निकाय चुनाव में ऐतिहासिक जीत-जहां चल रहा था वक््फ विवाद वहीं पर भाजपा ने मारी बाजी
नई दिल्ली. केरल के स्थानीय निकाय चुनाव इस बार केवल सीटों की गणित तक सीमित नहीं रहें। बल्कि उन्होने राज्य की राजनीति में कुछ ऐसे मुद्दों को भी केन्द्र में ला दिया। जो आने वाले विधानसभा चुनावों की दिशा तय कर सकते हैं। लेफ्ट डेमोक्रेटिक फं्ट (एलडीएफ) का परंपरागत दबदबा बरकरार है। कांग्रेस भी कई इलाकों में मजबूती से लड़ती दिखी है। लेकिन भाजपा के लिये चुनाव खासतौर पर महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसकी सबसे बड़ा कारण है एर्नाकुलम जिले का मुनंबम इलाका, जहां एनडीए की जीत को भाजपा एक राजनीतिक और सामाजिक टर्निंग प्वॉइंट के रूप में पेश कर रही है। भाजपा के केरल महासचिव अनूप एंटनी जोसेफ ने मुनंबम वार्ड में एनडीए की जीत को ऐतिहासिक बताया है।
भाजपा नेता का दावा है कि मुनंबम में लगभग 500 ईसाई परिवार वक्फ बोर्ड के कथित अवैध दावों की वजह से अपने घरों से बेदखली के खतरे का सामना कर रहे थे। अनूप एंटनी के अनुसार मोदी सरकार और भाजपा ने इस मुद्दे पर खुलकर इन परिवारों का साथ दिया। उसी का नतीजा है कि लोगों ने स्थानीय चुनाव में भाजपा का अपना समर्थन दिया।
7 दशक पुराना है वक्फ विवाद की जड़
मुनंबम वक्फ विवाद की जड़ें आज से करीब 7 दशक पुराना है। 1950 में सिद्दकी सैत नामक व्यक्ति ने यह जमीन फरीद कॉलेज को दान की थी। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने इस भूमि के कुछ पार्ट को स्थानीय निवासियों को बेच दिये। जबकि इन इलाकों में लोग पहले से रह रहे थे। वर्ष 2019 में केरल वक्फ बोर्ड ने इस पूरी जमीन को वक्फ संपत्ति के तौर पर रजिस्टर कर दिया। जिससे पहले हुए सभी सौदे अमान्य माने जाने लगे। इसके बाद सैकड़ों परिवारों के सामने बेदखली का संकट खड़ा हो गया।
सीएम ममता ने मांगी माफी
सीएम ममता बनर्जी ने भी बदइंतजामी पर नाराजगी जताई है। उन्होने कहा है कि सॉल्ट लेक स्टेडियम में आज जिस तरह का कुप्रबंधन देखने को मिला है उससे मैं बेहद व्यथित और स्तब्ध हूं। मैं स्वयं भी हजारों खेल प्रेमियों और प्रशंसकों के साथ इस आयोजन में शामिल होने के लिये स्टेडियम जा रही थी। जो अपने पसंदीदा फुटबॉलर लियोनेल मेसी की एक झलक पाने के लिये वहां जुटे थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिये मैं लियानेल मेसी के साथ-साथ सभी खेल प्रेमियों और उनके प्रशंसकों से दिल से माफी मांगती हूं।

