जहरीली गैस से भाई के बाद बहन की मौत, माता -पिता की हालत नाजुक, सल्फास कीटनाशक से निकली थी जहरीली गैस

ग्वालियर. सल्फास कीटनाशक से निकली जहरीली गैस से 4 वर्षीय मासूम की मौत के बाद मंगलवार की सुबह उसकी बहन ने भी दम तोड़ दिया है। मांता-पिता की हालत भी बेहद नाजुक है। ऐसे में मंगलवार की सुबह 11 बजे दोनों को रिम्स हॉस्पिटल से न्यू जेएएच (हस्तार बिस्तर अस्पताल) में शिफ्ट कराया गया है।

घटना सोमवार को गोला का मंदिर प्रीतम बिहार कॉलोनी की है। यहां एक मकान के पोर्च में भरे गेहूं को घुन से बचाने के लिये मकान मालिक ने सल्फास से बने कीटनाशक का छिड़काव कर दिया था। फिर घर के सारे दरवाजे बन्द कर दिये थे। पोर्च के सामने 2 कमरों में किराये से रहने वाला परिवार भी इस कीटनाशक से बनी जहरीली गैस का शिकार हो गया। मकान मालिक तीसरी मंजिल पर रहता था जो कि घटना के बाद से फरार हो गया है।
कमरे से बदबू आई तो मकान मालिक ने देखा तो परिवार बेहोश था
सोमवार की दोपहर के वक्त जब मकान मालिक नीचे आया तो काफी बदबू फैली हुई थी। उसने देखा कि उसके घर में किराये से रहने वाले परिवार में 4 वर्षीय बालक, उसकी बहन, मां-पिता बेहोश पड़े थे। जिसके बाद उसने पड़ोसियों की सहायता से सभी हॉस्पिटल पहुंचाया है। यहां बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि उसकी बहन, मां-पिता को भर्ती कर लिया गया।
पांच बहनों के बाद मन्नत से हुआ था वैभव का जन्म
ऐसा बताया गया है कि वैभव सत्येन्द्र का इकलौता बेटा था। पांच बेटियों के बाद कई मंदिरों में मन्नत मांगी, तब जाकर 46 साल की उम्र में सतेन्द्र को बेटा हुआ था। सत्येन्द्र की दो बेटियों की बचपन में ही मौत हो गई थी। दो बड़ी बेटी भारती और दीपा की शादी हो चुकी है। सबसे छोटी बेटी छाया उनके साथ रहती है। सीएसपी मुरार अतुल कुमार सोनी ने बताया कि गोला का मंदिर क्षेत्र की प्रीतम विहार कॉलोनी में सल्फास गैस की चपेट में आने से चार साल के बच्चे की मौत हुई थी, जबकि उसकी बहन और मां-पिता को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब मृतक वैभव की बहन क्षमा ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है।

