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आदर्श गौशाला मे 15 गायों की मौत, देखरेख में वार्षिक 15 करोड़ रूपये का खर्च

15 से अधिक मृत गायों का यह वीडियो सामने आया था।

ग्वालियर. लाल टिपारा स्थित आदर्श गौशाला में मृत गायों की वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया है। शनिवार की सुबह कलेक्टर रूचिका चौहान ने गौशाला का निरीक्षण करते हुए स्थिति को संभाला है। घटनास्थल पर वेटनरी टीम को भी तलब किया है। कलेक्टर ने गौशाला का भ्रमण कर सभी स्थितियों का अवलोकन किया और संबंधित कागजातों की भी जांच की है।
घटनास्थल पर टीम ने जांच-पड़ताल की तो पाया है बड़ी संख्या में गायें गंभीर हालत में है। हालांकि गौशाला प्रबंधन ने बताया है कि इन गायों का उपचार किया जा रहा है। जिस जगह पर मृत गयों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। वहां से शवों को हटाकर पूरी तरह से सफाई कर दी गयी है। गौशाला में बने अस्पताल में भी कई गायें हालत गंभीर अवस्था मिली है। प्रबंधन में सफाई दी कि यहां लाये जाने वाले गोवंश अक्स गंभीर अवस्था में होते है। जिनका उपचार कर ठीक करने का प्रयास किया जाता है।
सालाना करीब 15 करोड़ का खर्च
गौशाला में गोवंश की देखभाल पर सालाना लगभग 12 से 15 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं, जिसमें चारा, देखभाल और दवाइयों का खर्च शामिल है। मासिक व्यय करीब एक करोड़ रुपए है। गौशाला में संचालित विशेष पशु अस्पताल की जिम्मेदारी शासकीय पशु चिकित्सक डॉ. उपेंद्र यादव संभाल रहे हैं और उपचार संबंधी सभी व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं। गौशाला का संचालन कृष्णायन गौ सेवा समिति द्वारा किया जाता है, जिसके प्रमुख ऋषभ देवानंद महाराज हैं गौशाला में रोजाना 5 से 10 गायें बीमारी या सड़क हादसों में घायल होकर आती हैं। इस माह अब तक 223 गायें गौशाला में भर्ती हुई हैं, जबकि लगभग 250 गंभीर हालत वाली गायों की मृत्यु हो चुकी है। प्रबंधन के अनुसार, सामान्यतः हर माह 100 से 200 गायों की मौत होती है।
गौशाला में बीमार गायों के लिए बनाए गए विशेष सेक्शन में वर्तमान में लगभग 400 से 500 गाय उपचाराधीन हैं। इनमें से करीब 50 से 60 गायों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनकी स्थिति में सुधार के लिए लगातार इलाज किया जा रहा है।

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