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मध्यप्रदेश पुलिस गरबा महोत्सव का माँ जगदंबे की आरती के साथ DGP ने किया भव्य शुभारंभ

1200 से अधिक महिला एवं बालिकाओं की रंगारंग सहभागिता
भोपाल, – नवरात्रि पर्व के पावन अवसर पर मध्यप्रदेश पुलिस वेल्फेयर सोसाइटी के तत्वावधान में एवं पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा एवं सीमा मकवाणा के मार्गदर्शन में पुलिस परिवारों के कल्याण और उत्सवधर्मिता को समर्पित भव्य गरबा महोत्सव का आयोजन 26 सितंबर को डीआरपी लाइन, नेहरू नगर स्थित परेड ग्राउंड में माँ जगदंबे की आरती के साथ हुआ। यह गरबा महोत्सव दो दिवस 26 एवं 27 सितम्बर तक चलेगा।
इस सांस्कृतिक आयोजन की शुरुआत वर्ष 2022 में हुई थी, जिसकी परिकल्पना तत्कालीन पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना की धर्मपत्नी श्रीमती प्रियंवदा सक्सेना द्वारा की गई थी। आज के इस भव्य गरबा महोत्सव को डीजीपी की धर्मपत्नी श्रीमती सीमा मकवाणा ने पूरे उत्साह और संवेदनशीलता के साथ इसे एक भव्य रूप दिया। उनकी प्रेरणा से पिछले दो सप्ताहों में डीआरपी लाइन तथा 23वीं, 7वीं और 25वीं वाहिनी में चार प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए गए, जिनमें बड़ी संख्या में पुलिस परिवार की महिलाओं और बालिकाओं ने गरबा नृत्य का अभ्यास किया। इन्हीं प्रशिक्षणों का परिणाम रहा कि आज लगभग 1200 महिला एवं बालिका प्रतिभागियों ने एक साथ गरबा प्रस्तुत कर इस आयोजन को अविस्मरणीय बना दिया।
इस अवसर पर पूर्व पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना सहित पुलिस मुख्यालय एवं भोपाल पुलिस कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधिकारी, सेवानिवृत्त अधिकारी तथा पुलिस परिवारजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। प्रायः त्यौहारों पर पुलिसकर्मी ड्यूटी में व्यस्त रहते हैं और उनके परिवार त्यौहार की खुशियों से वंचित रह जाते हैं। इस संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए पुलिस वेल्फेयर सोसाइटी द्वारा यह नवाचार किया गया है, ताकि पुलिस परिवार भी आम नागरिकों की तरह नवरात्रि के उल्लास और उमंग में शामिल होकर अपनी सांस्कृतिक परंपराओं का आनंद ले सकें।
इस अवसर पर डीजीपी ने सभी पुलिस परिवारों को नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएँ दीं और कहा कि“पुलिस परिवार हमारे बल की असली शक्ति हैं। उनकी खुशी और संतोष ही हमारे कार्य का प्रेरणास्रोत है। यह गरबा महोत्सव इस अपनत्व और पारिवारिक भावनाओं का उत्सव है। गरबा स्थल पर पुलिस परिवार की महिलाओं द्वारा विभिन्न व्यंजनों के स्टॉल भी लगाए गए थे। बच्चों के लिए खेल-खिलौनों और आकर्षक सजावट ने आयोजन को मेला-जैसा स्वरूप प्रदान कर दिया। सभी परिवारजन, अधिकारी और कर्मचारी उल्लास, भक्ति और सांस्कृतिक रंगों से सराबोर होकर इस आयोजन का आनंद लेते दिखे।

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