षों से दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सेवाएं दी हैं और कोरोना काल सहित विभिन्न आपात परिस्थितियों में अपनी जिम्मेदारियां निभाई हैं। अब दिल्ली सरकार ने उनके योगदान को मान्यता देते हुए उन्हें स्थायी नियुक्ति देने का निर्णय लिया है।
दिल्ली सबऑर्डिनेट सर्विस और स्टेनो कैडर के 618 कर्मचारियों को पदोन्नति
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली सबऑर्डिनेट सर्विस और स्टेनो कैडर के 618 कर्मचारियों को पदोन्नति दिए जाने की अनुमति प्रदान की है। सामान्य प्रक्रिया के तहत ये कर्मचारी 1 जनवरी 2026 को पदोन्नति के पात्र बनते, लेकिन उपराज्यपाल ने सेवा विभाग द्वारा भेजे गए न्यूनतम योग्यता अवधि में छूट के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके साथ ही उन्होंने इस संबंध में यूपीएससी से भी आवश्यक समन्वय की अनुमति दे दी है।
इस निर्णय के चलते सेवा विभाग अब इन कर्मचारियों को उनके निर्धारित समय से पहले ही पदोन्नत कर पा रहा है। इनमें से 404 कर्मचारियों को ग्रेड-2 से ग्रेड-1 पद पर पदोन्नत किया गया है। इस निर्णय को कर्मचारियों की कार्यकुशलता और मनोबल बढ़ाने के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
