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जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल सभागार पर ठेकेदार ने जड़ा ताला, जेयू सभागार का भुगतान नहीं होने से नाराज है ठेकेदार

ग्वालियर. जीवाजी विश्वविद्यालय स्थित 25 करोड़ की लागत से बन कर तैयार पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी बाजपेई के नाम पर बने अटल सभागार में ठेकेदार ने ताला डाल दिया। सभागार में किये गये काम के भुगतान का पैसा नहीं मिलने पर ऐसा किया गया है। ठेकेदार ने इसकी शिकायत राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कलेक्टर, एसपी से भी की थी। लेकिन आज तक सुनवाई नहीं हुई हे। जल्द ही पैसों का भुगतान नहीं हुआ तो एक की जगजह 4 ताले डालकर सभागार बन्द कर देगा।

यह है पूरा मामला

ग्वालियर के रहने वाले ठेकेदार मनीष जैन ने जीवाजी यूनिवर्सिटी के अटल सभागार में कुर्सी लगाने का ठेका लिया था। मनीष ने PIU से लिए गए टेंडर के तहत कुर्सी लगाने का काम 27 अगस्त 2021 को पूरा कर दिया था। इस काम का बिल भी सबमिट कर दिया था, लेकिन उनका 35 लाख रुपए का भुगतान अभी तक नही हो पाया है।

मनीष का कहना है कि उसने PIU में भुगतान के लिए कई बार चक्कर लगाए, लेकिन PIU ने जीवाजी के द्वारा भुगतान रोके जाने की बात कही, उधर जीवाजी ने हाथ भी खड़े कर दिए है। जब भुगतान नहीं किया गया तो ठेकेदार ने इसकी शिकायत राज्यपाल को भी भेजी थी। उसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखा सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई। साथ ही जनसुनवाई में एसपी ऑफिस पहुंचकर भी आवेदन दिया था।इसके बावजूद भी जीवाजी ने उसके पैसों का भुगतान नही किया है। इस पर तालाबंदी करते हुए ठेकेदार ने कहा है कि अगर मेरा भुगतान नहीं हुआ तो आज एक ताला डाला है। आगे तीन चार ताले और डालूंगा क्योंकि लगातार अटल सभागार में कोई ना कोई प्रोग्राम हो रहे हैं।

ठेकेदार ने बोला कि
ठेकेदार मनीष ने बताया है कि उन्होंने अपने भुगतान केलिय विश्वविद्यालय प्रशासन से लेकर राज्यपाल तक गुहार लगाई है। लेकिन पीआईयू ने उनका भुगतान नहीं किया। लिहाजा मजबूरन उन्हें तालाबंदी करनी पड़ी है।
विश्वविद्यालय का कहना है कि
उधर, जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन विश्वरंजन गुप्ता का कहना है कि अटल सभागार में मनीष जैन के द्वारा सभागार मे ंचेयर लगाई गयी थी। जिसका पीआईयू ने ही बल्क ऑर्डर पर चेयर लगाने का ठेका दिया था। पीआईयू को ही भुगतान करना था। इस मामले में लोकायुक्त में जांच चल रही है। लिहाजा इसी के चलते ठेकेदार का भुगतान नहीं हो पा रहा है।

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