मनरेगा का नाम बदला महज दिखावा है, हक छीनने का भाजपा का षड्यंत्र है-कांग्रेस
ग्वालियर – महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) भारत के करोड़ों गरीब, मजदूर एवं श्रमिक वर्ग की जीवन रक्षा का सबसे मजबूत हथियार है। 2005 में यूपीए सरकार द्वारा शुरू की गई यह योजना हर ग्रामीण परिवार को सालाना 100 दिनों का गारंटीड रोजगार देती है, जो भूखमरी, बेरोजगारी और प्रवासन की मार से बचाती है। आजादी के 78 वर्ष बाद भी हमारे गांवों में लाखों परिवार संघर्ष कर रहे हैं, और मनरेगा ने उन्हें नई उम्मीद दी है। लेकिन केंद्र की भाजपा मोदी सरकार इस योजना को विकसित भारत ग्रामीण रोजगार गारंटी विधेयक (बीबी-जी राम जी बिल) 2025 नाम देकर बदलने की साजिश रच रही है। यह नाम बदलना महज दिखावा है असल में यह योजना को कमजोर करने का षड्यंत्र है। जिसे कांग्रेस पार्टी कतई बर्दाश्त नहीं करेगी, जिसके विरोध में कंाग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्र यादव के नेतृत्व में शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा फूलबाग स्थित गांधी उद्यान में महात्मा गांधी जी की प्रतिमा के नीचे धरना देकर पुरजोर विरोध प्रदर्शन किया गया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम सब यहां बापू की प्रतिमा के नीचे धरना दे रहे हैं, बापू, जो सत्याग्रह के पुजारी थे, गरीबों के मसीहा थे। उन्होंने कहा था सच्ची स्वतंत्रता तब मिलेगी जब आखिरी इंसान को रोटी, कपड़ा और मकान मिले। लेकिन आज 2025 में भी हमारे गांवों के मजदूर भाई-बहन भूखे पेट सो रहे हैं। बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। भाजपा मोदी सरकार के इस नए बिल में रोजगार के दिन 100 से बढ़ाकर 125 करने का दावा किया जा रहा है, लेकिन यह डिमांड-ड्रिवन (मांग पर आधारित) नहीं रहेगा। यानी मजदूरों का कानूनी अधिकार छिन जाएगा अब सरकार तय करेगी कि काम कब और कैसे मिलेगा।
बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के दौर में अपर्याप्त है। पिछले दशक में मनरेगा ने 2.5 अरब से अधिक व्यक्ति-दिवस रोजगार सृजित किया, ग्रामीण मजदूरी दरों को 40 प्रतिशत तक बढ़ाया, और 3 करोड़ से ज्यादा परिवारों को गरीबी से बाहर निकाला। कोविड महामारी में यह योजना लाखों परिवारों का सहारा बनी तालाब बनाए, सड़कें जोड़ीं, जल संरक्षण के काम कराए। लेकिन मोदी सरकार इसे सेंट्रलाइज्ड पावर देकर मजदूरों के हक को कुचलना चाहती है। यह न सिर्फ गांधी जी का अपमान है, बल्कि संविधान के अनुच्छेद 41 (रोजगार का अधिकार) का भी उल्लंघन है। पिछले 20 सालों में मनरेगा ने 2.5 अरब से ज्यादा व्यक्ति-दिवस रोजगार दिया। कांग्रेस पार्टी इस धरने के माध्यम से चेतावनी देती है कि यदि सरकार ने यह साजिश नहीं रोकी, तो हम पूरे जिले और देशव्यापी आंदोलन तेज करेंगे। गांधी जी के सिद्धांतों पर चलते हुए हम गरीबों के हक की रक्षा करेंगे।

