ग्वालियर में त्यौहार पर GST की मार, राखियां महंगी
ग्वालियर. ग्वालियर में भाई-बहन के प्यार के त्यौहार रक्षाबंधन पर बाजारों में रौनक बढ़ गई है। बाजार में महिला खरीदारों की चहल-पहल ज्यादा नजर आ रही है। 2 साल बाद कोरोना मुक्त रक्षाबंधन पड़ रहा है, इसलिए बाजार पूरी तरह खुले हैं। पर राखी पर GST की मार साफ देखी जा रही है। राखी तो GST मुक्त है, लेकिन जिस मेटेरियल से राखी बनती है उस पर GST लगने से राखियों की कीमत में 25 से 30 फीसदी का उछाल आ गया है। इसके बाद भी बहनों का अपने भाई के लिए प्यार कम होता नजर नहीं आ रहा है। बाजार में व्यापार करने वालों की माने तो इस बार महंगाई के बाद भी व्यापार पहले से ज्यादा अच्छा हो रहा है।
11 अगस्त को रक्षाबंधन का त्यौहार है अब सिर्फ चार दिन ही इस त्यौहार के लिए रह गए हैं। यही कारण है कि बाजारों में राखी की मांग बढ़ गई है। शहर के महाराज बाड़ा, दौलतगंज, सराफा बाजार, उपनगर ग्वालियर के किलागेट व मुरार के सदर बाजार में जगह-जगह राखी के बाजार सज गए हैं। बाजारों में राखी की रौनक आसानी से देखी जा सकती है। बाजारों में पहुंचने वाली ज्यादातर महिलाएं हैं। एक साल पहले तक जो राखियां 10 से 20 रुपए की मिल रही थीं वह अब 25 से 30 रुपए के बीच मिल रही हैं। इसके साथ ही सादा राखी की अपेक्षा डिजाइनर राखियों की मांग भी ज्यादा है। जैसे बच्चों के लिए कार्टून फीचर वाली राखियां बाजार में है तो बड़ों के लिए थीम बेस राखियां मार्केट में हैं।
महिलाओं का कहना
बाजार में राखी खरीदने पहुंची कविता सांघी का कहना है कि बाजारों में कई तरह की राखियां आई हैं। इस बार कोरोना मुक्त रक्षाबंधन मनाया जाएगा। राखियों की कीमत बढ़ी है, लेकिन इससे त्यौहार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। राखी तो भाई बहन के प्यार का एक त्यौहार है जहां बहन राखी बांधकर भाइयों की लंबी उम्र की कामना करती हैं तो भाई जीवनभर रक्षा करने का वचन देते हैं।

