नदी में मिला हीरे खजाना, 20 हजार लोग हीरा तलाश रहे लोगों ने लगाया तंबू
पन्ना. आरामगंज में इन दिनों आराम हराम है। वजह है कि रूझ नदी में बांध निर्माण कार्य कंे लिये चल रही खुदाई और इस मिट्टी में मिल रहे हीरे। नदी में खुदाई और इस साल हुई अधिक वर्षा की वजह से रूंझ नदी में इस साल वर्षा में कई लोगों को हीरे मिले। इसके बाद हर दिन मिल रहे हीरों की खबर सुनकर दूर-दूर से लोग यहां हीरा खोजन आने लगे। पिछले कुछ दिनों से यहां नजारा है कि रूंझ नदी के साथ ही उसकी सहायक नदी बागे में 20 से 25 हजार लोग हीरा खोजने में जुटे हैं। इनमें पन्ना सहित आसपास के जिले सतना, छतरपुर, दमोह और कटनी सहित उत्तरप्रदेश के बांदा जिले के लोग भी शामिल हैं। बांदा से हीरा तलाशने आयी मुन्नीबाई अपने परिवार के साथ तंबू गाड़कर पिछले एक सप्ताह से नदी किनारे ही रह रही है।
कूनो नेशनल पार्क में खजाना
श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में खजाना मिलने की खबर सामने आई है. दरअसल कूनो नेशनल पार्क में पालपुर राजघराने के किले की खुदाई में चांदी के सिक्के मिले हैं. अफसरों ने 24 घंटे बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी. जिसके बाद पालपुर राजघराने के वंशजों ने अफसरों पर खजाना छिपाने के आरोप लगा दिए हैं. जिसके बाद पुलिस पालपुर राजघराने के किले में मिले कथित खजाने की जांच में जुट गई है.
क्या है पूरा मामला
स्थानीय कारोबारी के मुताबिक हीरा खोजने की आपाधापी में लोग न केवल आपस में झगड़ रहे हैं, बल्कि जंगलों में भी उत्पात मचा रहे हैं। पिछले दिनों लोगों को हटाने के लिए वन विभाग की टीम पहुंची, तो भीड़ ने वन अमले पर ही हमला कर दिया था। इसके बाद टीम लौट आई थी। स्थानीय लोगों के मुताबिक हर दिन सैकड़ों की संख्या में लोगों को हीरे मिल रहे हैं, लेकिन सभी या तो ब्लैक मार्केट में बेचे जा रहे हैं, या लोग उन्हें अपने साथ ले जा रहे हैं। जिस इलाके में हीरे मिल रहे हैं, वह जंगल की सीमा में आता है, इसलिए यहां हीरा खनन की वैधानिक अनुमति है ही नहीं। हाल ही मेें यहां एक खदान की मिट्टी धंसने से हीरा खोज रही एक महिला दबकर घायल हो गई थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने लोगों को हटाने का प्रयास शुरू किया, लेकिन भीड़ के आगे बेबस साबित हुआ। गौरतलब है कि जिस इलाके में यह हो रहा है, वह प्रदेश के खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह का विधानसभा क्षेत्र है। बावजूद इसके अवैध हीरा खनन पर प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। जिला हीरा एवं खनिज अधिकारी रवि पटेल ने कहा कि कलेक्टर ने संयुक्त टीम गठित की है, जाे दीपावली बाद जांच शुरू करेगी।
भीड़ हटाये -कलेक्टर
हीरा तलाशने आ रही भीड़ की एक कारण एक अफवाह भी है। जो सोशल मीडिया पर भी फैल रही है कि कलेक्टर ने एक महीने के लिये हीरा तलाशने की छूट आम लोगों को दी है। कलेक्टर संजय मिश्रा ने संवाददाताओं से बात कर इस गलतफहमी को दूर भी किया और बताया कि राजस्व और वन विभाग की टीम को नदी से लोगों को भीड़ हटाने के सख्त निर्देश दिये गये है। इसके बावजूद जंगल में नदी के बीच हीरा खोजने आने वालों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है।