सिरोल पहाड़ी की तर्ज पर अन्य स्थानों पर भी सघन वृक्षारोपण किया जाए – आनंद पाठक
ग्वालियर उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर के न्यायमूर्ति आनंद पाठक ने कहा है कि ग्वालियर की सिरोल पहाड़ी प्रयोग की भूमि है। यहाँ पर वृहद वृक्षारोपण का जो प्रयोग किया गया है उसकी सफलता देखकर मन में अपार प्रसन्नता होती है। न्यायमूर्ति ने मेरी माटी-मेरा देश अभियान के तहत बुधवार को सिरोल पहाड़ी पर वसुधा वंदन के लिये वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में यह बात कही। कार्यक्रम में क्षेत्रीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
न्यायमूर्ति ने कहा कि न्यायालयीन आदेशों में जब लोगों को पेड़ लगाने के निर्देश देना प्रारंभ किए गए तो उन्हें सिरोल पहाड़ी का स्थान बताया गया। जिसके परिणाम स्वरूप सिरोल पहाड़ी पर वृक्षारोपण का कार्य प्रारंभ हुआ। उन्होंने कहा कि लोगों को पेड़ लगाने को कहने के पीछे यह मंशा भी थी कि पर्यावरण सुधार के साथ-साथ लोगों के व्यवहार में भी सकारात्मक परिवर्तन आए।
वृक्षारोपण कार्यक्रम के विशेष अतिथि क्षेत्रीय सांसद विवेक शेजवलकर ने कहा कि देशभर में मेरी माटी – मेरा देश अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ग्वालियर में भी सिरोल पहाड़ी पर वृक्षारोपण का जो कार्य किया गया है उसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। उन्होंने कहा कि आज पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि भी है, इस अवसर पर भी वृक्षारोपण हम सबने मिलकर किया है। सांसद श्री शेजवलकर ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि ग्वालियर में अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम पर एक विशाल स्मारक भी विकसित किया जा रहा है।
संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने इस अवसर पर कहा कि ग्वालियर में सिरोल पहाड़ी सिटी फोरेस्ट के रूप में बेहतर रूप से विकसित की गई है। वन विभाग के माध्यम से इसे और बेहतर बनाने की दिशा में सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। यह प्रसन्नता की बात है कि शहरवासियों को शहर के मध्य में ही वन जैसा अनुभव यह पहाड़ी करा रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में निरंतर कार्य करने की आवश्यकता है। शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में जन मानस को जोड़कर इस दिशा में सार्थक प्रयास किए जाना चाहिए।
डीएफओ अंकित पाठक ने सिटी फोरेस्ट सिरोल की स्थापना के संबंध में किए गए प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि न्यायमूर्ति के माध्यम से ही विभिन्न याचिकाओं में अपने आदेश में दण्डात्मक प्रक्रिया के अंतर्गत पौधरोपण को प्राथमिकता देकर उसकी देखभाल करने के दिशा-निर्देश देने का अनुकरणीय कार्य किया गया है। ग्वालियर में पदस्थ रहे जिला कलेक्टर भरत यादव, अनुराग चौधरी, कौशलेन्द्र विक्रम सिंह एवं वर्तमान जिला कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह द्वारा सिरोल पहाड़ी को सिटी फोरेस्ट में विकसित करने की दिशा में सार्थक और सकारात्मक प्रयास किए गए हैं। इसी का परिणाम है कि आज हमें सिरोल पहाड़ी एक हरी-भरी पहाड़ी दिखाई दे रही है।