नवीन जिला न्यायालय में लगी घटिया क्वालिटी टाईल्स पर जस्टिस रोहित आर्या ने जताई कड़ी नाराजगी
ग्वालियर. सिटीसेंटर स्थित नवीन जिला न्यायालय भवन में लगाई जा रही टाइल्स बहुत घटिया क्वालिटी की उपयोग की जा रही है। टाईल्स की क्वालिटी पर हाईकोर्ट ने नाराजगी जाहिर की है। बुधवार का जनहित याचिकउा पर सुनवाई के बीच जस्टिस रोहित आर्या ने वरिष्ठ अधिकारी वीके आरख से कहा। नये भवन में जो टाइल्स लगाई है। वह मानक के अनुसार नहीं है। आप कभी वहां जाये और देखें कि केसी टाइल्स लगाई गयी है। ऐसी टाइल्स तो धर्मशालाओं में भी नहीं लगती। अब लग चुकी है। इसलिये कुछ कर नहीं सकते।
हालांकि, कोर्ट ने तंज कसते हुए कहा है कि जनता के पैसे इस तरह बर्बाद क्यों करना? कोर्ट ने अतिरिक्त महाधिवक्ता अंकुर मोदी को निर्देश दिया है कि वह और आवश्यक कार्य कराने के लिये बजट स्वीकृत कराये। इसका प्रस्ताव तैयार कर वित्त समिति के पास भेजा जाये। ताकि जल्द से जल्द कार्य पूरा हो सके। मामले की अगली सुनवाई 4 सितम्बर को होगी। यहां आपको बता दें कि नवीन जिला न्यायालय भवन के निर्माण की मांग को लेकर एडवोकेट आनंद भारद्वाज ने 2009 में जनहित याचिका दायर की थी। इसके बाद से लेकर अभी तक इस याचिका पर सुनवाई जारी है।
15 साल बाद भी निर्माण जारी
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि वर्ष 2008 से इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ। 15 साल बीतने के बाद भी काम पूरा नहीं हो सका। ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। जस्टिस आर्या ने यह भी कहा कि एमपी वर्क्स क्वालिटी काउंसिल के निरीक्षण में जो सुझाव सामने आए हैं, उसे भी जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाए।