केन्द्र बोला-लद्दाख हिंसा के लिये सोनम वांगचुक जिम्मेदार, अरब स्प्रिंग, नेपाल जेन-जी प्रदर्शन का जिक्र कर भड़काया
नई दिल्ली. लेह की सड़कों पर आग और आक्रोश….सबसे शांत इलाका कहे जाने वाले लद्दाख के लेह जिले में बुधवार को अचानक हिंसा भड़क उठी प्रदर्शनकारी युवाओं ने पत्थरबाजी की। पुलिस से झड़प की और भाजपा कार्यालय को आग के हवाले कर दिया। इस हिंसक विरोध प्रदर्शन में 4 लोगों की मौत और 70 लोग घायल हो गये। स्थिति के मद्देनजर लद्दाख और कारगिरलमें बीएनएसएस की धारा 163 लागू कर दी गयी है।
दरअसल, यह हिंसा उस आन्दोलन को लेकर हुई है। जिसके तहत पर्यावरण कार्यकर्त्ता सोनम वांगचुक लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। यह भी कह रहे हैं कि लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल किया जाये। लेकिन जब गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर दावा किया है कि वांगचुक ने अरब स्प्रिंग शैली के विरोध प्रदर्शनों और नेपाल में जेन-जी विरोध प्रदर्शनों का भड़काऊ उल्लेख करके भीड़ का भड़काया है।
साल 2019 से पूर्ण राज्य के दर्जा की मांग
गौरतलब है कि वर्ष 2019 में जब केन्द्र सरकार न जम्मू कश्मीर से धारा 370 और अनुच्छेद 35ए को हटाया था। तब जम्मू कश्मीर और लद्दाख केन्द्र शासित प्रदेश बन गये थे। इसी के बाद से लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग हो रही है। तभी से सोनम वांगचुक लद्दाख को छठी अनूसूची में शामिल करन की मांग र रहे है। लेकिन लद्दाख भारत के लिये काफी संवेदनशील है। यहां 1 हजार 5़7 किमी लम्बी एलएसी चीन से लगती है। ऐसे में लद्दाख में इस तरह का कोई भी विरोध प्रदर्शन और हिंसा भारत के लिये सही नहीं है। ऐसे में अगर इस हिंसा के पीछे कोई साजिश है इन युवाओं को भड़काया या उकसाया गया है तो यह भी बड़ा और गंभीर मामला हो जाता है।
BJP ने कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप
बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने इस हिंसा को लेकर कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए है। अमित मालवीय ने X पर अपने पोस्ट में इस हिंसा की कुछ तस्वीरें और वीडियो जारी किए और ये आरोप लगाया है कि इन तस्वीरों में ये जो शख्स दिख रहा है, वह लेह वार्ड का कांग्रेस पार्षद है। BJP इन तस्वीरों को दिखाकर ये पूछ रही है कि क्या इसी हिंसा के लिए पिछले दिनों राहुल गांधी ने अपने एक पोस्ट में Gen-Z युवाओं का जिक्र किया है। इन आरोपों पर अब तक कांग्रेस की तरफ से कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है। 3 लाख की आबादी वाले लद्दाख में लगभग 23 प्रतिशत युवा यानी 70 हज़ार युवा Gen Z हैं, जिनकी उम्र 13 से 28 साल है और अभी कहा जा रहा है कि इन्हीं Gen Z युवाओं ने ये हिंसक आंदोलन किया है।

