पुलिस का अभी तक सबसे बड़ा ऑपरेशन-आरक्षक को लुटने वाली गैंग का 10 घंटे में खुलासा, 17 घंटे में चारों आरोपी गिरफ्तार

ग्वालियर. पुलिस ने हाइवे पर अभी तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन चलाया है। आगरा-मुंबई नेशनल हाइवे पर इंदौर के पुलिस जवान को गोली मारकर लूटने के बाद ‘पुलिस ऑपरेशन मिडनाइट परश्यू’ चलाया है। इसमें 2 एएसपी, 2 डीएसपी, 8 इंस्पेक्टर सहित 100 से अधिक पुलिस के जवान और अधिकारी शामिल किये गये थे। इसा टीम को नाम दिया गया था क्रइम बस्टर। एसएसपी धर्मवीर सिंह ने टीम को 24 घंटे में खुलासा का टास्क दिया था। हाइवे पर सीसीटीवी कैमरे सिर्फ टोल, ढाबा -होटल या पेट्रोल पम्प पर ही होते हैं।
150 किमी के एरिया में पुलिस ने 5 से अधिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे चैक किये। घटना के 7 घंटे के बाद ही पुलिस को पहला फुटेज मिला। सीसीटीवी फुटेज आने के 10 घंटे के अन्दर मामले का खुलासा कर दिया गया। चारों बदमाश पुलिस की गिरफ्त में है। यह अपराधी दिन में हाइवे किनारे क्रेसर और खदान पर पत्थर तोड़ते थे और राव में हाईवे पर लूट करते थे। गैंग जिस शहर में काम करती थी। वहां के स्थानीय नम्बर रजिस्ट्रेशन नम्बर के वाहनों को नहीं लूटती थी।
10 घंटे के अन्दर लूट का खुलासा
आरक्षक द्वारा बताये गये बदमाशों के फुटेज से पूरी तरह मिलान होते ही पुलिस ने पंप पर पेट्रोल लेने वाली संदेही धर्मेन्द्र गुर्जर उर्फ बाबूजी, निवासी मगरोनी (शिवपुरी) को शुक्रवार की रात को गिरफ्तार किया गया। धर्मेन्द्र ने शुरू में कुछ नहीं बताया। लेकिन पुलिस मेहनत के बाद उसने ल ूटी गयी मोटरसाईकिल की नम्बर प्लेट निकाल कर आरोन के बकरी केन्द्र के पास कुएं में फेंकना स्वीकार किया। देर रात को बाइक बरामद की गयी और धर्मेन्द्र ने लूट में शामिल साथियों के नाम भी बताये।
धर्मेन्द्र पहले जानलेवा हमले के मामले में जेल जा चुका है। उसने अपने साथियों अंकित गुर्जर, राघवेन्द्र उर्फ रघु गुर्जर(सुभाषपुरा) और लखन उर्फ रॉकी आदिवासी (मगरौनी) के साथ सिपाही को लूटने की घटना स्वीकार की। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
हाईवे पर लूट करने वाली गैंग है यह, सभी पर कई अपराध दर्ज
लूट को अंजाम देने वाली यह गैंग आगरा-मुम्बई नेशनल हाईवे पर पनिहार से लेकर शिवपुरी तक सक्रिय है। हाईवे पर यह उनकी पहली वारदात नहीं है। इससे पहले भी कई वारदातें कर चुके हैं। गैंग के चारों सदस्यों पर कई अपराध दर्ज हैं। सरगना धर्मेंद्र गुर्जर पर हत्या के प्रयास का भी मामला दर्ज है। अन्य सदस्यों पर लूट, चोरी और वाहन चोरी के दर्जनों मामले दर्ज हैं।
लूट के बाद आरोन थाने के सामने से निकले बदमाश
लूट करने के बाद बदमाशों ने अपनी बाइक आरोन की ओर जाने वाले रास्ते पर मोड़ दी। यहां से रानीघाटी होते हुए वे आरोन थाने के सामने से निकल गए। थाने पर लगे CCTV कैमरे में यह पूरी घटना कैद हो गई, जिससे बदमाशों की पहचान हो सकी।

