MP के ग्वालियर की सबसे ठंडी रात, न्यूनतम पारा 3.6 डिग्री सेल्सियस, बर्फीली हवा ने बढ़ाई ठिठुरन
ग्वालियर. शीतलहर ने अपना काम दिखाना शुरू कर दिया है। उत्तर भारत की ओर से आने वाली बर्फीली हवाओं की वजह से रविवार-सोमवार की दरमियानी रात पूरे मप्र में ग्वालियर सबसे अधिक ठंडा रहा है। मप्र में सबसे कम तापमान ग्वालियर का 3.6 डिग्री सेल्यिसयस रहा है। अभी तक इससे नीचे पारा नहीं गिरा है। यही वजह है कि रात के साथ ही सुबह और दिन में भी लोग अलावा का सहारा लेते दिखाई दिये। नजारा यह था कि ठंडी हवा, गर्म कपड़ों के अन्दर जाकर भी कंपकंपी छुटा रही है। सिर्फ ग्वालियर शहर ही नहीं बल्कि बर्फीली हवा की दस्तक के बाद ग्वालियर-चम्बल अंचल में हाड़ कंपा देने वाली सर्दी से लोग जूझ रहे हैं।
| समय | पारा (डिग्री सेल्सियस में) |
| सुबह 3 बजे | 3.6 |
| सुबह 5.30 बजे | 4.6 |
| सुबह 8.30 बजे | 5.4 |
| सुबह 11.30 बजे | 16.4 |
यह है पारे की चाल
अचानक मौसम के तेवर बदलते ही समूचा अंचल कड़ाके की ठण्ड की चपेट में दिखाई दे रहा है। रविवार को अधिकतम पारा दिन में चल रही बर्फीली हवा के बहने से 21.8 डिग्री पर जा पहुंचा है। दिसम्बर में पहली बार अधिकतम पारा सामान्य से लगभग 2 डिग्री कम होते ही दिन में भी ठंड ने परेशान किया। वहीं न्यूनतम पारा 602 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 3.6 डिग्री पर जा पहुंचा जो पूरे मध्यप्रर्देश में सबसे कम रहा है। यही वजह है कि ग्वालियर में इस सीजन की सबसे ठंडी रात महसूस हुई है।
अचानक ठंड बढ़ने की वजह
मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय के अनुसार अंचल में अभी कोई सिस्टम सक्रिय नहीं है और साथ ही वातावरण में नमी की मात्रा कम होने व उत्तर भारत के रास्ते अंचल में आ रही बर्फीली हवा के चलते मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है और साथ ही उत्तरी भारत के दिल्ली, एनसीआर समेत हरियाणा, पंजाब व राजस्थान समेत उत्तरप्रदेश में पड़ रहे कोहरे के चलते भी अब आने वाले दिनों में अंचल ठंड रिकॉर्ड तोड़ती देगी। दिसम्बर के इस अंतिम सप्ताह में सर्दी के तेवर ऐसे ही तीखे बने रहेंगे।

