ग्वालियर में स्थानीय प्रभाव से वर्षा की संभावना, 17 से शुरू होगा तेज बारिश का सिलसिला
ग्वालियर. मानसून निष्क्रिय होने के बावजूद वातावरण में बढ़ती जा रही उमस के चलते रविवार की शाम को स्थानीय प्रभाव से वर्षा हुई। इस दौरान जहां लश्कर और उपनगर ग्वालियर में तेज बारिश हुई, तो वहीं सिटी सेंटर, मुरार और थाटीपुर में बूंदाबांदी कर बादल शांत हो गए। देर रात फिर एक बार फुहारों ने सड़कों को भिगो दिया। इसके चलते लोगों को उमस से थोड़ी राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मौसम को प्रभावित करने वाली कोई मजबूत सिस्टम सक्रिय नहीं है, लेकिन बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से 17 व 18 अगस्त को तेज वर्षा का सिलसिला शुरू हो सकता है।
फिलहाल नहीं तेज बारिश की संभावना
मौसम को प्रभावित करने वाली अभी कोई मजबूत मौसम प्रणाली मौजूद नहीं है। इसके चलते फिलहाल तेज बारिश की संभावना कम है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 17 से 18 अगस्त के आसपास तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अभी कोई मजबूत मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। मानसून ट्रफ भी अपनी सामान्य स्थिति में नहीं है। हालांकि वर्तमान में उत्तर-पूर्वी उत्तर प्रदेश और गुजरात में अलग-अलग चक्रवाती परिसंचरण मौजूद हैं। इधर पिछले कुछ दिनों से तापमान सामान्य से ऊपर जा रहा है। वातावरण में उमस भी बढ़ गई है। इसी कारण स्थानीय प्रभाव से रविवार को बादल बन गए और बूंदाबांदी हो गई। फिलहाल तेज बारिश की उम्मीद कम है। आगामी 16 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती घेरा कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो जाएगा। इसके प्रभाव से मानसून की ट्रफ लाइन भी हिमालय की तराई से वापस सामान्य स्थिति में लौट आएगी। इससे कम दबाव के क्षेत्र से पर्याप्त मात्रा में नमी आएगी। मानसून की ट्रफ लाइन के सामान्य स्थिति में आने के प्रभाव से ग्वालियर-चंबल संभाग में अनुकूल बारिश हो सकती है।