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दूसरा चांद-60 वर्षो से धरती के साथ है दूसरा चांद, वैज्ञानिकों ने तलाशा अभी 60 साल और रहेगा

नई दिल्ली. पृथ्वी के पास चन्द्रमा के अलावा और भी चांद हो सकते हैं। हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक नये क्वासी -मून की तलाश की है। जिसका 2025 पीएन7 यह छोटा सा एस्टेरॉयड पृथ्वी के साथ सूर्य की परिक्रमा कर रहा है। लेकिन असल में यह हमारी कक्षा में चक्कर नहीं लगा रहा। यह तालश बताती है कि हमारा और सौर मंडल कितना रहस्यमयी है।
क्या है क्वासी मून
क्वासी-मून एक तरह क्षुद्रग्रह होता है जो पृथ्वी के साथ सूर्य के चारों ओर घूमता है। ऐसा लगता है जैसे यह पृथ्वी का चन्द्रमा हो। लेकिन वास्तव में सूर्य की कक्षा में है। यह गुरूत्वाकर्षण का एक खेल है। प्लैनेटरी सोसाइटी के अनुसार यह एस्टेरॉयड पृथ्वी के साथ अर्स्था यात्रा करते हैं कि सदैव हमारे साथ नहीं रहते हैं। पृथ्वी के पास पहले से 7 ज्ञात क्वासी मून है। जैसे कार्डिया और कामो ओआलेवा। नया खोजा गया है। 2025 पीएन7 सबसे छोटा और सबसे कम स्थिर क्वासी मून है। यह पृथ्वी के साथ अगले 60 तक रहेगा। लेकिन उसके बाद चला जायेगा।
पीएन7 की तलाश 2025 में कैसे हुई
यह एस्टेरॉयड 2 अगस्त 2025 को हर्वा के हेलाकात वैधशाला में पैन-स्टार्स 1 टेलीस्कोप से पहली बार देखा गया। लेकिन पुराने आर्काइव डेटा से पता चला है कि यह 2014 से ही दिखाई दे रहा था। फ्रेंच पत्रकार और एमेच्योर खगोलशास्त्री एड्रियन कोफिनेट ने सबसे पहले सका विश्लेषण किया है। उन्होंने मायनर प्लैनेट मेलिंग लिस्ट पर 30 अगस्त को पोस्ट किया कि यह पृथ्वी की क्वासी-सैटेलाट है।

 

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