कर्तव्यों का ईमानदारी व निष्ठा से निर्वहन, संविधान निर्माताओं को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि – प्रधान जिला न्यायाधीश
संविधान दिवस पर न्यायालय परिसर में हुआ संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन
ग्वालियर संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए हमारे देश की सेनाओं के जवान अपना सर्वोच्च बलिदान देते हैं। उसी तरह देश के नागरिक और शासकीय सेवक अपने कर्तव्यों का पूरी ईमानदारी एवं निष्ठा से निर्वहन कर संविधान निर्माताओं को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं। इस आशय के विचार प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रेम नारायण सिंह ने राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर संविधान (विधि) दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित हुए संविधान की प्रस्तावना (उद्देशिका) के वाचन सह विधिक साक्षरता शिविर को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।
इस अवसर पर संविधान की उद्देशिका का सामूहिक वाचन किया गया। जिसमें प्रधान जिला न्यायाधीश पीएन सिंह, विशेष न्यायाधीश श्री प्रमोद कुमार सिंह, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गालिब रसूल, मुख्य न्यायिक व मजिस्ट्रेट चौधर सिंह शैय्याम सहित जिला मुख्यालय के समस्त न्यायाधीश, जिला विधिक सहायता अधिकारी, न्यायालय व प्राधिकरण के अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा सहभागिता की गई।
इस मौके पर कहा कि संविधान की प्रस्तावना संविधान की आत्मा है। संविधान के समस्त आदर्शों की झलक संविधान की प्रस्तावना में परिलक्षित होती है। संविधान के प्रावधानों व उसके आदर्शो का पालन करना हमारा कर्तव्य है। संविधान का पालन करने से ही विधि की शासन व्यवस्था कायम होती है। उन्होंने कहा कि सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक न्याय की व्यवस्था से समाज के सभी वर्गो को प्रगति करने का अवसर प्राप्त होता है और सभी का कल्याण होता है।
संविधान दिवस के अवसर शासकीय उ.मा.वि जयेन्द्रगंज में मौलिक अधिकार व कर्तव्य एक सिक्के के दो पहलू विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया।

