तिघरा जलाश्य ओवरफ्लो, दोपहर 12.30 बजे तिघरा जलाश्य के 3 गेटों को खोला गया, प्रभावित गांवों में सतर्क करने के लिये किया गया एनाउंसमेंट

ग्वालियर. मंगलवार की दोपहर 12.30 बजे तिघरा जलाश्य के फिलहाल 3 गेटों को खोला गया है। तिघरा का पानी सांक नदी में छोड़ा गया है। सांक नदी के किनारे बसे हुए गांव के लोगों को सतर्क रहने और नदी किनारे न जाने के लिये एनाउंस किया जा रहा है। ग्वालियर के प्रभावित इलाके में ग्राम तिघरा, कैथा, तालपुरा, महिदपुर, पृथ्वीपुर, कुलैथ, अगरा, भटपुरा, दुगनावली और ग्राम तिलघना तिघरा का जल छोड़ने के बाद यह प्रभावित होने वाले गांव है। दूसरी ओर मुरैना के प्रभावित इलाके के गांव पहाड़ी, जखौदा और बामौर है।
पिछले 24 घंटे से रिमझिम बारिश का दौर जारी है। सोमवार को शुरू हुई वर्षा मंगलवार को भी उसी अन्दाज में जारी रहीं। इसी वजह से ग्वालियर की लाइफलाइन तिघरा जलाशय एक बार फिर से ओवरफ्लो हो गया है। मंगलवार को तिघरा बांध का जलस्तर 73940 फीट तक पहुंच गया। दोपहर के बाद कभी भी गेट खोले गये है। प्रशासन ने तिघरा के तराई इलाके में एनाउंसमेंट भी करवा दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक अभी एक स्ट्रॉंग सिस्टम सक्रिय है। जिसकी वजह से मंगलवार को पूरे दिन रिमझिम वर्षा होती रहेगी। हालांकि लगातार वर्षा ने शहर के लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है निचली बस्तियों में जनजीवन कठिन हो गया है।

24 घंटे में 3 इंच वर्षा
अरब सागर की खाड़ी से एक स्ट्रॉंग सिस्टम सक्रिय है। ट्रफ लाइन मध्यप्रदेश के उत्तरी हिस्से के पास से गुजर रही है। यही वजह है कि सोमवार की तरह मंगलवार को भी सुबह से रिमझिम वर्षा हो रही है। पूरी रात वर्षा हुई है। पिछले 24 घंटे में करीब 3 इंच वर्षा दर्ज हुई है। मंगलवार की सुबह 8.30 बजे तक मौसम विभाग के आंकड़ों में 69.2 मिमी वर्षा दर्ज की गयी। वर्षा का असर सिर्फ ग्वालियर तक सीमित नहीं है। बल्कि ग्वालियर-चम्बल संभाग के मुरैना, दतिया, शिवपुरी और श्योपुर में भी लगातार बर्षा हो रही है। इस वजह से मुगलवार की सुबह स्कूली बच्चे सर्दियों के गर्म कपड़े पहनकर स्कूल पहुंचे। अचानक वर्षा के बाद मौसम में ठण्डक बढ़ गयी है।

दिन भर रहेगा ऐसा ही मौसम
स्थानीय मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, ग्वालियर में लो प्रेशर एरिया बना हुआ है, जिस कारण सोमवार और मंगलवार को भी बारिश हो रही है। मंगलवार को दिनभर रूक-रूककर रिमझिम बारिश होती रहेगी। बुधवार सुबह भी कुछ जगह बारिश हो सकती है, उसके बाद आसमान साफ होगा और सुबह-शाम के साथ-साथ दिन में भी ठंड बढ़ सकती है।दीपावली के दस दिन पहले तक भी बारिश हुई थी। दीपावली के बाद मौसम ठंडा होने की उम्मीद थी, लेकिन बादलों के बने रहने से सोमवार और मंगलवार को बारिश हुई। इससे निचली बस्तियों में पानी भर गया और सड़कों पर कीचड़ फैल गया, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं।
रात का तापमान 3.5 डिग्री गिरा
ग्वालियर में दीपावली के बाद से लगातार मौसम बदल रहा है। सुबह-शाम ठंडक बनी रहती है। रविवार-सोमवार रात का न्यूनतम तापमान 21.6°C था, लेकिन लगातार बारिश और बादलों के चलते रात का तापमान 3.5 डिग्री गिरकर 18.1°C दर्ज हुआ।

