MP की नई रेललाइन के लिए 19 गांवों से ली जाएगी जमीन
भोपाल. मध्य प्रदेश से महाराष्ट्र के बीच बहुप्रतिक्षित रेल परियोजना के लिए रेल मंत्रालय की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है। रेलवे के द्वारा जमीन अधिग्रहण पर दावे और आपत्तियां दर्ज करने के लिए 30 दिन का समय दिया गया है। इंदौर-मनमाड़ परियोजना के अंतर्गत इंदौर जिले की तहसीलों के 19 गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी।
महू के 18 गांवों होंगे शामिल
इंदौर जिले के महू से रेललाइन शुरु होकर महाराष्ट्र के मनमाड़ तक जाएगी। इस रेलवे लाइन में महू के 18 गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। खेड़ी, हस्त मुरार, चैनपुरा, कमदपुर, कुवालपुरा, अहिल्यापुरा, नांदेड़, जामली, कैलोद, बेरछा, गवली पलासिया, आशापुरा, मलेंडी, कोदरिया, बोरखेड़ी, चोरड़िया और नेवगुराड़िया गांवों की जमीनें ली जाएंगी।
कई वर्षों से चल रही कवायद
इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन की कवायद पिछले कई वर्षों से चल रही थी। साल 2023 में टोकन 2 करोड़ की राशि दे दी गई थी। राज्य के हिस्से में डीपीआर सर्वे किया गया। इसके बाद साल 2024 के बजट में एक हजार करोड़ रुपए की टोकन राशि दी गई थी। अभी 18 हजार 36 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है। वर्तमान में इंदौर से देवास, उज्जैन, रतलाम, थांदला, दाहोद, गोधरा, वडोदरा होते हुए मुंबई जाना पड़ता है। जो कि 828 किलोमीटर दूर पड़ता है, अब नई रेल लाइन बनने से 188 किलोमीटर कम होने से करीब 5 घंटे का समय बचेगा।
राज्य में होगा 900 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण
रेल लाइन से सबसे ज्यादा फायदा मध्यप्रदेश को मिलेगा। इस रेललाइन का 309 किमी में 170.56 का हिस्सा मध्यप्रदेश का है। जिसमें प्रदेश की कुल 905 हेक्टेयर जमीन निजी है।
बनेंगे ये 18 स्टेशन
प्रदेश में 18 स्टेशन बनाये जाने हैं। जिसमें महू, कैलोद, कमदपुर, झाड़ी बरोदा, सराय तालाब, नीमगढ़, चिक्तायाबड़, ग्यासपुरखेड़ी, कोठड़ा, जरवाह, अजंदी, बघाड़ी, कुसमारी, जुलवानिया, सलीकलां, वनिहार, बवादड़ और मालवा स्टेशन को शामिल किया गया है।

