पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने तैयारी
नई दिल्ली. पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही है। पिछले दिनों सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाई थी। इसके बाद कीमतों में गिरावट आई थी। इसके बावजूद भी कई शहरों में पेट्रोल के रेट 100 रूपये प्रति लीटर से ऊपर बने हुए है। अब कीमत में कमी लाने के मकसद से वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ा इशारा दिया है। वित्तमंत्री ने कहा है कि राज्य यदि तैयार हो तो पेट्रोलियम प्रॉडक्ट को माल एवं सेवाकर (GST) के दायरे में लाया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि पिछले कुछ वर्षो से सरकार की कोशिश इकोनॉमिक ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिये पबिल्क एक्सपेंडीचर में इजाफा करने का रहा है।
वित्त मंत्री ने इस बारे में ऑप्शन खुला रखा
उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) के सदस्यों के साथ बजट-बाद बैठक में वित्त मंत्री ने कहा, ‘पेट्रोलियम प्रोडक्ट को जीएसटी के दायरे में लाने को लेकर प्रावधान पहले से है. मेरे से पहले वित्त मंत्री ने इस बारे में ऑप्शन खुला रखा है.’ आपको बता दें पांच पेट्रोलियम प्रोडक्ट क्रूड ऑयल, पेट्रोल, हाई स्पीड डीजल, नेचुरल गैस और विमान ईंधन जीएसटी से बाहर है. इन प्रोडक्ट को जीएसटी के दायरे में लाने की तिथि के बारे में जीएसटी काउंसिल को विचार करना है.

