CM की मंशा अनुसार माफियाओं का करें समूल विनाश – डीजीपी
ज़ोन में अपराधों पर नियंत्रण और लंबित मामलों के शीघ्र निराकरण के दिए निर्देश
भोपाल, हाल ही में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों के आधार पर प्रदेशभर में कानून-व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण और अपराधों पर नियंत्रण के लिए मप्र पुलिस निरंतर कार्य कर रही है। इसी अनुक्रम में डीजीपी सुधीर सक्सेना ने नर्मदापुरम ज़ोन में घटित अपराधों, उन पर नियंत्रण के लिए पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई और ज़ोन की कानून व्यवस्था की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने अपराधियों पर की जाने वाली प्रभावी कार्रवाई के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है और शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता हो।
समीक्षा बैठक में नर्मदापुरम ज़ोन के आईजी इरशाद वली, डीआईजी जगतसिंह राजपूत तथा नर्मदापुरम ज़ोन के अंतर्गत आने वाले रायसेन जिले के एसपी विकास शाहवाल, नर्मदापुरम जिले के एसपी गुरकरण सिंह, बैतूल जिले के एसपी सिद्धार्थ चौधरी और हरदा जिले के एसपी संजीव कुमार कंचन उपस्थित थे।
तीन वर्षों में हुए अपराधों की तुलनात्मक समीक्षा की
डीजीपी श्री सक्सेना ने समीक्षा बैठक के दौरान नर्मदापुरम ज़ोन की संपूर्ण जानकारी लेने के साथ ही वर्ष 2021, वर्ष 2022 और वर्ष 2023 में अब तक हुए अपराधों और प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की तुलनात्मक समीक्षा। उन्होंने इसी अवधि के दौरान माफिया के विरूद्ध की गई कार्यवाही और चिन्हित अपराधों में दोषसिद्धि / दोषमुक्ति की भी तुलनात्मक समीक्षा की । समीक्षा बैठक में डीजीपी ने बलात्संग के प्रकरणों में 2 माह में चालान की स्थिति, एक वर्ष से अधिक लंबित अपराधों की स्थिति तथा वर्ष 2022 व वर्ष 2023 में 30 अप्रैल तक वारंटों की तामीली की स्थिति की भी जानकारी ली। उन्होंने उच्च न्यायालय के वारंटों की तामीली की स्थिति अलग से दर्शाए जाने के निर्देश दिए।

