एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट लगातार लेट हो रहा है, हर पिलर को समय तय किया गया
ग्वालियर. एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट में और ज्यादा देरी रोकने के लिये अब काम कराने की रणनीति बदली गयी है। लोक निर्माण विभाग के सेतु संभाग ने इसके लिये दोनों चरण में काम कर रही कंस्ट्रक्शन कंपनियों पर शिकंजा कसते हुए हर पिलर और स्लेब का काम पूरा करने की समय सीमा तय कर दी है। क्योंकि पहले चरण का निर्माण कार्य तय समय से लगभग डेढ़ वर्ष देरी से चल रहा है। कंस्ट्रक्शन कंपनी मंगलम की लापरवाही की वजह से यह काम लगातार लेट हो रहा है। अब कंपनी को पिलर व स्लैब को लेकर फिक्स समय दिया गया है। यदि तय समय में उन पिलर व स्लैब का काम नहीं हुआ तो कंपनी पर कार्यवाही होगी।
एलिवेटेड रोड के 8 लूप पर काम नहीं हो रहा
जलालपुर चौराहे के पास से शुरू होकर पहले चरण का यह एलिवेटेड रोड लक्ष्मीबाई समाधि स्थल के पास तक तैयार हो रहा है। जिसमें मुख्य कॉरिडोर 5.895 किमी लम्बा और लूप 4.130 किमी यानी कि इस एलिवेटेड रोड के निर्माण की कुल लम्बाई 10.25 किमी रहेगी। जिसमें से मुख्य कॉरिडोर में तैयार होने वाले 229 में से 195 पिलर व 228 में से सिर्फ 126 स्लैब काकाम हो पाया है और इतना ही नहीं 13 प्वाइंट पर तैयार होने वाले लूप में से 8 पर कंस्ट्रक्शन कंपनी ने काम आगे नहीं बढ़ाया है। इन सभी में देरी से प्रोजेक्ट निरंतर लेट हो रहा है।