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तेजस के लिये अमेरिका से मिला चौथा इंजन, 2 तेजस मार्क 1ए फायटर जेट मिलेंगे 2028 तक देने थे 83 फायटर प्लेन

LCA मार्क 1A में 40 सुधार किए गए हैं, जिससे इन फाइटर प्लेन का मेंटेनेंस आसान हो जाएगा। - Dainik Bhaskarनई दिल्ली. भारतीय वायुसेना के लिये तेजस विमान बना रही हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को चौथा इंजन मिल गया है। यह इंजन अमेरिकी कम्पनी जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) ने सौंपा है। नवमब्र तक भारतीय वायुसेना को 2 तेजस मार्क1ए फायटर जेट मिल जायेंगे। फरवरी 2021 में सरकार ने एचएएल के साथ 83 तेजस मार्क -1ए खरीदने के लिये 48 हजार करोड़ रूपये का करार किया था। लेकिन एचएएल अमेरिकी इंजन की डिलेवरी में देरी की वजह से अभी तक एक भी एयरक्राफ्ट नहीं सौंपा गया है। अनुमान है कि 2028 तक एचएएल सभी एयरक्राफ्ट वायुसेना को सौंप देगा।
एलसीए मार्क 1ए, तेजस एयरक्राफ्ट का एडवांस वर्जन है। इसमें अपग्रेडेड एवियॉनिक्स और रडार सिस्टम लगे हैं। LCA  माक्र-1ए, के 65प्रतिशत से अधिक उपकरण भारत में ही बनाये गये है। तेजस को भी एचएएल ने डवलप िकया है। यह सिंगल इंजन वाला हल्का फायटर प्लेन है।
HAL को 97 और तेजस फाइटर जेट का ऑर्डर दिया गया
केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने 25 सितंबर को HAL को भारतीय वायुसेना के लिए अतिरिक्त 97 मार्क-1A लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (तेजस फाइटर जेट) बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया। केंद्र ने HAL के साथ ₹62,370 करोड़ की डील की है।मार्क-1A एयरक्राफ्ट वायुसेना के मिग-21 के बेड़े को रिप्लेस करेगा। इसे पाकिस्तान बॉर्डर के पास राजस्थान के बीकानेर स्थित नाल एयरबेस पर तैनात करने की योजना है। मिग-21 26 सितंबर को रिटायर हो चुका है। इसने 62 साल की सर्विस के दौरान 1971 युद्ध, कारगिल और कई बड़े मिशन में अहम भूमिका निभाई थी।

 

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