ग्वालियर में पटाखों पर पाबंदी, कलेक्टर के आदेश को चेंबर ने बताया हास्यास्पद, दी चेतावनी
ग्वालियर. दीपावली से 48 घंटे पहले तक भी जिला प्रशासन शहर में पटाखे फोड़े जाने को लेकर स्पष्ट राय नहीं बना पाया। शनिवार को धनतेरस की देर शाम कलेक्टर द्वारा जिले के सभी शहरों में पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने संबंधी आदेश निकाला गया। थोड़ी देर बाद इस आदेश को संशोधित कर दूसरा आदेश जारी कर नगर निगम सीमा तक ही उसे सीमित कर दिया गया। वहीं इस आदेश को लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर गुस्सा निकालना शुरू कर दिया है। पटाखा व्यापारियों को भी बिक्री की चिंता होने लगी है।
चेंबर ऑफ कॉमर्स ने इस आदेश को हास्यास्पद करार देते हुए कड़ी चेतावनी दी
शहर में व्यापारियों के सबसे बड़े संगठन मध्यप्रदेश चेंबर ऑफ कॉमर्स ने इस आदेश को हास्यास्पद करार देते हुए कड़ी चेतावनी दी है। चेंबर पदाधिकारियों द्वारा यह सार्वजनिक बयान जारी किया गया है कि इस फैसले को वापस लिया जाना चाहिए। अगर किसी पर कार्रवाई की गई तो सरकार को परिणाम भुगतना पड़ेगा। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने भी आदेश का विरोध किया है। कैट के जिलाध्यक्ष रवि गुप्ता का कहना है कि आतिशबाजी व्यापारियों के साथ अन्याय किया जा रहा है। क्योंकि उन्हें प्रशासन ने ही लाइसेंस प्रदान किए हैं, टैक्स भी लिया है। प्रशासन का संशोधित आदेश भी जनता के साथ छलावा जैसा है। भला ग्वालियर के निवासी नगर निगम सीमा से बाहर पटाखे जलाने कैसे और क्यूं जाएंगे।
जेवर गिरवीं रखकर खरीदे हैं पटाखे
आतिशबाजी फुटकर विक्रेता संघ के सचिव एवं मेला संयोजक हरीश दीवान का कहना है कि प्रतिबंध के कारण दुकानदारों के पटाखे नहीं बिक सकेंगे, इससे उनका करोड़ों का नुकसान हो जाएगा। कई व्यापारी सड़क पर आ जाएंगे, क्योंकि उन्होंने अपनी घर की महिलाओं के जेवर गिरवी रख कर दुकानें लगाई हैं। स्वयं कलेक्टर ने दुकानों का आवंटन और पटाखे बेचने के लिए लाइसेंस प्रदान किए हैं। गिरवाई में बीते एक महीने से थोक में पटाखे बिक रहे हैं, गांव-गांव में पटाखे पहुंच चुके हैं, अगर बैन ही लगाना था तो सबसे पहले गिरवाई के थोक कारोबारियों पर लगाते, अब बहुत देर हो चुकी है। मेला मैदान में करीब 200 दुकानें लगी हुई हैं। 350 दुकानें पहले से आवंटित हो चुकी थीं, शुक्रवार को ही 50 और नए लाइसेंस बनाए हैं। संघ के कोषाध्यक्ष पंकज जयसवाल का कहना है कि प्रशासन नियम से पटाखे बिकवाने के दावे कर रहा है। अब प्रतिबंध लगा रहे हैं। जबकि हर थाना क्षेत्र में 100-100 ठेले व दुकानें पटाखों की लगी हुई हैं।

