तानसेन समारोह का 100 वां समारोह 15 दिसंबर से, 70 भारतीय व 10 विदेश कलाकार करेंगे गयान-वादन
ग्वालियर. प्रदेश में संस्कृति विभाग ने तानसेन समारोह के 100वें संस्करण की तैयारियां शुरू कर दी है। हजीरा स्थित परिसर में 100वां समारोह 15 दिसंबर से शुरू होगा जो 19 दिसंबर तक चलेगा। समारोह के अंतर्गत 9 सांगीतिक सभाएं सजेंगी। इनमें 70 भारतीय और 10 विदेशी कलाकार गायन-वादन की प्रस्तुति देंगे जबकि हर बार कलाकारों की संख्या लगभग 45 रहती हैं। 100 वें समारोह में देशभर के संगीरत रसिकों को आमंत्रित करने के लिए 22 नवंबर से सीमावर्ती राज्यों में राष्ट्रय आगाज श्रृंखला का शुभारंभ होगा। पहली सभा जयपुर स्थित जवाहर कला केंद्र में सजेगी। इसमें कलाकार वायलिन वादन, तबला वादन एवं गायन की प्रस्तुति देंगे। इसी तरह यूपी, छत्तीसगढ, महाराष्ट्र और गुजरात आदि राज्यों में तानसेन के नाम से संगीत सभाओं का आयोजन किया जाएगा। यहां बता दें कि ग्वालियर में शुरू होने वाले मुख्य समारोह का शुभारंभ ध्रुपद गायन के साथा होगा। फिलहाल स्थानीय कलाकारों की रिहर्सल जारी है। हालांकि शताब्दी समारोह के मंच तक पहुंचने के लिए उन्हें भी चयन प्रक्रिया से होकर गुजरना पडेगा।
पहली बार सजेंगी प्रादेशिक स्तर पर संगीत सभाएं
संस्कृति विभाग क उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी की तरफ से होने वाले तानसेन समारोह के शताब्दी समारोह के अंतर्गत पहली बार प्रादेशिक संगीत सभाएं सजेंगी। इसमें संबंधित शहर के कलाकारों को गायन-वादन करने के लिए निमंत्रण दिया जाएगा। ये सभाएं ग्वालियर के अलावा शिवपुरी, मुरैना, भिंड, श्योपुर, इंदौर, भोपाल और जबलपुर के अलावा मप्र के अन्य शहरों में होंगी। ग्वालियर में दो सभाएं प्रस्तावित है जो महाराज बाडा और आईआईटीटीएम के सभागार में शाम के समय शुरू होंगी। इन सभाओं में 7-7 दिन का अंतर रहेगा। कलेक्टर रूचिका चौहान ने बताया कि ग्वालियर में सजने वाली संगीत सभाओं में स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान किया जाएगा जिससे अन्य युवा संगीत के क्षेत्र में आगे बढ सकें। चयन प्रक्रिया वरिष्ठ रंगकर्मी, राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विवि के अलावा अन्य संगीत से जुडे संस्थानों के प्रबंधन से चर्चा कर पूरी की जाएगी। दोनों सभाओं की तारीख की घोषणा सोमवार या मंगलवार को कर दी जाएगी।
शताब्दी समारोह की बनेगी अलग से वेबसाइट
संस्कृति विभाग के जनसंपर्क कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार तानसेन समारोह के शताब्दी समारोह की अलग से वेबसाइट डिजाइन की जाएगी। जिस पर समारोह के 100 साल का सफर पढने को मिलेगा। इसमें समारोह से संबंधित छायाचित्र रहेंगे। इसके लिए संगीत विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी। इसके अलावा लोगों और मुख्य समारोह से ठीक एक दिन पहले आयोजित होने वाले गमक कार्यक्रम को लेकर भी काम रहा है। समारोह का 100वां साल है इसलिए बडे कलाकार को आमंत्रित करने की तैयारी है। पूर्व में तबला वादक जाकिर हुसैन का नाम फाइनल हुआ था लेकिन उनक तबियत खराब है इसलिए उन्होंने समारोह में शामिल होने में असमर्थता जताई है।